5 Dariya News

कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा कपूरथला में आई.टी.सी. कंपनी के फूड प्रोसेसिंग प्लांट का उदघाटन

प्रोजैक्ट से रोजग़ार के अवसर और आमदन में विस्तार होगा, राज्य में फ़सली विविधता को भी मिलेगा बड़ा प्रोत्साहन

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कपूरथला 14-Dec-2017

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज यहाँ आई.टी.सी. कंपनी के वाला प्रथम दर्जे के इंटेग्रेटिड मैनुफ़ेक्चरिंग एंड लौजिस्टिक फैसिलटी का उद्घाटन किया जिससे राज्य के फूड प्रोसैेसिंग सैक्टर को बड़ा प्रोत्साहन मिलने केे साथ-साथ संकट में से गुजऱ रही आर्थिकता को भी मज़बूती मिलेगी। विश्व स्तर का यह प्रौजैक्ट लगभग 72 एकड़ में फैला हुआ है जहाँ शुरुआत में लगभग 1500 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। इस यूनिट में आई.टी.सी. द्वारा 'आशीर्वाद Ó, 'बिंगो Ó, 'सनफीस्ट Ó, 'यिपी Ó और 'बी -नेचुरल Ó जैसी खाने -पीने वाली वस्तुएँ तैयार की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रोजैक्ट जहां किसानों के लिए मददगार साबित होगा, वहां ही राज्य में रोजग़ार के अवसर पैदा करेगा। गेहूँ -धान की पैदावार में राष्ट्रीय स्तर पर राज्य के रिकार्ड योगदान के बावजूद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने फ़सली विविधता की ज़रूरत पर ज़ोर दिया जिस के लिए आई.टी.सी. बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है।इस प्रोजैक्ट के चालू होने पर ख़ुशी ज़ाहिर करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इस के साथ किसानों को गेहूँ -धान की रिवायती फसलों से अधिक लाभ वाली फसलों की तरफ मोडऩे में सहायता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे प्रोजैक्ट न सिफऱ् राज्य की उपजाऊ ज़मीन और जल साधनों को बचाने में सहायक होंगे बल्कि कृषि आय को भी प्रोत्साहन मिलेगा। मुख्यमंत्री ने आलू उत्पादक किसानों की बुरी स्थिति का भी जि़क्र किया जिनको अपनी फ़सल की सही कीमत न मिलने के कारण आलू सड़क ों पर फेंकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। 

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ऐसे प्रोजैक्टों के द्वारा इस संकट पर काबू डाल लेने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि आई.टी.सी. प्रोजैक्ट नये बीज और तकनीकें लाएगा जिस के साथ किसानों को मंडी की मांग मुताबिक आलू की पैदावार करने के समर्थ बनाऐगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्लांट के लिए क्षेत्र में से ही गेहूँ, आलू और ओैर फसलें खरीदीं जाएगी जिसके साथ राज्य को अतिरिक्त अपेक्षित राजस्व भी हासिल होगा। उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि आई.टी.सी. ग्रुप द्वारा पंजाब में होटल कारोबार का भी विस्तार किया जायेगा। इससे पहले इस प्रोजैक्ट को पंजाब निवासियों को समर्पित करते हुये आई.टी.सी. के सी.ई.ओ. संजीव पुरी ने कहा कि कंपनी को शीघ्र अति शीघ्र स्वीकृतियां मिलने स्वरूप ही यह प्लांट रिकार्ड समय में मुकम्मल हुआ। कृषि, मैनुफ़ेक्चरिंग और सेवाओं के क्षेत्र समेत विभिन्न क्षेत्रों में आई.टी.सी. की मौजूदगी संबंधी सी.ई.ओ. ने कहा कि कंपनी नयी औद्योगिक नीति की लाभदायक व्यवस्थाएं के मुताबिक पंजाब में कारोबार का विस्तार करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में नयी सरकार बनने के बाद यहाँ व्यापार करना आसान होना प्रत्यक्ष नजऱ आ रहा है और नयी औद्योगिक नीति पंजाब को आवश्यक तौर पर औद्योगिक पक्ष के तौर पर उभारेगी। श्री पूरी ने कहा कि यह प्रोजैक्ट राज्य भर में कृषि पर निर्भर लोगों के लिए लाभदायक होगा और इस के साथ कृ षि वस्तुओं की कीमतों में भी बढ़ोतरी होने साथ-साथ कई पक्षों से राज्य की आर्थिकता को भी फ़ायदा पहुँचेगा। 

