5 Dariya News

यदि आप शहीदों के बच्चों की शिक्षा का ख़र्च नहीं दे सकते तो हम देंगे -कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रक्षा मंत्री को कहा

केंद्र में कांग्रेस के सत्ता में आने पर पूर्व सैनिकों हर मदद देने का वादा

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चंडीगढ़ 09-Dec-2017

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शहीद और कार्यवाही दौरान अपंग हुए फौजियों के बच्चों को शिक्षा का पूरा ख़र्च देने की पेशकश की है। उन्होंने यह भी वायदा किया कि अगर केंद्र में कांग्रेस सत्ता में आई तो पूर्व फौजियो के कल्याण के लिए हर संभव यत्न किये जाएंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर मैं स्थिति में हुआ तो आवश्यक रूप से मौजूदा रुझान को बदल दूंगा। उन्होंने कहा कि पूर्व फ़ौजी यह सोचते हैं कि सरकार को उन के लिए जो करना चाहिए, वह नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि वह तो शहीद होने वाले फौजियों के लिए छोटी सी मदद मांग रहे हैं।कैप्टन अमरिंद सिंह ने इस महीने के शुरू में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को एक पत्र लिखा था और शहीद सैनिकों के बच्चों की पढ़ाई पर खर्च की सीमा लागाने के फ़ैसले को वापिस लेने के लिए अपील की थी। इसको उन्होंने फौजियों के साथ सौतेली मां वाला सलूक बताया था। इस फ़ैसले से परेशान हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि इसके साथ विभिन्न शिक्षा संस्थायों में पढ़ रहे 32000 विद्यार्थियों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। जबकि इस फ़ैसले के साथ सरकार का सिफऱ् तीन करोड़ रुपए सालाना बचेगा। उन्होंने इस फ़ैसले को तुरुंत वापिस लेने की माँग की थी। इसके साथ ही उन्होंने यह फ़ैसला अनैतिक और ग़ैर-सैद्धांतिक बताया था।

शनिवार को मिल्ट्री साहित्य मेले के आखिरी दिन एक विचार चर्चा दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि फौजियों के कल्याण को यकीनी बनाना सरकार की जि़म्मेदारी है। एक व्यक्ति देश के लिए इस ख्याल के साथ जीवन का बलिदान करता है कि उस के बच्चों का ख्याल रखा जायेगा परंतु यह वर्तमान समय नहीं किया जा रहा।मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर केंद्र शहीद फौजियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए यह तुच्छ राशि नहीं दे सकती तो पंजाब सरकार यह देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बारे केंद्र सरकार को अवगत करवा दिया है परंतु उन्होंने इस पेशकश को अभी स्वीकृति नहीं भरी। शहीद फौजियों और कार्यवाही दौरान बेकार हुए फौजियों द्वारा देश के लिए दिए जाते महान योगदान के एवज़ में उनके बच्चों की शिक्षा के लिए फीस का तुच्छ भुगतान किया जाता है।एक रैंक एक पैंशन के सम्बन्ध में पूर्व फौजियो द्वारा एक साल से भी अधिक समय से दिल्ली में दिए जा रहे धरने का जि़क्र करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह बहुत छोटी सी माँग है और यह देश की तरफ से पूरी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि फौजियों का मनोबल बनाई रखने के लिए उनका और उनके परिवारों के हितों का ख्याल रखना बहुत महत्वपूर्ण है। यह छोटी-छोटी बातें सरकार के लिए कुछ भी नहीं हैं परन्तु फौजियों के लिए इन का बहुत ज़्यादा महत्व है।मुख्यमंत्री ने कहा कि फौजियों और उनके परिवारों के हितों का ख्याल रखना एक मानवी पक्ष होने के अलावा यह देश के हित में भी है क्योंकि इसके साथ वह अपनी जि़म्मेदारी आधार किसी दबाव से बढिय़ा तरीके के साथ निभा सकेंगे।