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केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को दिया हिमाचल में प्राकृतिक कृषि को बढ़ाने देने में सहयोग का आश्वासन

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नई दिल्ली 11-Aug-2017

राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री  राधा मोहन सिंह से भेंट कर हिमाचल में शून्य लागत प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने के लिए सहयोग का आग्रह किया। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के किसानों का प्राकृतिक कृषि की ओर रूझान बढ़ा है और उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर इस दिशा में ठोस पग उठाए हैं ताकि किसानों को इसका व्यापक लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कृषि एवं बागवानी दोनों विश्वविद्यालयों में प्राकृतिक कृषि को लेकर सफल प्रयोग किए गए हैं। प्रदेश सरकार ने भी इस दिशा में सकारात्मक पहल की है। विश्वविद्यालय स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन किया गया है और कृषि वैज्ञानिकों के माध्यम से इस पद्धति को किसानों तक पहुंचाकर जागरूकता लाने का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न भागों में उनके माध्यम से अनेक किसान मेलों का आयोजन किया गया है, जिसमें किसानों को शून्य लागत प्राकृतिक कृषि को अपनाने के बारे में जागरूक किया गया है।आचार्य देवव्रत ने बताया कि किसान वर्ग को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्राकृतिक कृषि ही एकमात्र विकल्प है, जिसके माध्यम से भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाया जा सकता है। 

इसके नियमित उपयोग से जहां उत्पादकता बढ़ेगी, वहीं किसानों को उनके उत्पाद के अच्छे दाम भी मिल सकेंगे। प्राकृतिक कृषि के उपयोग से फसलों को कम पानी की आवश्यकता होती है और इससे गाय सीधे तौर पर कृषि से जुड़ सकेगी।उन्होंने कहा कि रसायनों के अत्याधिक प्रयोग के कारण आज विभिन्न प्रकार के रोग पैदा हुए हैं। अगर किसान प्राकृतिक कृषि प्रणाली को अपनाते हैं तो उन पर वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा और बाहरी मण्डियों पर निर्भरता कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को देसी गायों के पालन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है और विशेष तौर पर पहाड़ी क्षेत्रों में पाई जाने वाली गाय को पालने पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसान भारी संख्या में इसकी ओर मुड़ रहे हैं।राज्यपाल ने केंद्रीय कृषि मंत्री को प्राकृतिक कृषि की दिशा में किए जा रहे प्रयासों से भी अवगत करवाया।केंद्रीय कृषि मंत्री श्री राधा मोहन सिंह ने राज्यपाल के प्राकृतिक कृषि को प्रोत्साहन देने की दिशा में विशेष रूचि लेकर जागरूकता अभियान चलाने के लिए प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उनके इस अभियान को हिमाचल में गति प्रदान करने के लिए केंद्र से हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।