5 Dariya News

भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, गरीबी और अनपढ़ता को खत्म करने के लिए यत्न किये जाएंगे-मनप्रीत सिंह बादल

सारागढ़ी के गौरवमयी इतिहास को स्कूलों के सिलेबस में शामिल किया जायेगा-नवजोत सिंह सिद्धू

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फिरोजपुर 12-Sep-2017

पंजाब सरकार द्वारा सारागढ़ी की लड़ाई के शहीदों की याद को समर्पित ऐतिहासिक गुरुद्वारा सारागढ़ी साहिब फिरोजपुर छावनी में राज्य स्तरीय समागम का आयोजन किया गया। इस समागम में पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की जबकि कैबिनेट मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू और कैबिनेट मंत्री स. साधु सिंह धर्मसोत विशेष अतिथि के तौर पर शामिल हुए। ऐतिहासिक गुरुद्वारा सारागढ़ी साहिब के दीवान हाल में श्री. अखंड पाठ साहब के भोग डाले गए भाई हरनाम सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब अमृतसर और भाई सुखजिन्दर सिंह हजूरी जत्था गुरुद्वारा सारागढ़ी द्वारा ईलाही वाणी का कीर्तन किया गया जिस में देश -विदेश से हजारो की संख्या में संगतें, शहीदों के परिवार, पूर्व सैनिक, फौज के अधिकारियों और जवानों ने शिरकत की।समागम को संबोधन करते पंजाब के वित्त मंत्री स. मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि पंजाब सरकार को यह गर्व है कि सारागढ़ी के शहीदों की बेमिसाल शहादत को समर्पित सारागढ़ी दिवस को राज्य स्तरीय समागम के तौर पर मनाया जा रहा है और इस दिन पूरे राज्य में छुट्टी की गई है। उन्होंने कहा कि सारागढ़ी के बलिदान की मिसाल पूरी दुनिया में नहीं मिलती जब 21 सिक्ख सैनिकों ने 10 हजार पठानों का बहादुरी के साथ मुकाबला कर कर शहादत का जाम पिया। विधायक स. परमिन्दर सिंह पिंकी की माँग पर स. मनप्रीत सिंह बादल ने ऐलान किया कि सारागढ़ी के शहीदों की याद में बनने वाले स्मारक, म्युजियम, आदि और जितनी भी राशि की जरूरत होगी वह पंजाब सरकार द्वारा दी जायेगी और सारागढ़ी के इतिहास संबंधी राज्य के विद्यार्थियों और देश के लोगों को अवगत करवाया जायेगा उन्होंने कहा कि सरहदी जिले फिरोजपुर के सर्वपक्षीय विकास के लिए पंजाब सरकार पूरी तरह वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा शहीदों के सपनों को साकार करने, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, गरीबी, अनपढ़ता और नशों के खात्मे के लिए पूरी तनदेही के साथ काम किया जायेगा। उन्होंने ब्रिटिश आर्मी के डेलिगेशन, शहीदों के परिवारों, सेना के पूर्व अधिकारियों, जवानों, सेना के अधिकारियों और देश -विदेश से पहुँची संगतों का भी धन्यवाद किया। 

