5 Dariya News

रोजग़ार मेले दौरान 3000 सरकारी नौकरियों सहित 27,000 बेरोजग़ारों को नियुक्ति पत्र सौंपे

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 25 नौजवानों को निजी तौर पर नियुक्ति पत्र दिये, 2.80 लाख नौजवानों को रोजग़ार देने के लिए 34 समझौते किये

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एसएएस नगर (मोहाली) 05-Sep-2017

पंजाब के मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी सरकारी की 'घर-घर रोजग़ार स्कीम को आज अमली जामा पहनाते हुये विशाल रोजग़ार मेले दौरान 25 नौजवानों को निजी तौर पर नियुक्ति पत्र सौंपे जबकि इस समारोह दौरान 3000 सरकारी नौकरियों सहित कुल 27,000 नियुक्ति पत्र दिए गए।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 2.8 लाख नौजवानों को रोजग़ार मुहैया करवाने के लिए 34 सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर करने के अतिरिक्त सूबे में सरकारी विभागों और संस्थानों में विभिन्न श्रेणियों की और 50 हज़ार नौजवानों की भर्ती तुरंत करने की घोषणा भी की।'घर-घर रोजग़ार स्कीम के अंतर्गत आज यहां नियुक्ति पत्र वितरण के लिए करवाये समारोह दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने बताया कि नियुक्ति पत्र में दिया गया वार्षिक वेतन पैकेज 1.25 लाख रुपए से ले कर 21 लाख रुपए है। उन्होंने अपने सेना का कॅरियर 350 रुपए की मामूली राशि पर शुरू करने के पलों को याद किया जो समय के बीतने साथ बढ़ता गया। मुख्यमंत्री ने नौजवानों को संबोधित करते हुये कहा कि वह सख्त मेहनत और समर्पित भावना से अपने कॅरियर में बहुत ऊंची मंजि़लों छू सकते हैं। उन्होंने नौजवानों के सफल भविष्य के लिए कामना करते हुये उम्मीद ज़ाहिर की कि हमारे नौजवान पंजाब का मान और बढ़ायेंगे।

मुख्यमंत्री ने विशाल रोजग़ार मेलो की श्रृंखला के तौर पर जि़ला स्तर पर 21 रोजग़ार मेले लाने के लिए प्राईवेट संस्थानों और सरकारी विभागों की सराहना करते आगामी रोजग़ार मेला फरवरी, 2018 में लगाने का ऐलान किया।कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब कठिन समय में से गुजऱ रहा है और सूबे को विभिन्न जंगों की तपश को बर्दाश्त करना पड़ा और अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगता होने के कारण लगातार कई तरह का ख़तरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं के बावजूद उनकी सरकार सूबे में सुखद माहौल कायम करने पर पहरा दे रही है जो निवेश को प्रौत्साहन देने में सहायक होगा और इसके साथ रोजग़ार के बड़े अवसर पैदा होंगे।सूबे में 'घर-घर रोजग़ार और 'कारोबार प्रति अपनी वचनबद्धता दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने पहले ही 34 सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर कर दिये हैं जिससे 2.8 लाख नौकरियां पैदा होंगी और उद्योग पक्षीय पहलकदमी को लागू करने के साथ अन्य अनेक नौकरियां पैदा होंगी। इस सहमति पत्र पर पंजाब के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग द्वारा विभिन्न उद्योगों और औद्योगिक संस्थानों के हस्ताक्षर किये गए हैं जिनमें सी.आई.आई, मोहाली इंडस्ट्री एसोशिएशन, एसोचैम, पी.एच.डी चेंबर ऑफ कामर्स आदि शामिल हैं। रोजग़ार पैदा करने और प्रशिक्षण विभाग ने ओला और उबर के साथ समझौते किये हैं।

