5 Dariya News

मनोहर लाल खट्टर-अरविंद केजरीवाल मिले, 2018 में धुएं से लड़ने पर सहमत

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चंडीगढ़ 15-Nov-2017

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से यहां करीब 90 मिनट तक मुलाकात की और अगले वर्ष राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में धुएं को रोकने के लिए उपयुक्त कदम उठाने पर सहमत हुए। संयुक्त बयान में कहा गया, "हम खुश है कि चंडीगढ़ में हुई हमारी बैठक उपयोगी रही। हमारे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में फैले धुएं पर हम गहरी और साझा चिंता व्यक्त करते हैं। हम 2018 की सर्दियों में धुएं को पुन: उत्पन्न होने से रोकने के लिए कई उपायों पर कार्रवाई करने के लिए सहमत हुए हैं।"बयान में कहा गया, "बातचीत के दौरान हम इस बात पर सहमत हुए हैं कि धुएं के कारण होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों पर ठोस और त्वरित कार्रवाई करने की आवश्यकता है।"बयान में आगे कहा गया, "हमने फसल के अवशेषों और वाहनों के प्रदूषण के मुद्दों पर चर्चा की। हम आने वाले दिनों, सप्ताहों और महीनों में संयुक्त रूप से पहचाने गए कार्य बिंदुओं के अनुसरण के लिए निरंतर प्रयास करने का संकल्प करते हैं। हम भविष्य में वायु और जल प्रदूषण के अन्य स्रोतों पर चार्चा करने के लिए तत्पर हैं।"खट्टर के साथ हु़ई बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए केजरीवाल ने कहा, "हम हवा की दिशा को काबू में नहीं कर सकते। हम सभी को वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने का प्रयास करना होगा।

"केजरीवाल ने दिल्ली में धुएं और वायु प्रदूषण के लिए पहले पंजाब और हरियाणा के किसानों पर आरोप लगाया था। उन्होंने इस बार किसी पर आरोप नहीं लगाया।खट्टर ने कहा, "हमने वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपयों पर चर्चा की हैं।"दोनों मुख्यमंत्रियों ने मीडिया के सवालों के जवाब नहीं दिए।चंडीगढ़ हवाईअड्डे पर पहुंचते ही केजरीवाल को शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा।हरियाणा में विपक्षी नेताओं ने केजरीवाल से मुलाकात की सहमति देने के लिए खट्टर की आलोचना की। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री वायु प्रदूषण के लिए केवल हरियाणा और पंजाब के किसानों के पराली जलाने को जिम्मेदार मानते हुए मुद्दे को तूल दे रहे हैं।केजरीवाल दिल्ली के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन और पर्यावरण विभाग के सचिव केशव चंद्र के साथ चंडीगढ़ पहुंचे।उन्होंने पहले हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा और एनसीआर में धुएं की समस्या का समाधान खोजने के लिए एक संयुक्त बैठक करने का अनुरोध किया।पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मुलाकात के अनुरोध को खारिज कर दिया और उन्हें एक गंभीर मुद्दे का राजनीतिकरण करने से बचने की सलाह दी।