5 Dariya News

बठिंडा थर्मल प्लांट के सभी और रोपड़ के दो यूनिट बंद करने का निर्णय

मंत्रीमंडल द्वारा स्थायी व अनुबंध पर रखे कर्मचारियों की सेवाएं जारी रखने का निर्णय

5 Dariya News

चंडीगढ़ 20-Dec-2017

पंजाब मंत्रीमंडल ने आज बठिंडा व रोपड़ में अपनी अवधि पूर्ण कर चुके बिजली ईकाईयों को 1 जनवरी, 2018 से बंद करने के लिए हरी झंडी दे दी है परन्तु इससे किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जायेगी।मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में मंत्रीमंडल की हुई बैठक के दौरान यह फ़ैसला लिया गया। मंत्रीमंडल का यह फ़ैसला इस मुद्दे पर गठित कैबिनेट सब-कमेटी की रिपोर्ट पर आधारित है। इस सब-कमेटी में कैबिनेट मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, राणा गुरजीत सिंह और चरनजीत सिंह चन्नी उपस्थित थे।यह फ़ैसला 25 साल से अधिक समय चलकर अपनी अवधि पूर्ण कर चुके और आर्थिक तौर पर लाभप्रद न रहे बिजली प्लांटों को बंद करने संबंधी केंद्रीय ऊर्जा अथारिटी के तय दिशा-निर्देशों के अनुसार लिया गया है। 460 मेगावाट की सामथ्र्य वाले गुरू नानक देव थर्मल पलांट बठिंडा के सभी यूनिट और 1250 मेगावाट की सामथ्र्य वाले गुरू गोबिंद सिंह सुपर थर्मल प्लांट रोपड़ के यूनिट 1 और 2 को 1 जनवरी से बंद कर दिया जायेगा। 

उल्लेखनीय है कि बठिंडा थर्मल पलांट के सभी यूनिट पिछले लगभग चार दशकों से चल रहे थे जबकि रोपड़ थर्मल पलांट के यूनिट 1 और 2 ने 33 वर्ष पूरे कर लिए हैं। कैबिनेट के फ़ैसले के अनुसार बंद होने वाले थर्मल प्लांटों के सभी स्थायी कर्मचारियों की सेवाएं पंजाब राज्य बिजली निगम में ली जाएंगी। इसी तरह अनुबंध पर कार्य कर रहे कर्मचारियों को भी निकाला नहीं जायेगा और उनसे इस बिजली निगम के अलावा पंजाब राज्य ट्रांसमिशन निगम और प्राईवेट थर्मल प्लांटों जी.वी.के. टी.एस.पी.एल. और एन.पी.एल. में पहले वाला कार्य ही लिया जायेगा।मंत्रीमंडल द्वारा यह भी फ़ैसला किया गया कि बिजली उत्पादन का सामथ्र्य बढ़ाने के लिए पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा और नवीनीकरण ऊर्जा के अन्य स्रोतों को प्रयोग में लाया जायेगा जिससे राज्य में बिजली की कोई कमी न रहे।मंत्री मंडल द्वारा पंजाब राज्य बिजली निगम को भविष्य में रोपड़ में अति-आधुनिक प्रौद्यौगिकी से 800-800 मेगावाट की सामथ्र्य वाले 5 यूनिट स्थापित करने की संभावना का पता लगाने के लिए कहा जिससे राज्य में बिजली उत्पादन को और प्रोत्साहन दिया जा सके।