5 Dariya News

मुख्यमंत्री द्वारा लंदन से 'अपनी जड़ों से जुड़े आलमी प्रोग्राम का आगाज़

यह प्रयास नवयुवकों को खालिस्तान के झूठे प्रचार से दूर रखने में सहायक होगा

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लंदन 14-Sep-2017

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह  ने लंदन से अपनी सरकार के विलक्षण उद्यम का आरंभ करते 'अपनी जड़ों से जुड़े  आलमी प्रोग्राम आरंभ करने का एलान किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह प्रोग्राम दूसरे देशों में रह रहे भारतीय मूल के नवयुवकों को पंजाब की जमीनी हकीकतों संबंधी अवगत करवाने के साथ-साथ उन्हें खालिस्तानियों के झूठे प्रचार से दूर रखने में सहायक होगा।कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि भारत से बाहरी मुल्कों में जन्मी-पली तीसरी से चौथी पीढ़ी के नवयुवकों को झूठे प्रचार द्वारा गुमराह किया जा रहा है जो खालिस्तानी लहर की प्रौढ़ता करता है। उन्होंने कहा कि इस प्रयास का उद्धेश्य इन नवयुवकों को पंजाब की सच्ची तस्वीर दिखाना है।मुख्यमंत्री ने इन नवयुवकों को खुले वातावरण में पंजाब की ज़मीनी हकीकतों को समझने और अपनी पहचान को पुन: ढूंढने के लिए आरंभ की गई मुहिम  में शामिल होने का आह्वान कि या। मुख्यमंत्री ने 16 से 22 वर्ष की आयु के लड़के व लड़कियां विशेषकर कभी भी भारत ना आने वाले  नवयुवकों को सरकार द्वारा आरंभ किए दो सप्ताह प्रोग्राम में बढ़चढ़ कर शामिल होने का आह्वान किया जो उन्हें अपनी जड़ों से जुडऩे का अवसर मुहैया करवाएगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रोग्राम उनकी पार्टी व सरकार की सोच से प्रेरित होने के साथ-साथ भारत सरकार की इच्छा अनुसार है कि ऐसे नवयुवकों को पंजाब आकर राज्य की सफलता व नाकामी का पता लगाने के लिए विद्यार्थियों सहित अन्य विभिन्न लोगों के साथ बातचीत करनी चाहिए। यह प्रोग्राम उन्हें अपने विरसे व संस्कृति के साथ-साथ अपने पूर्वजों की जड़ों के साथ जुडऩे का मंच मुहैया करवाएगा।कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें भरोसा दिलाया कि इस प्रोग्राम को राजनीति के लिए इस्तेमाल किए जाने का सरकार का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने नवयुवकों को भारत में आकर किसी भी सियासी पार्टी के साथ खुली बातचीत करने और स्वयं ही इस मुल्क संबंधी अपनी राय बनाने के लिए कहा और यहां से  वापिस जाकर विदेशों में रह रहे शेष नवयुवकों को  हकीकत संबंधी अवगत करवाया जाए। उन्होंने कहा कि इस साझेदारी का दो तरफा लाभ होगा। उन्होंने इन नवयुवकों को कहा 'तुम भारत की खुशहाली के लिए हमारी मदद कर सक ते हो और इसकी एवज में हम तुम्हारे द्वारा अपनाये मुल्कों की खुशहाली के लिए मदद कर सकते हैं।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनकी यह निजी इच्छा है कि यह नवयुवक पंजाब आएं और सरकार  समक्ष राज्य संबंधी अपनी भावनाओं को उजागर करने के अलावा इस बात के लिए भी राय दें कि स्थिति ओर बेहतर बनाने के लिए क्या कुछ किया जा सकता है। उन्होंने अफसोस ज़ाहिर करते कहा कि उनके मनों में पंजाब संबंधी गलत धारनाएं पैदा की गई हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि वह व उनके सहयोगी स्वयं पंजाब में इन नवयुवकों का स्वागत करेंगे तथा इन नवयुवकों के घूमने पर कोई बंदिश नहीं होगी बल्कि वह जहां भी जाना चाहें, जा सकते हैं।कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह चाहते हैं कि नवयुवक पंजाब की सच्ची आवज़ बनकर उभरें। उन्होंने कहा कि जिस समय उनकी सरकार राज्य के विकास के लिए विशेषकर 90 लाख नवयुवकों को रोज़गार देने के लिए पूरी ताकत लगा रही है तो इस समय विदेशों में रह रहे पंजाबियों को स्वयं आकर पंजाब को पुन: तरक्की की पटड़ी पर लाने के लिए की जा रही कोशिशों पर जांच  करनी चाहिए।मुख्यमंत्री ने बताया कि यह प्रोग्राम नवयुवकों को अपने पैतृक स्थान पर आने का मौका प्रदान करेगा जहां उनके माता-पिता या दादा-पड़दादा पैदा हुए और अपने जीवन के प्रारम्भिक दिन इन स्थानों पर व्यतीत किए। यह प्रोग्राम उन्हें अपने पूर्वजों की भाषा में बातें करने का मौका मुहैया करवाएगा।इस प्रोग्राम तहत प्रत्येक दो माह में 15 नवयुवकों का ग्रुप पंजाब आएग जिसमें विभिन्न मुल्कों के नवयुवक शामिल होंगे। इस प्रोग्राम के लिए इस साल सूबा सरकार ने बजट का उपबंध पहले ही किया हुआ है। सरकार द्वारा बाकी मुल्कों से पहले नवयुवकों के पहले तीन ग्रुप बर्तानिया से लाने संबंधी विचारविमर्श किया जा सकता है।

