5 Dariya News

कृषि अवशेष से कागज तैयार करने के लिए प्रमुख कंपनी द्वारो पंजाब में 1000 करोड़ रुपए की लागत के साथ यूनिट स्थापित करने का प्रस्ताव

यूनिट की स्थापना से 3500 नौकरियाँ मिलेगीं

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चंडीगढ़ 28-Sep-2017

कागज तैयार करने वाली एक अग्रणीय कंपनी ने पंजाब में एक हजार करोड़ रुपए की लागत से मैनुफेक्चरिंग यूनिट स्थापित करने का प्रस्ताव पेश किया है जिससे सरकार के औद्योगिक विकास को बड़ा प्रोत्साहन मिलने साथ साथ रोजग़ार के मौके भी पैदा होंगे।यह यूनिट रूपनगर जिले में चमकौर साहिब में स्थापित किये जाने का प्रस्ताव है जिससे जहां कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार द्वारो पराली जलाने को रोकनो के लिए किये जा रहे यत्नों को बल मिलेगा, वहीं फसलों के अवशेष से लेखन और मुद्रण वाले कागज तैयार किये जाएंगे।इस प्रस्ताव संबंधी विस्तार में बताते एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मैसर्ज रूचीरा पेपरज़ लिमटिड ने बड़े स्तर पर नया यूनिट लगाने के लिए सरकार से स्वीकृतियां लेने के लिए बीते दिन 27 सितम्बर को निवेश पंजाब के कार्यालय में आवेदन किया हे।यह प्रोजैकट साल 2019 में चालू हो जाने की संभावना है और कंपनी मुताबिक इस प्रोजैकट से 3500 लोगों को रोज़गार मिलेगा। यह कंपनी लेखन और मुद्रण का पेपर तैयार करने साथ साथ इस का क्राफ्ट पेपर या जाना -पहचाना ब्रांड है।

रूचीरा पेपरज़ कंपनी की स्थापना 1980 में हुई और इस समय पर हिमाचल प्रदेश में मैनुफेक्चरिंग के क्षेत्र में काम कर रही है और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार द्वारा उद्योग के पक्ष में उठाये गये कदमों के मद्देनजर इस कंपनी की तरफ से पंजाब में निवेश करने की इच्छा जाहिर की गई है।एक सरकारी प्रवक्ता मुताबिक कांग्रेस सरकार द्वारा सूबे में उद्योग को प्रोत्साहन देने और पंजाब के नौजवानों के लिए नौकरी के अवसर सृजन करने के लिए बनाई योजना के अंतर्गत ही कंपनी ने अपना प्रस्ताव रखा है। इससे ही मुख्य मंत्री द्वारा अवशेष को जलाने से रोकनो के लिए किये जा रहे यत्नों के लिए भी यह सहायक होगा क्योंकि  अवशेष को जलाने से राज्य के वातावरण पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।यह जिक्रयोग्य है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जो इस संबंधी जोरदार कदम उठा रहे हैं, ने सूबे में व्यापारिक गतिविधियों को प्रोत्साहन देने के लिए कई प्रयास शुरु किये हैं। अवशेष को जलाने पर काबू पाने के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने गत दिवस जहाँ किसानों को ऐसा कदम न उठाने की अपील की है, वहीं सम्बन्धित विभागों को इस गंभीर अमल को खत्म करने के लिए हर संभव कदम उठाने की हिदायत भी की है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों द्वारा धान की पराली को आग न लगाने से रोकने के लिए उनको नगद रियायत देने की मांग केंद्र सरकार के स्तर पर उठाई हुई है।