5 Dariya News

कांग्रेस में '1 नंबर' का पद तय : नीतीश कुमार

5 Dariya News

पटना (बिहार) 04-Dec-2017

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मजबूती से विधानसभा चुनाव जीतेगी। उन्होंने राहुल गांधी के अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने के विषय पर कहा कि कांग्रेस का एक नंबर का पद तय होता है, उसके बाद जिसको जो स्थान मिले। पार्टी की यही परंपरा और यही संस्कार है। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि गुजरात में कांग्रेस डरी हुई क्यों है, जिस कारण उसे 'जनेऊ' दिखाना पड़ रहा है। नीतीश ने सवालिया लहजे में कहा कि हम लोगों ने कभी जनेऊ नहीं पहना तो क्या हम हिंदू नहीं हैं?पटना में 'लोक संवाद कार्यक्रम' में भाग लेने के बाद नीतीश ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने एक सभा में सभी लोगों के जनेऊ उतरवा दिए थे। उनका कहना था कि हम लोगों के बीच गैर बराबरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी को 'जनेऊधारी हिंदू' बताए जाने पर कहा कि जो लोग जनेऊ नहीं पहनते हैं, वे क्या हिंदू नहीं हैं। नीतीश ने कहा, "मुझे जो सुनने में आया है कि वहां (गुजरात) कांग्रेस ने बहुत कम मुस्लिम उम्मीदवार खड़े किए हैं। यही नहीं मुस्लिमों को मंच से बोलने भी नहीं दिया जा रहा है। अहमद पटेल तो कहीं नजर भी नहीं आ रहे हैं।"नीतीश ने कहा कि गुजरात की धरती के पुत्र आज देश के प्रधानमंत्री हैं, यह वहां के लोगों के लिए भी गौरव की बात है, ऐसे में वहां के लोग प्रधानमंत्री को छोड़कर कहीं नहीं जाने वाले हैं। 

हालांकि जद (यू) अध्यक्ष ने कांग्रेस अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी के नामांकन दाखिल करने पर सीधा कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है। प्रत्येक पार्टी में शीर्ष स्तर पर चुनाव न होने के प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों की पार्टी में कई स्तर पर चुनाव होता है। पंचायत, प्रखंड, जिला, राज्य, केंद्रीय सभी स्तर पर चुनाव होता है, लेकिन शीर्ष स्तर पर अगर कोई दूसरा खड़ा ही नहीं होगा तो चुनाव क्यों होगा। मुख्यमंत्री ने अप्रत्यक्ष रूप से राजद प्रमुख लालू प्रसाद पर तंज कसते हुए कहा कि जिन्होंने मेरा हाथ पकड़ा, उन्होंने परेशान किया और फिर हाथ छुड़ा लिया।नीतीश ने बिना किसी का नाम लिए कहा, "लोगों ने मेरा हाथ पकड़ा था, मैंने किसी का हाथ नहीं पकड़ा और जब पकड़ लिया तो परेशान करने लगने थे और हाथ छुड़ाने की कोशिश करने लगे तो मैंने भी ऐसे हाथ को छोड़ दिया।"प्रोन्नति (प्रमोशन) में आरक्षण से संबंधित सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, "पहले से भी हमारी यही राय रही है। सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा बनाई गई व्यवस्था के अनुरूप बिहार में सरकारी सेवाओं में आरक्षण नियम का पालन कर रहे हैं। प्रमोशन में आरक्षण की व्यवस्था को उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है। सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई चल रही है।" उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में भी आरक्षण मिलना चाहिए। संविधान में सामाजिक एवं शैक्षणिक पिछड़ेपन को आरक्षण का आधार बनाया गया है। समान अवसर के सिद्घांत को अपनाया गया है।