5 Dariya News

स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2017 में अपने रचनात्मक और तथ्य परक प्रदर्शन के लिए काँस्य पदक जीता

62 हजार से ज्यादा लोग स्वास्थ्य जाँच के लिए स्वास्थ्य चेतना शिविर में आए

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नई दिल्ली 27-Nov-2017

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को आज प्रगति मैदान में आयोजित 37 वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2017 में रचनात्मक और तथ्य परक प्रदर्शन के लिए काँस्य पदक से पुरस्कृत किया गया। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री श्री सी.आर. चौधरी ने एक कार्यक्रम में विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव (आरसीएच, आईईसी) वंदना गुरनानी ने मंत्रालय के तरफ से पुरस्कार ग्रहण किया। इस समारोह में आईटीपीओ के सीएमडी श्री एल.सी. गोयल और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। स्वास्थ्य मंत्रालय के मंडप में स्वास्थ्य मंत्रालय के निम्न कार्यक्रमों व पहलों को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया था- पूर्ण टीकाकरण कवरेज के विस्तार के लिए मिशन इन्द्र धनुष तथा नए टीकों की शुरूआत, प्रधान मंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना (पीएमएसएमए), स्तनपान को प्रोत्साहन देने के लिए ‘माताओं का पूर्ण स्नेह कार्यक्रम’ (एमएए) और तृतीयक स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करने के लिए प्रधान मंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई)। 

जनसंख्या स्थिरर्थ कोष (जेएसके) ने भी एक अनूठे सेल्फी कोने के माध्यम से प्रदर्शनी में भाग लिया, जिसमें युवा जोड़ों को छोटे परिवार के उपायों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया था। इसने प्रगति मैदान में नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जनसंख्या स्थिरीकरण से संबंधित विभिन्न योजनाओं के बारे में जागरूकता पैदा की। आयुष मंत्रालय ने भी चिकित्सा की पारंपरिक प्रणाली के बारे में लोगों को सूचित और शिक्षित करने के लिए भाग लिया। मोराजी देसाई योग और प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान के छात्रों ने आगंतुकों में योग को लोकप्रिय बनाने के लिए प्रतिदिन योग अभ्यास का प्रदर्शन किया। मंडप में सीजीएचएस के डॉक्टरों ने निःशुल्क स्वास्थ्य जाँच सेवा प्रदान की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने निःशुल्क स्वास्थ्य जाँच, परामर्श और रेफरल सुविधा प्रदान करने के लिए तीन स्वास्थ्य चेतना शिविरो का आयोजन किया था। इन शिविरों में आयुष डॉक्टरों के अलावा केंद्र सरकार के अस्पतालों के डॉक्टरों ने भी परामर्श प्रदान किया। पखवाड़े के दौरान 62,000 से अधिक लोग इन स्वास्थ्य शिविरों में आए।