इसी दौरान ही मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने तुरंत भर्ती के लिए 50,000 नौकरियों की पहचान की है जो कि राज्य के विभागों और संस्थानों में बड़े स्तर पर भर्ती की शुरुआत होगी। उन्होंने 'घर-घर रोजग़ार और 'कारोबार को लागू करने की रूप रेखा से पर्दा उठाया जो कि हुनर, रोजग़ार और उद्योग से संबंधित है।मुख्यमंत्री ने उनकी सरकार द्वारा प्रदान किये जा रहे मौकों को भुनाने के लिए रोजग़ार दातओ का आह्वान किया और उनको सूबे के संगठित विकास के हितों के लिए पंजाब के मानवी संसाधनों में निवेश करने की अपील की।इस प्रोग्राम में अन्य के अतिरिक्त स्वास्थय मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा, वित्त एवं  रोजग़ार उत्पादन मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी, स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, उच्च शिक्षा मंत्री अरुणा चौधरी, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल, पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़, विधायक बलबीर सिंह सिद्धू, गुरप्रीत सिंह जी.पी. एवं राज कुमार वेरका के इलावा मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह उपस्थित थे। उद्योग से संबंधित बड़ी संख्या में प्रमुख हस्तियां, यूनीवर्सिटीयां और हुनर प्रशिक्षण एजेंसियों से संबंधित प्रतिनिधि उपस्थित थे।चरनजीत सिंह चन्नी ने अपने शुरुआती भाषण दौरान मुख्यमंत्री द्वारा प्रत्येक के लिए रोजग़ार का वायदा पूरा करने के लिए विभिन्न शिक्षा संस्थानों और कंपनियाँ को एक मंच पर लाने की सराहना की। इस उच्च दर्जो की पहलकदमी के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए श्री चन्नी ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब में प्रत्येक नौजवान का स्वरूप बदलने के लिए उसे अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए दृढ हैं। उन्होंने सूबे के नौजवानों की कल्याण एवं विकास को यकीनी बनाने के लिए गत् अकाली-भाजपा सरकार की नाकामियों की तीखी आलोचना की।

मनप्रीत सिंह बादल ने अपने संक्षिप्त भाषण में सूबे में हर वर्ष पांच लाख नौकरियां मुहैया कराने के कांग्रेस के चुनाव वायदे को अमल में लाने के लिए इस समारोह को बहुत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास का उतनी देर कोई मतलब नहीं होगा जितनी देर नौजवानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने बराबर के नौजवानों के मुकाबले में नहीं लाया जाता। उन्होंने कहा कि यह सिफ गुणात्मक शिक्षा के द्वारा ही संभव है। उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा पंजाब के लोगों से किये गए वायदों का सम्मान करने के लिए सराहना की और भरोसा दिलाया कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सूबा अपनी शानदार विरासत को फिर बहाल कर लेगा। श्री मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उद्योग के लिए उपयुक्त माहौल बनाकर सूबे के माहौल को पूरी तरह बदल दिया है और यह कोशिशें निम्न स्तर पर प्रभावशाली नतीजे निकाल रही हैं।बहुत से सरकारी आधिकारियों ने अपने भाषण में नौकरियां पैदा करन के लिए शुरू की पहलकदमियों बारे लोगों को जानकारी दी। उन्होंने सूबे में उद्योग और हुनर विकास को प्रौत्साहन देने के लिए बनाये उचित माहौल संबंधी भी बताया। सरकार ने प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को औद्योगिक विभाग अधीन लाने का फ़ैसला किया है जिससे उद्योग की समस्याए को प्रभावी ढंग के साथ हल किया जा सके। इसी दौरान ही वातावरण और औद्योगिक विकास की चिंताओं के बीच संतुलन बनाने की कोशिश की गई है। 

