5 Dariya News

पंजाब सरकार ने सिविल सर्जनों को ‘‘फ्लू कार्नर’’ स्थापित करने के आदेश दिये

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चंडीगढ़ 17-Aug-2017

पंजाब सरकार ने स्वाइन फ्लू (एच एन 1) के मामलों को काबू करने के लिए सभी सिविल सर्जनों को फ्लू कार्नर स्थापित करने के आदेश दिए हैं। जिस द्वारा खांसी, ज़ुकाम और बुख़ार के मरीजों की तुरंत जांच की जा सके।इस संबंधी और जानकारी देते स्वास्थय एवं कल्याण मंत्री श्री ब्रह्म महिंदरा ने बताया कि सूबे में पिछले कुछ दिनों से स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मामले रिपोर्ट किये जा रहे हैं जो आम तौर पर गर्मियों के मौसम में पाये नहीं जाते थे। अब तक सूबे में स्वाइन फ्लू के 278 संदिग्ध मामले सामने आए थे, जिनमें से 75 मामलों में मरीज़ों में स्वाइन फ्लू पाया गया और जिसमें से 15 मरीजों की मौत हो चुकी है। उन्होंनें कहा कि इन मरीजों की मौत का असली कारण केवल पी.जी.आई.एम.ई.आर. के माहिरों की तरफ से मेडिकल रिकार्ड की समीक्षा उपरांत ही बताया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यह भी देखा गया है कि मरीज़ कई मामलों में बीमार होने उपरांत अस्पतालों में इलाज न करवा कर अपने स्तर पर ही इलाज करना शुरू कर देते हैं जिस कारण स्थिति का गंभीर हो जाना स्वाभाविक है।श्री महिंदरा ने बताया कि स्वाइन फ्लू के मामलों के इलाज के लिए सरकारी मेडिकल कालेजों और सरकारी अस्पतालों में विशेष 277 बिस्तर का और निजी अस्पतालों में 268 बिस्तरों  का प्रबंध किया गया है। उन्होंने कहा कि जिलों में संदिग्ध मरीजों को गुणात्मक स्वास्थय सेवाएं मुहैया करवाने के लिए नोडल अफसरों की जि़म्मेदारी निश्चित की गई है और रैपिड रिसपोंस टीमें गठित की गई है जो संदिग्ध मामलों की सूचना मिलने पर तुरंत कार्यवाही करेंगी। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू एक इन्फ़ेक्शन है जो छींक, खाँसी और किसी का रुमाल आदि प्रयोग के साथ ही एक से दूसरे व्यक्ति को हो सकता है। जबकि नाबालिग और 65 साल से ज़्यादा उम्र के बुज़ुर्ग, 5 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती औरतें आदि को स्वाइन फ्लू होने का ख़तरा ज़्यादा होता है।

उन्होंने आगे बताया कि पंजाब सरकार द्वारा राज्य में स्वाइन फ्लू के मरीजों को और मुफ़्त दवा दी जाती है और मरीज़ की रिहायश वाली जगह पर प्रभावित इलाको में स्वास्थय विभाग की टीम की तरफ से जाकर स्क्रीनिंग की जाती है। उन्होंने कहा कि मरीज़ के टैस्ट और ईलाज भी स्वास्थय विभाग द्वारा मुफ़्त मुहैया करवाया जाता है। स्वास्थय मंत्री ने बताया कि पी.जी.आई. चंडीगढ़ की वीरोलोजी लैब स्वाइन फ्लू के टैस्टों के लिए नोडल लैब निश्चित की गई है और संदिग्ध मरीजों के सैंपल ले कर पी.जी.आई. के इलावा जी.ए.सी. अमृतसर और जी.एम.सी. पटियाला में भी भेजे जाते हैं।श्री महिंदरा ने आगे बताया कि सभी संबंधित अधिकारियों को स्वाइन फ्लू को काबू करने के लिए चलाए गए प्रोग्राम के निर्देश, सख्ती के साथ पालना करने के लिए आदेश दिए गये हैं। उन्होंने कहा कि निर्देशों को लागू करने संबंधी किसी भी त्रों की लापरवाही विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी। स्वाइन फ्लू के साथ सम्बन्धित मुकम्मल हिदायतें, क्लिनीकल मैनेजमेंट, सैंपल कलैक्शन और ट्रांसपोर्टेशन आदि पहले ही सरकारी और प्राईवेट संस्थानों को जारी की जा चुकीं हैं।स्वास्थय मंत्री ने आम जनता से अपील करते कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से स्वाइन फ्लू को रोकने और ईलाज संबंधी उच्च स्तरीय प्रबंध किये गए हैं जिसके लिए यदि आपको खांसी, ज़ुकाम या बुख़ार आदि होता है तो वह सरकारी या निजी संस्थानों के विशेषज्ञ डाक्टरों से ही अपना इलाज करवायेें।