5 Dariya News

पंजाब पुलिस को घृणित अपराधों को रोकने और शान्ति बनाए रखने में मिली बड़ी सफलता

नशा तस्करी एवं 8 आतंकवादी गुटों का पर्दाफ़ाश करके योजनाबद्ध कत्लों का सुराग ढूंढना बड़ी उपलब्धियों में शुमार

5 Dariya News

चंडीगड़ 04-Jan-2018

वर्ष 2017 के दौरान पंजाब में घिनौने अपराधों की दर में आई कमी, डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को सज़ा सुनाए जाने के बाद अमन-कानून को पूरी तरह नियंत्रण में रखने और 8 आतंकवादी गुटों को काबू करके उनके   द्वारा योजनाबद्ध ढंग से किये प्रमुख कत्लों के मामलों को हल करने में सफलता हासिल की है जिन्होंने पिछले दो वर्षों के दौरान पंजाब का माहौल खऱाब कर रखा था। इसी समय के दौरान पंजाब पुलिस नशा  तस्करी और स्मगलरों को काबू करने तथा विधानसभा चुनाव शांतिपूर्वक ढंग से करवाने में भी पूरी कामयाब रही।गत वर्ष के दौरान हुई प्रमुख प्राप्तियों में मोगा में 8 नवंबर को 5 व्यक्ति गिरफ़्तार करके एक  आतंकवादी गुट का पर्दाफाश किया जिससे राज्य में अल्पसंख्यक वर्ग के नेताओं की योजनाबद्ध ढंग से की हत्याओं से सम्बन्धित 8 मामलों को भी हल कर लिया गया जो कि पिछले दो सालों से अनसुलझे चले आ  रहे थे। इसी तरह जुलाई 2017 में जसवंत सिंह उर्फ काला तथा 6 अन्य दोषियों को गिरफ़्तार करके पारस मौनी, डेरा सच्चा सौदा के गुरदेव सिंह और हनुमानगढ़, राजस्थान में बाबा लक्खा सिंह उर्फ पाखंडी बाबा के  हुए तीन कत्ल मामलों को भी हल कर लिया गया।मार्च महीने में पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में नई सरकार के गठन उपरांत पुलिस की पूरी मुस्तैदी के कारण कत्ल या कत्ल करने की साजिशों,  अगवा, चोरी, डाकैती आदि से संबंधित श्रेणीयों में जुर्मों की दर गत वर्ष की तुलना में काफ़ी कम रही। इसके अलावा स्थानीय और विशेष कानूनों खासकर नशीली वस्तुओं की रोकथाम (एन.डी.पी.एस.) कानून के  अंतर्गत पुलिस को बड़ी प्राप्तियाँ हुई हैं। पुलिस के तकनीकी और बुनियादी ढांचो के निर्माण के साथ यातायात प्रणाली में सुधार संबंधी भी प्रमुखता दी गई।

उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने अपराध और अपराधिक ट्रेकिंग प्रणाली (सी.सी.टी.एन.एस) को 24 कोर ऐप्पलीकेशन सॉफ्टवेयर माड्यूल के साथ जोड़ दिया है जिसमें सांझ केन्द्रों के द्वारा आम लोगों को 8 नागरिक  सेवाएं प्रदान करने, पुलिस स्टेशनों के लिए हार्डवेयर उपलब्ध करने, ऑनलाइन एफ.आई.आर. दजऱ् करवाना, जनरल डायरी सहित पिछले 10 सालों के दौरान हर थाने में दर्ज की एफ.आई.आजऱ् का डिजीटलाईज़ेशन  करना आदि शामिल हैं।मौजूदा वर्ष 2018 में आतंकवाद पर नियंत्रण करने की क्षमता में विस्तार करने के लिए पंजाब पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एस.ओ.जी) को शुरू करने की योजना है जिसको दुनिया की  सबसे बेहतर फोर्स के बराबर शिक्षित करके तैयार किया जायेगा।उन्होंने कहा कि चालू वर्ष में राज्य में केंद्रीय संकटकालीन नंबर 112 की तजऱ् पर राष्ट्रीय एमरजैंसी रिस्पांस व्यवस्था (एन.ई.आर.एस.) प्रोजैक्ट लागू  किया जा रहा है जिसके अंतर्गत टेलिफोन कालों के केंद्रीयकरण के लिए मोहाली में एक पब्लिक सेफ्टी आंसरिंग प्वांईंट (पी.एस.ए.पी) अप्रैल महीने में स्थापित किया जायेगा जिसके अधीन 60 कॉल वर्क स्टेशन और  12 पुलिस कंट्रोल रूम के साथ 900 एमरजैंसी गाड़ीयां होंगी जिनको तुरंत संदेश पहुंच सकेगा।सोशल मीडिया पर गर्मख्यालियों की बढ़ती कार्यवाहियों के मद्देनजऱ उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस इस वर्ष के दौरान  सोशल मीडिया में अपनी प्रतिक्रिया रखा करेगी जिसके लिए पुलिस द्वारा अपना खुद का फेसबुकपेज, ट्विट्टर और यूट्यूब का खाता खोला जा रहा है जिससे लोगों के साथ सीधे तौर पर जवाबी बातचीत, समय पर  जवाब और शिकायत निवारण प्रणाली प्रदान की जा सके और पुलिस द्वारा किये गए सकारात्मक कार्यों को दर्शाया जा सके। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर यह खाते जनवरी 2018 में चालू हो जाएंगे।उन्होंने  कहा कि मौजूदा वर्ष में सीधी भर्ती द्वारा लगभग 4,000 रिक्त पद भरे जाएंगे और हर साल सेवामुक्त होने वाले और ज़रूरत वाले खाली पदों को भरने की तरफ विशेष ध्यान दिया जायेगा।

