5 Dariya News

नशा तस्कर से हेरोइन और नकद फिरौती लेने वाले पांच पुलिस कर्मचारी और तीन प्राईवेट व्यक्ति  एस.टी.एफ. द्वारा काबू

एस.टी.एफ. के नाम अधीन की थी लूट, जांच दौरान हेरोइन को आगे बेचना कबूला

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चंडीगढ़ 05-Aug-2017

मुख्यमंत्री पंजाब द्वारा गठित स्पैशल टॉस्क फोर्स ने नशों के ख़ात्मे विरुद्ध शुरु की जंग दौरान आज कांउटर इंटेलिजेंस पंजाब से संबंधित पांच पुलिस कर्मचारियों और उनके तीन साथियों को काबू कर लिया जिन्होंने अपने आप को एस.टी.एफ. फाजिल्का यूनिट से संबंधित होने का डरावा देकर एक बदनाम नशा तस्कर से 300 ग्राम हेरोइन छीन ली और आठ लाख रुपए की फिरौती लेने के पश्चात उसको बिना किसी कार्यवाही से रिहा कर दिया।आज यहां यह जानकारी देते हुये हरप्रीत सिंह सिद्धू ए.डी.जी.पी.-कम-मुखी एस.टी.एफ. और ए.डी.जी.पी. बार्डर रेंज ने बताया कि टास्क फोर्स द्वारा नशों के ख़ात्मे और नशों का प्रयोग रोकने विरुद्ध जारी मुहिम दौरान जहां नशा तस्करों को काबू किया जा रहा है वहां ही नशा तस्करों और पुलिस कर्मचारियों के नापाक गठजोड को तोडऩे के लिए भी सख्त कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि दोषी पुलिस कर्मचारियों की ताज़ा गिरफ्तारियां और नशों के प्रचलन खि़लाफ़ की सख्ती मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा एस.टी.एफ. को सौंपी अहम जि़मेदारी प्रति पूर्ण प्रतिबद्धता और नतीजाजनक कार्यवाही का प्रगटावा है। उन्होंने बताया कि गत् रात्रि  एस.टी.एफ. के एस.ए.एस. नगर यूनिट के एस.पी. रजिन्दर सिंह सोहल को सूचना मिली थी कि काउंटर इंटेलीजेंस पंजाब के साथ संबंधित पुलिस कर्मचारियों की टीम ने अपने आप को एस.टी.एफ. फाजिल्का यूनिट से सबंधित होने का दबाव डालकर नरिंदर सिंह बाठ नाम के बदनाम नशा तस्कर से 300 ग्राम हेरोइन छीन ली और आठ लाख रुपए की फिरौती लेने के पश्चात उसे बिना किसी कार्यवाही से रिहा किया है।

उन्होंने और विवरण देते हुये बताया कि काउंटर इंटेलिजेंस की इस पुलिस पार्टी में सब-इंस्पेक्टर सुशील कुमार (नं. 99 /इंटेलिजेंस, सिपाही गगनदीप सिंह (नं. 950)/श्री मुक्तसर साहब) दोनों काउंटर इटैलीजैंस सब -यूनिट मानसा, हवलदार जरनैल सिंह (नं. 299 /36 पी.ए.पी.) और सिपाही हरजीत सिंह (नं. 2070 तीसरी आई.आर.बी.) दोनों काउंटर इटैलीजैंस सब -यूनिट श्री मुक्तसर साहिब शामिल थे। यह सभी कर्मचारी सब इंस्पेक्टर सुशील कुमार और तीन अन्य प्राईवेट व्यक्तियों के साथ की साजिश के अंतर्गत अपने किसी उच्च अधिकारी की बिना आज्ञा  लिये लालड़ू इलाके में चले गए जो कि इनकी हद से बाहरी इलाका है। यहां उन्होंने  अपने आप को एस.टी.एफ फाजिल्का यूनिट के कर्मचारी बताते हुए नशा तस्कर नरिन्दर सिंह बाठ को ज़बरदस्ती गाड़ी में बिठा कर फतहेगढ़ साहिब की तरफ ले गए।उन्होंने बताया कि रास्ते में उन्होंने तस्कर नरिन्दर सिंह के द्वारा उस के दोस्त को चंडीगढ़ फ़ोन करवाकर आठ लाख रुपए नकदी मंगवा लिए। बाद में यह टोली  नरिन्दर सिंह के पास से 8 लाख की नकदी और उससे बरामद की 300 ग्राम हेरोइन लेने पश्चात इस नशा तस्कर को छोड़ दिया। इस घटना के अवसर पर इन पुलिस कर्मचारी के साथ तीन अन्य प्राईवेट व्यक्ति गगनदीप सिंह मान पुत्र गुरदास सिंह निवासी खरड़, सुखप्रीत सिंह उर्फ हैरी पुत्र गुरेमल सिंह निवासी जि़ला बठिंडा और वकील सिंह उर्फ काला सरपंच निवासी जि़ला श्री मुक्तसर साहिब शामिल थे।

श्री सिद्धू ने बताया कि इस संबंधी एस.टी.एफ द्वारा एस.ए.एस. स्थित विशेष थाने में एन.डी.पी.एस. एक्ट की धारायें 21, 29, 61, 85 और भारतीय दंडवाली की धारायें 365, 384, 120 -बी के अंतर्गत मुकदमा नंबर 4, तारीख़ 4-8-2017 के अंतर्गत दजऱ् करके और जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी दोषी गिरफ्तार किये जा चुके हैं जिन्होंने  पूछताछ दौरान अपना जुर्म कबूल करते बताया है कि 300 ग्राम हेरोइन में से कुछ हिस्सा उन्होंने आगे बेच दिया है।श्री सिद्धू ने बताया कि उक्त समगलर नरिन्दर सिंह बाठ पहले से ही नशा तस्करी का धंधा करता आ रहा है और तारीख़ 31 -07 -2017 को एक नाईज़ीरियन नागरिक अब्बू हेनरी से नशा पकड़े जाने पर नरिन्दर सिंह बाठ विरुद्ध भी मुकदमा नं. 03, तारीख़ 31 -07 -2017 को एन.डी.पी.एस एक्ट की धारा 21 /61 /85 के अंतर्गत थाना एस.टी.एफ. जि़ला एस.ए.एस नगर में दर्ज हुआ है। इस मुकदमे में दोषियों से 550 ग्राम हेरोइन, 4 लाख रुपए नकद और एक फारचूनर गाड़ी नंबर पी बी 65-जेड-0176 भी बरामद की गई थी।