उन्होंने कहा कि इस प्लांट में मंडी की भी स्थापना की जा रही है जहाँ फ़सल की अदायगी उसी समय की जाएगी और इस के अलावा दूध और अन्य उत्पादों के स्रोतों में विस्तार किया जायेगा।इस मौके पर बिजली मंत्री और कपूरथला के विधायक राणा गुरजीत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा किये वायदे अनुसार पंजाब सरकार राज्य में रोजग़ार के मौके पैदा करने के लिए सख्त प्रयत्न कर रही है और मुख्यमंत्री ने राज्य में निवेश लाने के लिए पूरा ध्यान केंद्रित किया हुआ है। मंत्री ने कहा कि मंडी में आई.टी.सी. की सुविधा के साथ अनाज की मशीनों के साथ सफ़ाई यकीनी बनाई जा  सकेगी और यह अनाज सायलोज़ में स्टोर किया जायेगा।आई.टी.सी. के पाँच प्लांटों में से यह तीसरा यूनिट है जो इस कंपलैक्स में स्थापित किया गया है। बाकी दो अगले वर्ष मार्च तक चालू होने की उम्मीद है। इस प्रोजैक्ट के मुकम्मल होने के साथ इस समुची सुविधा का 1.5 मिलियन वर्ग फुट क्षेत्र में प्रसार हो जायेगा और यह देश में सब से बड़ी सुविधा बन जायेगी।नयी औद्योगिक और बिजऩेस विकास नीति -2017 की तजऱ् पर राज्य सरकार आई.टी.सी. के एंकर इकाईयों के लिए सभी वित्तीय रियायतों उपलब्ध कराएगी जिस में 15 वर्ष के लिए कुल एस.जी.एस.टी. का 100 प्रतिशत फिर भुगतान भी शामिल है। 

गौरतलब है कि नयी औद्योगिक और बिजऩेस विकास नीति -2017 में फूड प्रोसैसिंग पर बहुत ज़्यादा ज़ोर दिया है और इस सैक्टर के लिए विभिन्न वित्तीय और ग़ैर -वित्तीय लाभ निवेशकों को मुहैया करवाए गए हैं जिस में पाँच रुपए प्रति यूनिट के हिसाब के साथ बिजली मुहैया करवाने के अलावा कुल एस.जी.एस.टी. का 100 प्रतिशत फिर भुगतान, बिजली कर, स्टैंप ड्यूटी, सी.एल.यू /ई.डी.सी. पर 100 प्रतिशत छूट, 10 साल के लिए कच्चे माल पर सभी टैक्सें और फीस की 100 प्रतिशत छूट और पी.ए.पी.आर.ए. से छूट शामिल हैं।आई.टी.सी. अपने व्यापार में विभिन्नता लाती है और यह पंजाब में अपनी अस्तित्व को बढ़ा रही है। इस की कई सह -उत्पादन इकाईयोँ पहले ही स्थापित की जा चुकीं हैं जो कि विश्व स्तरीय ख़ुराक उत्पाद तैयार कर रही हैं। आई.टी.सी. की सहायक इकाई टैकनीको भारत में जल्दी तैयार होने वाले आलू के बीज पैदा करने वाली सब से बड़ी उत्पादक है और यह राज्य में कृषि विकास कार्यक्रम में पूरी सक्रियता के साथ लगी हुई है। सके अलावा आई.टी.सी. राज्य के पर्यटन क्षेत्र में असरदार योगदान दे रही है। इस की 'वैलकम हेरिटेज ब्रांड Ó हाल ही में अमृतसर में खोला गया है। आई.टी.सी. के दो अन्य प्रमुख होटल 'वैलकम होटल और 'फारचून ब्रांड भी जल्दी खुल रहे हैं।इस मौके पर उपस्थित अन्यों में मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल, विधायक नवतेज सिंह चीमा, रमनजीत सिंह सिक्की और अमरपाल सिंह भुल्लर, पूर्व विधायक जोगिन्द्र सिंह मान और राजबंस कौर राणा, मुख्य सचिव करन अवतार सिंह, सचिव उद्योग राकेश वर्मा, डिप्टी कमिशनर कपूरथला मुहम्मद तायब, आई.जी.पी. अर्पित शुक्ला, डी.आई.जी. जसकरन सिंह, एस.एस.पी. संदीप शर्मा और अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर राहुल चाबा शामिल थे।