पहले चरण में इस प्रोग्राम के हिस्से के तौर बर्तानिया के अलावा कैनेडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपियन संघ के नवयुवक लाने का प्रस्ताव है जिसके लिए आवेदनकत्र्ता को भारत आने-जाने का खर्चा वहन करना पड़ेगा जबकि पंजाब में रहना, स्थानीय आने-जाने के लिए व विभिन्न स्थानों को देखने का खर्चा पंजाब सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। प्रचार सामग्री संबंधित मुल्कों के दूतघरों/हाई कमिश्रों को पहुंचाई जाएगी। इस स्कीम को आगे ले जाने की जिम्मेवारी एन.आर.आई. मामलों के सचिव को सौंपी गई है। इस स्कीम तहत एक गांव में तीन दिनों के लिए घर में ठहरने के अलावा इन नवयुवकों को पुरानी यादगारें दिखाने के साथ-साथ पटियाला, अमृतसर, लुधियाना व उनकी इच्छाानुसार अन्य स्थानों से खाने-पीने वाली प्रसिद्ध दुकानों से रिवायती पकवानों का आनंद उठाने का मौका दिया जाएगा। इसी प्रकार श्री हरमंदिर साहिब, जलियां वाला बाग, वाघा बॉर्डर, बंगा में शहीद-ए-आज़म भगत सिंह यादगार और विरासत-ए-खालसा आनंदपुर साहिब जैसी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व पर्यटन जैसे स्थानों पर ले जाया जाएगा।इस प्रोग्राम संबंधी जागरूकता पैदा करने के लिए फेसबुक पर भी एक पेज़ बनाया गया है। इस प्रोग्राम में दिलचस्पी रखने वाले नवयुवक ई-मेल connect_with_your_roots@punjab.gov.in व cyr@punjab.gov.in  द्वार पहुंच कर सकते हैं।सरकार का एक अन्य प्रोग्राम 'पंजाब के मित्र- मुख्यमंत्री गरिमा ग्राम योजना द्वारा प्रवासी  पंजाबियों को अपनी जड़ों से जोड़ेगा जिन्होंने विदेशी धरती को अपना घर बना लिया और सख्त मेहनत तथा समर्पित भावना से दुनियाभर के मुल्कों की उन्नति में अपना योगदान डाला। यह प्रोग्राम प्रवासी पंजाबियों को अपनी जड़ों से जोड़ेगा तथा ग्रामीण विकास के कार्यों में बराबर के वित्तीय योगदान द्वारा सरकार की मदद करने में सहायक होगा।