5 Dariya News

कैप्टन अमरिंदर द्वारा आढ़तियों को किसानों से अत्याधिक व्याज दरें वसूलने के रूझान को बंद करने की आह्वान

किसानों को कर्जे के बोझ से बाहर निकालने की कोशिश के साथ-साथ आढ़तियों को आगामी धान के सीज़न दौरान ट्रांसपोर्ट के उचित प्रबंध यकीनी बनाने के लिये कहा

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चंडीगढ़ 03-Jul-2017

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज आढ़तियों को यह बात जोर देकर कहा कि वह किसानों को अत्याधिक व्याज दरों पर कर्जे देने के रूझान को रोकने के लिए और बड़े कर्जे अधीन दबी किसानी को बचाने के लिये आगे आयें। उन्होंने समूह आढ़तियों को यह भी निर्देश दिये कि ट्रक यूनियन खत्म कर दिये जाने के मद्देनजर वे आगामी खरीफ सीजन के दौरान धान की फसल को उठाने के लिए उचित यातायात के प्रबंध यकीनी बनायें।फैडरेशन ऑफ आढ़ती एसोसिएशन ऑफ पंजाब के प्रतिनिधि मंडल के साथ बैठक करते हुये मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट तौर पर कहा कि किसानों के  हितों की हर कीमत पर रक्षा की जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य की किसानी व किसानों की सुरक्षा हम सबका फर्ज है और राज्य सरकार ने पहले पड़ाव तहत किसानों का 1500 करोड़ का कर्जा माफ करने का एलान करके किसान हितों के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित किया है।कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को कहा कि आढ़ती भाईचारे में उन व्यक्तियों की पहचान करें जो तय की हुई 1.5 प्रतिशत की व्याज दर (वार्षिक 18 प्रतिशत) से अधिक व्याज वसूल रहें हैं और इन्हें भाईचारे में से दरकिनार किया जाये। पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन श्री लाल सिंह ने आढ़तियों को कहा कि वे किसानों को उनकी अदायगियों संबंधी पासबुक जारी करें ताकि उनको अपनी देनदारियां के बकाये संबंधी मुक्कमल जानकारी मिल सके। आढ़तियों द्वारा लिये जाते व्याज को तर्कसंगत बनाने के विषय पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आढ़तियों को कहा कि वह अपना केस कैबिनेट मंत्री श्री नवजोत सिंह सिद्धू, श्री मनप्रीत सिंह बादल और श्री तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा आधारित तीन सदस्यीय सब-कमेटी के सम्मुख रखें। उन्होंने कहा कि कमेटी के सभी सांझेदारों के साथ आवश्यक और उचित विचारविमर्श करके पंजाब खेतीबाड़ी एक्ट, 2016 को और असरदार बनाया जाये ताकि सभी सांझेदार जिनमें किसान, आढ़ती और व्यापारिक बैंकों के लिये बराबर के अवसर मुहैया करवाये जा सकें।बैठक दौरान किसानों को सीधी अदायगी के मसले पर भी चर्चा हुई जिसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंधी किसान फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं कि उन्होंने सीधी अदायगी करवानी है या आढ़तियों द्वारा,जिनके साथ उनकी लंबी सांझ है।कुछेक पूर्व ट्रक यूनियनों द्वारा आने वाले धान के सीजऩ दौरान लिफटिंग में रूकावट पैदा करने संबंधी खदश़े की बात करते मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडियों में आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त उन्होंने आढ़तियों को बदलवें प्रबंधों को भी अमल में लाने की ताकीद की ताकि बिना किसी रूकावट और देरी से लिफटिंग को यकीनी बनाया जा सके । इस दौरान शिष्टमंडल के सदस्यों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किसानों की भलाई के लिए उठाए कदमों की प्रशंसा की।  उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार द्वारा बिना किसी देरी और परेशानी से किसानों की गेहूं उठाने के साथ गत् अकाली-भाजपा सरकार के समय सम्पूर्ण तौर पर किसानों और आढ़तियों में पैदा हुए अविश्वास के बाद अब उनमें पुन: विश्वास पैदा हो रहा है। शिष्टमंडल के सदस्यों ने बताया कि गेहूं के सीजऩ दौरान 20 करोड़ बोरे गेहूं के खरीदे गए थे जिनकी बनती अदायगी 40000 करोड़ रूप्ए किसानों को बहुत ही कम समय में 20 दिनों के भीतर हो गई थी। कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार द्वारा बहुत ही बढिय़ा ढंग से गेहूं की खरीद को यकीनी बनाने के लिए कल मंगलवार को शिष्टमंडल द्वारा स्थानीय किसान भवन में रखे एक समागम दौरान सम्मानित भी किया जा रहा है।इस अवसर पर अन्य के अतिरिक्त मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री रवीन ठुकराल, मुख्य प्रमुख सचिव श्री सुरेश कुमार, प्रमुख सचिव वित श्री अनिरूद्ध तिवाड़ी, मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव श्री गुरकिरत कृपाल सिंह, विशेष सचिव कृषि श्री विकास गर्ग तथा सचिव पंजाब मंडी बोर्ड श्री अमित ढाका उपस्थित थे।आढ़ती एसोसिएशन द्वारा पूर्व प्रधान बाल किश्न सिंगला, प्रधान विजय कालड़ा और जनरल सचिव स्वर्ण सिंह के अतिरिक्त कई पदाधिकारी मौजूद थे।