5 Dariya News

राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार

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नई दिल्ली 22-Jun-2017

राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को 17 विपक्षी पार्टियों ने बैठक कर राष्ट्रपति पद के लिए लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार को अपना उम्मीदवार घोषित किया। मीरा 27 जून को नामांकन दाखिल करेंगी। राष्ट्रपति चुनाव में उनका मुकाबला राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की पृष्ठभूमि वाले दलित नेता और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद से है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बैठक में मीरा कुमार के नाम की घोषणा की। बैठक में वाम मोर्चा में शामिल तीनों वाम दल, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) तथा नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) सहित 17 राजनीतिक पार्टियों ने हिस्सा लिया। सोनिया गांधी ने बैठक के बाद घोषणा करते हुए कहा, "हमने सर्वसम्मति से पूर्व केंद्रीय मंत्री व लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार को राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार चुना है।" उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से मीरा कुमार का समर्थन करने का आग्रह किया।मीरा की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, "आज मैं जद(यू) प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील कर रहा हूं कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करें और बिहार की बेटी का समर्थन करें।"

लालू ने कहा, "मेरी पार्टी सांप्रदायिक और फासीवादी ताकतों के उम्मीदवार (कोविंद) का समर्थन कतई नहीं करेगी। जद(यू) ने फैसला लेने में जल्दबाजी कर दी, मैं अपील करूंगा कि नीतीश अपने फैसले पर फिर से विचार करें।" जद(यू) कोविंद को समर्थन देने का ऐलान कर चुका है।कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, "राष्ट्रपति पद के लिए मीरा कुमार से बेहतर उम्मीदवार नहीं हो सकता था।"दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाली बिहार की मीरा कुमार पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम की बेटी हैं। वकील एवं पूर्व राजनयिक मीरा कुमार लोकसभा की पहली महिला अध्यक्ष रही हैं।ज्ञात सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी पार्टियों के बैठक की अध्यक्षता करते हुए सोनिया गांधी ने सबसे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता शरद को बोलने के लिए कहा।पवार ने तीन नामों-मीरा कुमार, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे और बालचंद्र मुंगेकर के नाम प्रस्तावित किए। तीनों दलित नेता हैं।पवार शिंदे को लेकर इच्छुक थे, लेकिन अंतत: बहुमत मीरा कुमार के पक्ष में गया। सूत्रों ने कहा कि सोनिया गांधी के साथ ही तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी तथा बसपा अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को मीरा कुमार की उम्मीदवारी का समर्थन किया था।जनता दल(युनाइटेड) द्वारा राजग उम्मीदवार के समर्थन की घोषणा से बुधवार को विपक्ष को झटका लगा था।लालू ने कहा, "नीतीश ने कहा था कि वह विपक्षी उम्मीदवार का समर्थन करेंगे।लेकिन उनकी पार्टी ने व्यक्तित्व के आधार पर कोविंद का समर्थन करने की कल घोषणा की।" उन्होंने कहा, "पसंद व्यक्तित्व के आधार पर नहीं, बल्कि विचारधारा के आधार पर होनी चाहिए।"राजद नेता ने कहा, "हमें फासीवादी ताकतों को रोकने के लिए साथ आए हैं।

"राजद अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि जद (यू) द्वारा कोविंद को समर्थन करने के बावजूद बिहार सरकार पर कोई खतरा नहीं है।उन्होंने कहा, "उन्होंने हमारे साथ विश्वासघात किया या नहीं, यह वही जानते हैं। हमारी वहां गठबंधन सरकार है और सरकार पर कोई खतरा नहीं है। हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं है।"लालू ने कहा कि वह नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे और कोविंद का समर्थन करने के फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध करेंगे।उन्होंने कहा, "मैं कल (शुक्रवार) पटना जा रहा हूं और इस बारे में उनसे बात करूंगा। मैं उनसे कहूंगा कि रामनाथ कोविंद का समर्थन कर वह ऐतिहासिक भूल नहीं करें। उन्हें विचारधारा की लड़ाई नहीं छोड़नी चाहिए।"बसपा के नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया कि यहां विपक्षी दलों की बैठक के बाद बसपा अध्यक्ष मायावती ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और कांग्रेस की वरिष्ठ दलित नेता मीरा कुमार का समर्थन करने पर सहमति जताई। मिश्रा ने कहा, "मायावतीजी ने कहा था कि यदि विपक्षी दल राजग के उम्मीदवार (रामनाथ कोविंद) से बेहतर और सक्षम उम्मीदवार चुनते हैं तो बसपा समर्थन करेगी। अब विपक्षी दलों ने उम्मीदवार चुन लिया है, जिनका समर्थन करने पर बसपा अध्यक्ष ने सहमति जताई है।"उन्होंने कहा कि बसपा मीरा कुमार के नामांकन पत्र का समर्थन करेगी।