5 Dariya News

भारत की संस्कृति बचाना व भारत को आतंकवाद मुक्त करना मुख्य उद्देश्य - पंचानंद गिरी महाराज

हजारों श्रधालुओं ने धूमधाम से मनाया जगद्गुरु पंचानंद गिरी महाराज का जन्मदिन

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खन्ना 31-Jul-2017

श्री हिन्दू तख़्त के धर्माधीश एवं श्रीकाली माता मंदिर पटियाला एवं श्री कामख्या देवी गुवाहाटी के पीठाधीश्वर जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर अनंत विभूषित जगद्गुरु पंचानंद गिरी महाराज ने कहा की भारत ऋषि-मुनियों का देश है,भारत पीरो-फकीरों का देश है लेकिन आज भारत को नजर लग गयी है जिस कारण भारत में आतंकवाद चरम सीमा पर है और वही भारत की संस्कृति पर पश्चिमी सभ्यता भारी पड़ रही है और अब उनके जीवन का एक ही उद्देश्य है की भारत की प्रदूषित हो रही संस्कृति को बचाना,भारत को आतंकवाद मुक्त बनाना व पंजाब को खालिस्तानी ताकतों से बचाना l जगद्गुरु पंचानंद गिरी आज अपनें जन्मदिन पर हजारों आये श्रधालुओं को संबोधित कर रहे थे और उन्होंने अपने तमाम श्रधालुओं व श्री हिन्दू तख़्त,अखिल भारतीय हिन्दू सुरक्षा समिति,आल इंडिया हिन्दू स्टूडेंट फेडरेशन के सदस्यों को आह्वान किया की भारत माँ आपको पुकार रही है उन्होंने कहा की यह एक अटल सत्य है जब-जब कंस पैदा हुआ तब-तब कृष्णा पैदा हुआ जब-जब रावण पैदा हुआ तब-तब राम पैदा हुआ जब-जब कौरव पैदा हुए तब-तब भगवन कृष्ण-अर्जुन ने जन्म लिया l आज आतंकवाद के रूप में कंस,रावण,कौरव,राक्षस पैदा हो चुके है जो देश की एकता और अखंडता को कमजोर कर रहे है व बेगुनाहों को मौत के घात उतार रहे है ऐसे राक्षसों को उखाड़ फैंकने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़नी होगी l पंचानंद गिरी महाराज ने भारी तादाद में आई मातृशक्ति से आह्वान किया की इस देश में बड़े-बड़े ऋषि-मुनियों बड़े-बड़े पीरों-फकीरों,देशभक्तों को जन्म देने वाली माँ की कोख होती है उन्होंने कहा की आज आज फिर भारत की माँ को अपनी कोख से भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव,आजाद,बोस लाला लाजपत राय,मंगल पाण्डेय,बोस,अशफाक उल्ला खान,उधम सिंह,सराभा जैसे शूरवीरों को जन्म देकर फिर एक बार भारत की आज़ादी को बचाना होगा l 

वही जगद्गगुरु गिरी ने कहा की गुरु के बिना भगवान व ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती है,गुरु के दिखाए मार्ग के बाद मंजिल मिलती है वही उन्होंने तमाम श्रद्धालुओ को संकल्प दिलवाया की माता-पिता की सेवा करो व गौमाता की सेवा करो भूखे को भोजन ग्रहण करवाओ,भ्रूण हत्या के विरुद्ध अभियान छेड़ो,नेत्रदान,रक्तदान,अंग दान के लिए मुहीम व जनांदोलन छेड़ो व आपसी भाईचारा मजबूत करो l साथ ही पंचानंद गिरी महाराज ने समाज में सुख-समृधि की कामना की व सरबत का भला माँगा l इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु भजनों पर झूमे व जगद्गुरु पंचानंद गिरी का आशिर्वाद लिया व उत्तर भारत से आये श्रद्धालुओं ने जगद्गुरु पंचानंद गिरी के जन्मदिन पर उन्हें पुष्पमालाएं,पुष्पवर्षा व आवाज़-ए-हिंदुस्तान व ब्राह्मण महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने जगाद्गुरु पंचानंद गिरी को परसा व दोशाला भेंट की व पंचानंद गिरी ने डॉ. सर्बजीत कौर द्वारा लिखी गयी उनकी जीवनी पर आधारित पुस्तक का भी विमोचन किया l  कार्यक्रम के उपरांत अटूट लंगर का प्रशाद श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया l इस अवसर पर कुलवंत सिंह मानकपुर,संदीप पाठक,विनय सचदेवा,नितिन सूद,राजेश कहर,स्वतंत्र पासी,विनती गिरी,डॉ. सरबजीत कौर,राममेहर शर्मा,रविकांत शर्मा,रोहित बंसल,अमित जोशी,परमिन्द्र भट्टी,सोनू पिस्तौल,रवि सेठी,जसमीत जस्सी,अशोक अग्रवाल,संजीव सेठ,शिव गर्ग,पंडित मुरारी लाल,रिक्की छाबड़ा,भूपेन्द्र दीक्षित,मदन गिरी,हिमालय केहर,विश्वास गिरी,जगदीप अत्तरी,रेनू शर्मा,दीपक भारद्वाज,वरुण मेहता,नेपाली बाबा,रुपिंदर लोछ्म आदि मौजूद थे l