5 Dariya News

जर्जर हुई कानून व्यवस्था के बारे में कैप्टन सरकार भी सुखबीर बादल वाला डायलॉग रटने लगी -अमन अरोड़ा

5 Dariya News

चंडीगड़ 23-Oct-2017

पंजाब की जर्जर हुई कानून व्यवस्था पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि स्थिति सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने की बजाए कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार ने भी वही फार्मूला  अपना लिया है, जिसके साथ अकाली-भाजपा सरकार में गृह मंत्री रहे सुखबीर सिंह बादल समय निकाल रहे थे।‘आप‘ द्वारा जारी प्रैस बयान में पार्टी के सह-प्रधान और विधायक अमन अरोड़ा ने लुधियाना में  आर.एस.एस नेता रवीन्द्र गोसाईं की दिन दिहाड़े हुए कत्ल के पीछे डी.जी.पी. पंजाब की ओर से विदेशी ताकतों का हाथ होने संबंधी संदेह जाहिर किए जाने को गैर-जिम्मेवार टिप्पणी करार दिया। अमन अरोड़ा ने कहा  कि यह पूरी तरह पंजाब पुलिस और खुफिया नैटवर्क की असफलता का परिणाम है, जिस कारण अपराधी तत्व दिन दिहाड़े एक ही तरीके के साथ वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं और पंजाब पुलिस  कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही करती है। आखिरकार विदेशी ताकतों के हाथ होने की संदेह प्रकट कर गोगलूओं से मिट्टी झाड़ दी जाती है। बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और बहबल कलां में हुए  गोली कांड से लेकर जालंधर में आर.एस.एस नेता ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा की हत्या पर, उस समय उप मुख्य मंत्री और गृह मंत्री रहे सुखबीर सिंह बादल भी विदेशी ताकतों का हाथ होने की ब्यानबाजी कर समय  को निकालते रहे, बिल्कुल वही डायलॉग कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार ने पकड़ लिया है, जिस में खुद कैप्टन अमरिन्दर सिंह गृह मंत्री हैं।अमन अरोड़ा ने स्पष्ट करते कहा कि इस बात से कतई इन्कार नहीं किया  जा सकता कि देश-विदेश में बैठे बुरे अनसर पंजाब की अमन-शान्ति को भंग करने की फिराक में नहीं रहते, परंतु सवाल यह उठता है कि राज्य की कानून व्यवस्था इतनी दयनीय हो चुकी है कि अपराधी तत्व  अपनी किसी भी साजिश को बड़ी ही आसानी के साथ अंजाम देकर घटना स्थल से आसानी से फरार हो निकल जाता हैं। नतीजे के तौर पर पंजाब में अपराधिक अनसरों के हौंसले इतने बुलंद हो गए हैं, हर रोज  कत्लेआम हो रहे है। बैंकों और एटीएम लूटे जा रहे हैं। सरेआम डकैतियां-चोरीयां हो रही हैं। इस लिए बतौर गृह मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की सीधे तौर पर जिम्मेदार और जवाबदेह बनती हैं।इसके साथ ही अमन  अरोड़ा ने कहा कि कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के ब्यानों में यही भी झलकता है कि गृह मंत्रालय कैप्टन अमरिन्दर सिंह के बस की बात नहीं। इस लिए जब नवजोत सिंह सिद्धू एक महीने में पंजाब की कानून  व्यवस्था दरुस्त करने दावा कर रहे हैं तो मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को चाहिए कि वह बतौर गृह मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को परख कर देख लें।