श्री अरोड़ा ने कहा कि पंजाब पुलिस महिलओं की सुरक्षा पर अपना विशेष ध्यान केंद्रित रखेगी और पंजाब पुलिस द्वारा क्षेत्रीय वूमैन कान्फ्रेंसें करने के लिए कार्यवाही योजना तैयार की गई है और यह 8 मार्च को  एक राज्य स्तरीय समागम में जारी की जायेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस के कर्मचारियों द्वारा महिलाओं के साथ, विशेष तौर पर अपराध पीडितों के साथ बातचीत करने की आवश्यक प्रशिक्षण दिया जा रहा है।  उन्होंने कहा कि यौन हमले/परेशान करना, घरेलू हिंसा, छेड़छाड़ के मामले और अश्लील कॉलें /संदेश भेजने संबंधी शिकायतों पर प्रभावशाली और तुरंत जवाब दिए जाएंगे।उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस वर्ष 2018 के  दौरान अपने शानदार इतिहास को कायम रखते हुए राज्य में शान्ति, राष्ट्रीय सुरक्षा और अमन-कानून को कायम रखने के लिए पूर्ण समर्पित रहेगी। इसके अलावा पंजाब पुलिस अपने सामथ्र्य में विस्तार करते हुए  आतंकवाद विरुद्ध कार्यवाहियों, संगठित अपराधों के विरूद्ध कठोरता से निपटने और अपनी तकनीकी सामथ्र्य को बढ़ाने के लिए विशेष कदम उठाने के साथ-साथ एक निष्पक्ष, जवाबदेह, जनपक्षीय, संवेदनशील और  पेशेवर ढंग से कार्य करने प्रति पहल देगी।वर्ष 2017 की प्राप्तियों और 2018 के भविष्य की योजनाओं का विवरण देते हुए डी.जी.पी. श्री सुरेश अरोड़ा ने कहा कि पंचकुला में 25 अगस्त को गुरमीत राम रहीम सिंह  को सज़ा सुनाए जाने के बाद अमन-शान्ति, सांप्रदायिक सद्भावना और कानून व्यवस्था को सफलतापूर्वक कायम रखा गया जो कि राज्य और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की बड़ी तैनाती, बचाव संबंधी उपाय, समस्त  पुलिस मशीनरी की तैनाती और शुरुआती चुनौतियों के लिए फुर्तीली और स्पष्ट कार्यवाही स्वरूप यकीनी बनाया गया।

