5 Dariya News

पंजाब मंत्रीमंडल द्वारा चिंतपूर्णी मैडीकल कालेज के विद्यार्थी अन्य कालेजों में तबदील करने संबंधी विचारविमर्श

विद्यार्थियों के भविष्य सुरक्षित करने के लिए मुख्यमंत्री ने अपनी वचनबद्धता दोहराई

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चंडीगढ़ 16-Oct-2017

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने मंत्रियों से चिंतपूर्णी मैडीकल कालेज के विद्यार्थियों को अन्य संस्थाओं में तबदील करने के मुद्दे पर विचार -विमर्श किया।मंत्री मंडल की मीटिंग के एजेंडे ख़त्म होने के बाद आखिऱ में इस मुद्दे पर विचार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पठानकोट के चिंतपूर्णी मैडीकल कालेज के बंद होने के कारण विद्यार्थियों के कैरियर को बुरे प्रभाव से सुरक्षित करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार विद्यार्थियों के भविष्य को डावंाडोल होने की आज्ञा नहीं देगी।मीटिंग में बताया गया कि इस कालेज में 250 विद्यार्थी एम.बी.बी.एस. की पढ़ाई कर रहे हैं। जिन में से 2014 बैच के 100 विद्यार्थी और 2016 बैच के 150 विद्यार्थी हैं। मंत्रीमंडल ने इस बात पर सहमति अभिव्यक्ति कि इन विद्यार्थियों को भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय और मैडीकल कौंसिल आफ इंडिया की स्वीकृति मिलने के बाद जल्दी ही राज्य के अन्य मैडीकल कालेजों में तबदील कर दिया जाये।

मुख्यमंत्री ने गत महीने पठानकोट में इन प्रभावित विद्यार्थियों को भरोसा दिलाया था कि स्वीकृति के बाद उनको बिना किसी देरी से तबदील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी। उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी भरोसा दिलाया था कि उनकी सरकार विद्यार्थियों के कैरियर की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएगी। उन्होंने कहा था कि अगर एम.सी.आई. नवंबर में शुरू होने वाले परीक्षाएं से पहले स्वीकृति नहीं भी देती तो इस केस में अगर ज़रूरत पड़ी तो अलग इम्तिहान लिया जायेगा।यह कालेज भारतीय जनता पार्टी के स्वर्ण सिंह सलारिया का है और यह एम.सी.आई. के मापदंडों को पूरा करने में असफल रहा है। इस के परिणाम स्वरूप पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को इस के विद्यार्थी दूसरे स्थानों पर तबदील करने के लिए कहा है। राज्य सरकार ने इस कालेज के विद्यार्थियों को दूसरे कालेजों में तबदील करन के लिए एम.सी.आई. और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को आज्ञा देने के लिए लिखा है।