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'हीरो आईएसएल से भारतीय फुटबाल में निकलेगा विराट कोहली जैसा स्टार'

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कोलकाता 12-Nov-2017

हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में खेलने वाली टीमों के विदेशी कोचों ने एक मैच में कम से कम छह भारतीय खिलाड़ियों को मैदान में उतारने सम्बंधी नियम की तारीफ की है। सबका मानना है कि इससे स्थानीय खिलाड़ियों को निखरने का मौका मिलेगा। बीते सीजन तक हीरो आईएसएल टीमें अधिकतम छह भारतीय खिलाड़ियों को ही मैदान में उतार सकती थीं लेकिन नए नियम के आधार पर छह से अधिक खिलाड़ियों को मैदान में उतारा जा सकता है। जमशेदपुर एफसी के मुख्य कोच स्टीव कोपेल इसे भारतीय खिलाड़ियों पर एक अतिरिक्त जिम्मेदारी मानते हैं। उनका मानना है कि नए नियम के तहत भारतीय खिलाड़ियों को अब अच्छा खेल दिखाना होगा।कोपेल के अलावा एटीके के इंग्लिश कोच टैडी शेरिंघण और चेन्नयन एफसी के जॉन ग्रेगरी ने भी नए नियम की तारीफ की है। इनका मानना है कि नए नियम से भारतीय खिलाड़ियों का विकास होगा।हीरो आईएसएल मीडिया डे के अवसर पर शेरिंघम ने कहा, "यह अच्छा निर्णय है। एक समय में छह भारतीय खिलाड़ियों का मैदान में होने का मतलब यह है कि भारतीयों को अपना फन दिखाने का अधिक मौका मिलेगा।"ग्रेगरी ने कहा, "इस साल हमारे साथ कोई मार्की खिलाड़ी नहीं है लेकिन आप देखेंगे कि हमने जिन भारतीय खिलाड़ियों पर पैसे खर्च किए हैं वे सिर्फ 10 मिनट के लिए मैदान पर नहीं आएंगे। मुझे यकीन है कि वे इस सीजन में मेरी टीम के लिए असाधारण प्रदर्शन करेंगे।"नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी के मुख्य कोच जोआओ कार्लोस पिरेस दे डेउस जब से भारत आए हैं और आईएसएल से जुड़े हैं, भारतीय खिलाड़ियों की प्रतिभा से काफी प्रभावित हैं।पुर्तगाल निवासी डेउस ने भारतीय खिलाड़ियों पर काफी शोध किया है और वह अपने सामने आने वाले आंकड़ों और खुद के नजरिए से काफी अचंभित हैं।

वह कहते हैं, "आप मुझसे कह सकते हैं कि मेरी टीम में शामिल ब्राजीलियाई खिलाड़ी जादू कर सकता है लेकिन समझने वाली बात यह है कि जादू क्या होता है? मेरी टीम में शामिल भारतीय खिलाड़ी भी काफी कलात्मक हैं और जादू कर सकते हैं। आपने देखा है कि फीफा अंडर-17 टीम में शामिल कोमत थटाल ने कितना जादू किया था। कलात्मक प्रदर्शन किसी राष्ट्र से नहीं जुड़ा हुआ है।"कोपेल ने कहा, "टॉप खिलाड़ियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खेलने से भारतीय खिलाड़ियों में शानदार बदलाव आया है। मार्की खिलाड़ियों और टॉप क्लास फारवर्ड औ्र मिडफील्डरों के साथ खेलने के उनका आत्मविश्वास कई गुना बढ़ गया है। आपने देखा है कि विदेशी खिलाड़ी इस लीग में किस तरह से खेलते हैं और किस तरह से अपना शरीर बचाते हैं। इन सब बातों ने भारतीयों को एक नई सीख और प्रेरणा दी है। हीरो आईएसएल ने इस दिशा में क्रांतिकारी बदलाव किया है।"दिल्ली डायनामोज के मुख्य कोच मिग्वेल एंजेल पुर्तगाल की बदली हुई रणनीति की चर्चा करते हुए दिल्ली के गोलकीपर अल्बीनो गोम्स कहते हैं, "यहां की सुविधाएं, कोचिंग स्टाइल, तकनीकी पक्ष, इन सब बातों ने मुझे एक बेहतर खिलाड़ी बनाया है। मेरे कोच अब चाहते हैं कि मैं बॉक्स से बाहर आकर स्वीपर की भूमिका निभाऊं और कभी-कभी गेंद लेकर आगे जाऊं। "पुर्तगाल ने कहा, "हीरो आईएसएल के कारण भारतीय फुटबाल में विराट कोहली जैसा सुपरस्टार पैदा होगा। एक ऐसा खिलाड़ी जो टीम को आगे ले जाने के अलावा युवाओं के लिए इस खेल में आने के लिए प्रेरक बनेगा। किसी भी देश में खेल के विकास के लिए युवाओं का विकास काफी जरूरी है और आईएसएल इस दिशा में भारतीय फुटबाल की मदद कर रहा है।"हीरो आईएसएल के चौथे सीजन का आगाज 17 नवम्बर को कोच्चि में होगा। हाईप्रोफाइल उद्घाटन मैच में दो बार के चैम्पियन एटीके और दो बार के उपविजेता केरला ब्लास्टर्स का सामना जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में होगा।