गुजऱे वर्ष के दौरान पंजाब पुलिस ने आतंकवादी तत्वों के विरुद्ध प्रशंसनीय अभियान चलाया और 8 आतंकवादी गुटों का पर्दाफाश करते हुए 47 दोषियों को गिरफ़्तार करके उनसे 43 जानलेवा हथियार भी बरामद  किये। ऐसे ग्रुपों को वित्तीय सहायता और अन्य सुविधायें प्रदान करने वाले 21 विदेशी नेताओं की भी पहचान की गई है। इन ग्रुपों को यूरोप, उत्तरी अमरीका और मध्य पूर्व में बैठे इनके समर्थकों द्वारा कंट्रोल  करना, अन्य समर्थक जुटाने और वित्तीय सहायता दी जाती है तांकि वह अल्पसंख्यक संगठनों के नेताओं को निशाना बनाते हुए सांप्रदायिक सद्भावना को भंग करके राज्य में अतंकवाद को पुन: जीवित कर सकें।गत वर्ष के दौरान हुई प्रमुख प्राप्तियों में मोगा में 8 नवंबर को 5 व्यक्ति गिरफ़्तार करके एक आतंकवादी गुट का पर्दाफाश किया जिससे राज्य में अल्पसंख्यक वर्ग के नेताओं की योजनाबद्ध ढंग से की हत्याओं से  सम्बन्धित 8 मामलों को भी हल कर लिया गया जो कि पिछले दो सालों से अनसुलझे चले आ रहे थे। इसी तरह जुलाई 2017 में जसवंत सिंह उर्फ काला तथा 6 अन्य दोषियों को गिरफ़्तार करके पारस मौनी, डेरा  सच्चा सौदा के गुरदेव सिंह और हनुमानगढ़, राजस्थान में बाबा लक्खा सिंह उर्फ पाखंडी बाबा के हुए तीन कत्ल मामलों को भी हल कर लिया गया।वर्ष 2016 के मुकाबले वर्ष 2017 में घृणित मामलों के आंकड़े पेश  करते हुए डी.जी.पी. ने कहा कि ऐसे मामलों की संख्या 771 से घटकर 656 पर आ गई जबकि कत्ल की कोशिश के मामलों की संख्या 862 से 795, अगवा करन के मामलों की संख्या 1591 से 1462, चोरी के  मामलों की संख्या 147 से 116 और डकैती के मामलों की संख्या 43 से 26 रह गई।उधर एन.डी.पी.एस एक्ट के अंतर्गत दर्ज हुए मुकदमों की संख्या 2016 में 5,906 से बढ़कर 12,309 हो गई है और नशीले  पदार्थों की बरामदगी में बढ़ौतरी हुई है। हेरोइन की बरामदगी 139.596 किलोग्राम से बढ़कर 186.865 किलोग्राम, पोस्त-डोडे 33,189 किलोग्राम से 43,734.5 किलोग्राम और अफ़ीम 354.68 किलोग्राम से 447.56  किलोग्राम पकड़ी गई है।

इस वर्ष के दौरान हुए विधानसभा चुनाव और गुरदासपुर उपचुनाव सहित नगरपालिका चुनावों को भी पुलिस द्वारा शांतीपर्वक ढंग से संपूर्ण करवाया गया और पंजाब पुलिस ने अपराधी ग्रुपों पर अपना दबदबा कायम  रखते हुए 408 अपराधियों को काबू किया जिनमें गुरप्रीत सेखों, कुलप्रीत सिंह उर्फ नीटा दयोल, गुरबक्श सिंह सेवेवाला, अमन ढोटियां, जसप्रीत सिंह उर्फ जम्पी डोन, कमलजीत सिंह उर्फ बंटी और कुछ अन्य शामिल  थे।श्री अरोड़ा ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि अपराधी ग्रुपों से 149 चोरी के वाहन, 183 हथियार और 1.5 करोड़ रुपए नकद बरामद किये गए। एक मोबाईल एप्लीकेशन तैयार करके उसमें 80,000 सक्रिय  बड़े-छोटे अपराधियों का रिकार्ड आर्टीफिशयल इंटेलिजेंस प्रणाली और चेहरा पहचान व्यवस्था के सुमेल स्वरूप चालू किया गया है। इसके अलावा अपराधियों के मामलों संबंधी 159 मुकद्मों की पेशी वीडियो कान्फ्रेंसों के  द्वारा करवाने की आज्ञा हासिल की जा चुकी है।उन्होनें कहा कि पंजाब के पाकिस्तान से अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे होने के कारण पुलिस ने सरहदी घुसपैठ को संपूर्ण तौर पर रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सीमा के  समीप रक्षा की दूसरी पंक्ति को मज़बूत किया जिसके लिए सीमावर्ती जिलों में बुलेट प्रूफ़ मोर्चे, थर्मल इमेजऱ, बुलेट प्रूफ़ ट्रैक्टरों, बॉडी प्रोटैक्टरों, माईक्रो यू.ए.वीज़ आदि पुलिस बलों को दिए गए। दंगा विरोधी सामथ्र्य  प्रणाली को भी मज़बूत किया गया जबकि पानी वाली तोपों और बख़्तरबंद गाड़ीयां भी पुलिस को भविष्य में मिल जाने की आशा है जिससे अपराधिक कार्यवाहियों को और नियंत्रण किया जा सके।राज्य में यातायात  को सुधारने के लिए उठाए गये कदमों के कारण सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्थापित सड़क सुरक्षा कमेटी के आंकड़ों के अनुसार अन्य राज्यों के मुकाबले वर्ष 2017 के दौरान पंजाब में सड़कीय हादसों में 14 प्रतिशत की  गिरावट आई है। पंजाब पुलिस अब ट्रैफिक कर्मचारियों को शारीरिक कैमरों से लैस करेगी, हाईवे पर गश्त करना, ई-चालान चालू करने और यातायात नियमों को और मज़बूत करने के लिए यातायात शिक्षा पर ध्यान  केन्द्रित करने की योजना बना रही है।