नौजवानों को अपना उद्यम शुरू करने के लिए उत्साहित करने के लिए अगले महीने से 'स्टार्टअप पंजाब मिशन शुरू करने का फ़ैसला किया है।'बिजऩस फस्ट-इनवैस्ट पंजाब फिलासफी के हिस्से के तौर पर सूबा सरकार जिसमें वातावरण नियंत्रन का सुधारीकरन किया गया है। निवेशकों को पहले दिन ही स्व-सत्यापित सर्टिफिकेट देने साथ ही व्यापार शुरू करने को राज्य स्तरीय आवश्यक स्वीकृतियां दीं जाएंगी। इससे न केवल निवेश के प्रस्तावों को लागू करने में तेज़ी लाई जा सकेगी बल्कि सूबे में आधार किसी अड़चन से बिजऩस को भी यकीनी बनाया जा सकेगा।सूबे में उद्योग पक्षीय माहौल पैदा करने के लिए सरकार द्वारा उठाये गए अन्य कदमों में पांच रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली मुहैया करवाने, ट्रक यूनियनें ख़त्म करना शामिल हैं। इसके इलावा नयी औद्योगिक नीति का भी शीघ्र ऐलान किये जाने की संभावना है।जि़ला स्तर पर रोजग़ार और उद्यम ब्युूरो जल्दी ही स्थापित किया जायेगा जिससे नौजवानों को नौकरियां ढूंढने और अपने उद्यम शुरू करने के लिए ज़रूरी सहायता प्रदान की जा सके।सरकार द्वारा मोहाली, लुधियाना और जालंधर में सी.आई.आई. की हिस्सेदारी के साथ मॉडल कैरियर सैंटर स्थापित करने की योजना है। इसके इलावा नौजवानों को नौकरियों के लिए सुविधा मुहैया करवाने के लिए घर-घर रोजग़ार पोर्टल को भी मज़बूत किया जा रहा है। व्यवसायिक प्रशिक्षण संबंधी एक यूनिवर्सिटी स्थापित किये जाने की भी योजना है जिससे शैक्षणिक योग्यता और व्यवसायिक शिक्षा के बीच वाली दरार को समाप्त किया जा सके। तकनीकी और रोजग़ार पैदा करने विभाग द्वारा वर्ष में दो बार नौकरियां मुहैया कराने के लिए मुहिम चलाई जायेगी जिससे सरकार की कोशिशों को ओर बल दिया जा सके। 

इस रोजग़ार मेले में औद्योगिक विशेषज्ञों ने भारी उत्साह से हिस्सा लिया। इस अवसर पर  इंडियन कौंसिल फॉर रिर्सच ऑन इंटर-नेशनल इकनॉमिक्स के चेयरमैन ईश्वर जज आहलूवालिया, वॉलमार्ट के इंडिया सी.ई.ओ.कृश अय्यर, वर्धमान टैकस्टाइल लिमटिड के चेयरमैन पाल ओसवाल, इंटरनेशनल ट्रैक्टर लिमटिड सोनालिका ग्रुप के वाइस चेयरमैन ए.एस. मित्तल, ट्राइडेंट के चेयरमैन रजिन्दर गुप्ता, कैपिटल स्माल फाइनांस बैंक के संस्थापक और प्रशासनिक निदेशक सरबजीत समरा  शामिल थे।राज्यभर के उद्यमियों और उद्योगिपतियों के इलावा आई.टी.सी. लि., हिंदुस्तान लीवर लि. (एच.यू.एल), आई.बी.एम. इंडिया, एकसिस बैंक, महिंदरा एंड महिंदरा, मैक्स इंडिया लि., अपोलो अस्पताल, स्टार्टअप एक्सीलेटर चेंबर आफ कामर्स जैसी नामवर कंपनी के प्रतिनिधि भी शामिल थे। इस समागम में कौशल प्रशिक्षण कौंसिलों, हुनर प्रशिक्षण एजेंसियों और यूनिवर्सिटियों से चयनित प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे।कारोबारियें और उद्दमियों से मंच सांझा करने का मुख्य उद्देश्य उद्योगों में हुनरमंद कामगार की कमी और सरोकार को समझने के इलावा औद्योगिक ज़रूरतों मुताबिक हुनरमंद और तकनीकी महारत वाले कामगारों को तैयार करना है। इस समागम में रोजग़ार उत्पादन के मुख्य पहलूओं को छूआ गया जिन में मैन्यूफैक्चरिंग, निर्माण, प्रचून, फूड प्रोसेसिंग, अतिथि सत्कार, सूचना प्रौद्यौगिकी और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम शामिल है।