इस मौके उन्होंने विभिंन शख्सियतें को कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा सारागढ़ी की लड़ाई संबंधी लिखी खोज भरपूर पुस्तक विभिंन शख्सियतों को भेंट की।कैबिनेट मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने संबोधन में सारागढ़ी के शहीदों को श्रद्धाँजलि भेंट करते उपस्थित लोगों को यकीन दिलाया कि पंजाब सरकार शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए पूरी तरह दृढ़ है। उन्होंने कहा कि वह आज लोगों के साथ वायदा करके जाते हैं कि हलके विधायक स. परमिन्दर सिंह पिंकी को सरकार द्वारा खाली चैक दिया जायेगा और शहीदी स्मारक के लिए जितनी भी राशि की जरूरत होगी उतनी राशि वह स्वयं भर लेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री के साथ सलाह करके सारागढ़ी के शहीदों की याद में म्युजियम, पुस्तकालय, आदि बनाया जायेगा और पंजाब सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में फंडों की कोई कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि हमें सभी को सारागढ़ी के शहीदों से प्रेरणा लेने की जरूरत है जिन्होंने अपने खून का आखिरी कतरा भी अपने देश की रक्षा के लिए कुर्बान किया है।इस मौके स. साधु सिंह धर्मसोत ने सारागढ़ी के शहीदों को श्रद्धा के फूल भेंट करते कहा कि सारागढ़ी की जंग समय केवल 21 सिक्ख सैनिकों ने 10 हजार फौजियों का डट कर मुकाबला किया और इन शहीदों की कुर्बानीयों स्वरूप ही हम आजादी का आनंद उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब को इस बात का भी गर्व है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह स्वयं पूर्व फौजी अधिकारी हैं जिन्होंने 1965 की जंग में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा सारागढ़ी दिवस को राज्य स्तरीय समागम में छुट्टी का ऐलान अपने आप में एक ऐतिहासिक फैसला है।इस मौके हलके विधायक स. परमिन्दर सिंह पिंकी ने सारागढ़ी के शहीदों को श्रद्धा के फूल भेंट करते उन की याद में म्युजियम, पुस्तकालय, ऑडीटोरियम और हलके के विकास के लिए माँगें रखी जिस को मुख्य अतिथि और साथी मंत्रियों द्वारा पूरा करने का भरोसा दिलाया गया।

समागम दौरान सारागढ़ी के शहीदों के वारिसों, ब्रिटिश आर्मी के ब्रिगेडियर टिमब्बी जोन सील और साथियों, इतिहासकार गुरिन्दरपाल सिंह जोसन, 4 सिक्ख रेजीमेंट के पूर्व अधिकारी ब्रिगेडियर कमलजीत सिंह, कर्नल बी.एस.चाहल, कैप्टन अमरजीत सिंह जेजी, पूर्व सैनिकों और उन के आश्रितों को भी सम्मानित किया गया।सारागढ़ी मेमोरियल मैनेजमेंट समिति के चेयरमैन मेजर जनरल राजेश कुन्दरा जी.ओ.सी, श्री. सुमेर सिंह गुर्जर कमिशनर, उप चेयरमैन -कम - डिप्टी कमिशनर श्री. रामवीर द्वारा मुख्य मेहमान स. मनप्रीत सिंह बादल, स. नवजोत सिंह सिद्धू और स. साधु सिंह धर्मसोत को यादगारी चिह्नों के साथ सम्मानित किया गया। डिप्टी कमिशनर श्री. रामवीर ने समागम की सफलता और समूह मेहमानों का धन्यवाद किया और भारतीय फौज के अधिकारियों और विशेष  करके 11 सिक्ख रैजीमैंट द्वारा समागम के प्रबंधों में दिए गए योगदान के लिए उन का धन्यवाद किया।इस मौके विधायक स. गुरकीरत सिंह कोटली, श्रीमती सतिकार कौर गहरी, स.कुलबीर सिंह जीरा, डा. हरजोत कमल, स. दविन्दर सिंह घुबाया,स. नत्थू राम, स. तरसेम सिंह अटारी, स..एम.एस. छीना आई.जी. बठिंडा जोन, स. रजिन्दर सिंह डी.आई.जी, श्री. वनीत कुमार अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर, स. भुपिन्दर सिंह एस.एस.पी, स.. हरजीत सिंह संधू एस.डी.एम, कर्नल नितेश जसवाल, कर्नल अभिषेक मिश्रा, स. चमकौर सिंह ढींढ़सा प्रधान जिला कांग्रेस समिति, स. हरजिन्दर सिंह बिट्टू सांघा के इलावा बड़ी संख्या में सिविल और फौज के अधिकारी और राजनीतिक पार्टियाँ और धार्मिक संस्थाओं के नेता भी उपस्थित थे।

Manpreet Singh Badal, Navjot Singh Sidhu