बिजली के मूल्यों में वृद्धि के खिलाफ 'आप का धरना
अमरिन्दर सिंह की कांग्रेस सरकार लोक विरोधी, मंत्रियों के भ्रष्टाचार का खमियाजा आम जनता को पड़ रहा है भुगतना -भगवंत मान
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पटियाला 27-Oct-2017
आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को पंजाब राज बिजलीनिगम लिमिटेड के पटियाला दफ्तर के बाहर धरना दे कर पंजाब सरकार द्वारा बिजली के रेटों में किए 9.33 प्रतिश्त वृद्धि का विरोधी किया। आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रधान भगवंत मान, विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खहरा और सह-प्रधान अमन अरोड़ा समेत पार्टी के विधायक और नेता इस दौरान मौजूद रहे।लोगों को संबोधन करते भगवंत मान ने कहा कि पंजाब सरकार हर फ्रंट पर फेल हुई है और सरकार स्थापति के 6 महीनों बाद ही लोग कांग्रेस से दुखी हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता और सरकार के बीच वाले मंत्री खुद ही भ्रष्टाचार में लिप्त हो गए हैं और जिसका खमियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। मान ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह को सलाह दी कि वह दिल्ली के मुख्य मंत्री केजरीवाल से लोक समर्थकी नीतियां लागू करना सीखे।मान ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ करने की बजाए सरकार उन पर फालतू भार डाल कर अपने मंत्रियों और नेताओं को लाभ पहुंचाने का यत्न कर रही है। सरकार के मंत्री सूबे में गैर कानूनी रेत, बजरी, ट्रांसपोर्ट और नशे के व्यापार में लगे हुए हैं उन्होंने कहा कि सरकार ने चुनावों दौरान लोगों के साथ किए वायदे भुला दिए हैं।
अमरिन्दर सिंह सरकार द्वारा सूबे के लोगों पर बिजली रेटों में वृद्धि के द्वारा भारडालने की आलोचना करते सुखपाल सिंह खहरा ने कहा कि ऐसा करके सरकार पहले से ही आत्महत्याएं कर रहा किसानों और खेत मजदूरों को ऐसे कदम उठाने के लिए मजबूर कर रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोगों की आमदनी बढ़ाने की बजाए सरकार उन पर तरह-तरह के टैकस लगा कर उनकी हालत और भी दयनीय कर रही है।खहरा ने कहा कि जिस सरकार ने बड़े-बड़े झूठे वायदे करके सत्ता प्राप्त की थी, अब वायदे पूरे न करने की सूरत में अपने ही लोगों पर अत्याचार कर रही है। खहरा ने कहा कि बिजली के रेटों में 7 से 12 प्रतिशत का विस्तार अति निंदनीय है और सरकार को यह तत्काल तौर पर वापस लेना चाहिए।विरोधी पक्ष के नेता ने कहा कि यह वायदा उस समय आया है जब कि आम आदमी पहले ही महंगाई की मार और व्यापारी वर्ग मंदी के दिनों से गुजर कर रहा है। उन्होंने कहा कि है कि यह अति दुखद है कि सरकार ने टैकस लगाते और बिजली के रेटों में विस्तार करते समय अति गरीब लोगों को भी नहीं बक्शा। इससे भी बूरी बात यह है कि यह विस्तार 1 अप्रैल 2017 से लागू होगा और लोगों को पिछले करीब 7 महीनों का भी ओर बिल देना पड़ेगा।
अमन अरोड़ा ने कहा कि सरकार ने अभी ही मार्केट समिति फीस और रुरल डिवैल्पमैंट फीस 1 प्रतिशत से 3 प्रतिशत की है जिस के साथ कि पंजाब के किसानों पर 900 करोड़ रुपए का फालतू बोझ आया है। अरोड़ा ने मनोरंजन और प्रोफैशनल टैकस लगाए जाने की निंदा करते कहा है कि यह सरकार के एक देश एक टैकस के फार्मूले को ही झूठा साबित करता है। उन्होंने कैप्टन अमरिन्दर सिंह से मांग की है कि बिजली के रेटों में किये वृद्धि को तुरंत वापस लिया जाये और पहले से ही नष्ट हो चुके पंजाब के व्यापार को ओर न उजाड़ा जाये।आप विधायक सरबजीत कौर माणूके, बलजिन्दर कौर, नाजर सिंह मानशाहिया, मीत हेयर, पिरमल सिंह धौला, जगदेव सिंह कमालू, प्रिंसीपल बुद्ध राम, कुलतार सिंह, अमरजीत सिंह संधोआ, आप नेता दलवीर ढिल्लों, बलदेव आजाद, डा. बलवीर सिंह, करन टीवाना, ज्ञान सिंह मंगो, तेजिन्दर मेहता, पलविन्दर कौर और सूबे के अन्य नेता इस मौके उपस्थित थे।