5 Dariya News

भारत को सरहद पर बढ़ रहे तनाव के पृष्टभूमि में विदेश नीति के साथ निपटने संबंधी पुन: विचार करना चाहिए - सुनील जाखड़

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मोगा 19-Jul-2017

पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़ ने सीमा  पर मुठभेड़ों में बढ़ौतरी होने और भारतीय सैनिकों की मौतों के कारण बढ़ रहे तनाव के मद्देनजऱ केंद्र सरकार को अपनी विदेश नीति पर पुन: गौर करने की अपील की है।जम्मू कश्मीर के नौशहरा सैक्टर में पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी कारण शहीद हुए सिपाही जसप्रीत सिंह के संस्कार में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ़ से शामिल होने के बाद श्री जाखड़ पत्रकारों के साथ बातचीत कर रहे थे।पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान ने कहा कि देश के हितों के संबंध में विदेश नीति के सभी मुद्दों पर कांग्रेस भारत सरकार के साथ खड़े रहने को वचनबद्ध है परन्तु इस समय ज़मीनी हकीकतों में आई तबदीली के मद्देनजऱ केंद्र सरकार को अपनी नीति बारे पुन: गौर करना चाहिए।उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय हितों के मुद्दों पर राजनैतिक आम सहमति भारतीय राजनीति की मुख्य विशेषता है और कांग्रेस अंतरराष्ट्रीय संबंधों और विवादों के सामने आने पर सरकार का समर्थन करने के लिए हमेशा ही अग्रणीय  रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गुट निरपेक्ष नीति ने मौजूदा दृश्य के संबंध में सार्थक नतीजे नहीं निकाले और तनाव में विस्तार हुआ है।उन्होंने कहा कि ज़मीनी स्तर पर पैदा हुई स्थितियों के कारण इस बात पर फिर गौर किये जाने की बहुत अधिक ज़रूरत है कि भारत इतना स्थितियों में किस तरह विदेशी नीति के मामलों के साथ निपे। उन्होंने कहा कि चाहे देश के लिए अपनी, जानें निछावर करन में रत्ती भर भी हिचकिचाहट न करने वाले अपने सैनिकों पर पूरे राष्ट्र को मान है परन्तु यह सरकार की जि़म्मेदारी है कि वह यह यकीनी बनाए कि उन की कुर्बानियां बेकार ना जायें।पंजाब कांग्रेस के प्रधान ने कहा कि सैनिकों की शहादतों को फोटो खिंचवाने के मौके तौर पर इस्तेमाल या खौखले दावे करने की बजाय हमें ज़मीनी हकीकतों पर के पास से नजऱ डालनी चाहिए और सरहद पर बदलें हुई हालत के मद्देनजऱ कार्यवाही करनी चाहिए।एक सवाल के जवाब में श्री जाखड़ ने कहा कि चाहे भारत कोई अन्य सर्जिकल स्ट्राइक करे या न करे वह इस बारे कोई भी टिप्पणी नहीं करना चाहते परन्तु वह अनिवार्य तौर पर यह महसूस करते हैं कि मौजूदा स्थितियों में ऊँचे और खोखले दावे करन की बजाय प्रौढ़ तरीको के साथ राजदूतक स्तर पर इस स्थिति को मोडऩे की ज़रूरत है।