5 Dariya News

सदस्यों ने हत्याओं को रोकने, शांति बहाली के लिए सार्थक बातचीत पर बल दिया

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जम्मू 29-Jan-2018

विपक्षी सदस्यों के सदन में स्थगन प्रस्ताव पेश करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति पर विभिन्न सदस्यों ने हाल ही में शोपियां में हुई गोलाबारी और हत्याओं पर चर्चा में भाग लिया।अली मोहम्मद सागर ने चर्चा शुरु करते हुए गोलाबारी घटना के सिलसिले में पुलिस द्वारा एफआईआर में दर्ज व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।एनसी विधायक ने दोशी को शीघ्र गिरफ्तार कर सरकार द्वारा शुरू की गई जांच को तत्काल पूरा करने की मांग की।विपक्ष के नेता उमर अब्दुल्ला ने मुद्दे का स्थाई हल करने के लिए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार बहुत मजबूत है और राज्य के समक्ष आने वाले सभी मुद्दों को हल करने की क्षमता रखती है।उमर ने चेतावनी दी थी कि मृत शरीरों पर राजनीति खेली जा रही है तथा उन्होंने सदन से पार्टी को राजनीति से उपर उठाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस तरह की दुखद घटनाएं बार बार क्यों हो रही है। उन्होंने कहा कि अब शोपियां घटना मे एफआईआर दर्ज हो चुकी है तो पुलिस को उनका कार्य करने की अनुमति दी जानी चाहिए क्योंकि एफआईआर में आरोपियों के नाम दर्ज हैं।

मोहम्मद यूसुफ तारीगामी ने बल देते हुए कहा कि उन्होंने प्रदर्षनकारियों के विरूद्ध अत्याधिक बल के उपयोग के लिए कहा था। उन्होंने सदन मे एक प्रस्ताव पेश करने का सुझाव दिया ताकि सभी भागीदारियों सहित राज्य मे एक गंभीर राजनीतिज्ञ बातचीत शुरू करने हेतु केन्द्रीय सरकार से आग्रह किया जा सके। मोहम्मद युसुफ भट्ट ने गोलाबारी घटना में पंजीकृत एफआईआर में पाये जाने वाले आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर सरकार द्वारा शुरू की गई जांच को निर्धारित समय के भीतर पूरा करने की मांग की।आर एस पठानिया ने स्थगन प्रस्ताव की सराहना करते हुए घटना की जांच शुरू कर इसे निर्धारित समय के भीतर पूरा करने पर बल दिया।गुलजार अहमद वानी ने राज्य में शांति बहाली के लिए सामुहिक प्रयासों पर बल दिया। उन्होंने राज्य में विशेशकर कश्मीर घाटी मे बिगडती कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताई तथा नागरिक हत्याओं का तुंरत अंत करने की मांग की।

हाकीम मोहम्मद यासीन ने शांति बहाल करने के लिए गंभीर प्रयासों पर बल दिया। उन्होंने नागरिकों की हत्याओं को रोकने के लिए गलियों में होने वाले विरोधों से निपटने के दौरान सावधानी बरतने पर भी बल दिया।बशीर अहमद डार ने हत्याओं की निंदा करते हुए एक न्यायिक जांच के आदेश देने के साथ सरकार के फैसले की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को बंद कर दिया जायेगा, यदि अतीत मे दोशी पाये गये तो उन्हें न्याय के लिए लाया जायेगा। उन्होंने कहा कि बंदूक समस्या का समाधान नही है और उन्होंने एक सार्थक बातचीत के लिए आग्रह किया।मिंया अल्ताफ ने कहा कि प्रशासन को जानकारी के मध्यनजर कुछ सर्तकता दिखानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार और लोगों के बीच की दूरी को कम करने के लिए राजनैतिक चैनलों को बहाल करने की आवष्यकता है।पवन कुमार गुप्ता ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि भविश्य में ऐसी घटनाएं नही होनी चाहिए। उन्होंने भाईचारे, सह अस्तित्व ओर सदभाव को पुनर्जीवित करने हेतु कदम उठाने के लिए कहा, जिसके लिए कश्मीर घाटी जानी जाती है।