5 Dariya News

स्थानीय सरकार विभाग की ओर से फायर डायरैक्टोरेट बनाया जाएगा- नवजोत सिंह सिद्घू

फायर सेवाओं की मंदहाली के लिए पिछली सरकार की निंदा की, अबोहर शहर में वाटर वकर्स की जगह पर हुए कब्जे संबंधी मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश

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चंडीगढ़ 15-Jun-2017

राज्य के शहर निवासियों को बेहतर फायर सेवाएं देने के लिए अलग डायरैक्टोरेट बनाया जाएगा। यह बात स्थानीय सरकार बारे मंत्री श्री नवजोत सिंह सिद्घू ने आज पंजाब विधान सभा के दूसरे सैशन के दूसरे दिन प्रश्न काल दौरान सुनाम से विधायक अमन अरोड़ा की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में भरोसा जताते हुए कही।श्री सिद्घू ने सवाल का जवाब देते हुए कहा कि फायर व एंबुलैंस दो ऐसी सेवाएं है जो दो मिन्टों के भीतर देनी लाजमी बनती है मगर बड़े दुख से कहना पड़ रहा है कि पिछली सरकार की ओर से इस क्षेत्र में कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि राज्य के भीतर 54 फायर स्टेशनों के लिए 195 फायर वाहन है जिन में से 114 आउट डेटिड है। विधायक की ओर से सुनाम में फायर स्टेशन न होने की बात कहते हुए श्री सिद्घू ने कहा कि पिछली सरकार की ओर से इस क्षेत्र में बिल्कुल ध्यान नहीं दिया गया। केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय आफता प्रबंधन अधीन 90 करोड़ रुपये की ग्रांट फायर सेवाओं के लिए दी गई तथा पंजाब सरकार की ओर से केवल 17 करोड़ रुपये ही खर्ची गई, यह भी केवल छोटी गाडिय़ों के लिए, बाकी ग्रांट की राशि खर्च न किए जाने के कारण वापस हो गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाली सरकार की ओर से पिछली सरकार की कमजोरियों को हम ताकत में बदलेंगे। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से अलग फायर डायरैक्टोरेट बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहरों में अब कई मंजिलों वाली ईमारते बन गई है मगर फायर सेवाओं के लिए कोई भी अति आधुनिक ऊंची पौढ़ी वाला वाहन नहीं है। केवल मोहाली में एक है। उन्होंने सदन को विश्वास दिलाया कि विभाग की ओर से नई तक्नीक वाली गाडिय़ां सारे फायर स्टेशनों को ले कर दी जाएंगी। 

उन्होंने यह भी कहा कि विभाग की ओर से फायर प्रीवैशन एक्ट भी बनाया जाएगा।अबोहर शहर में वाटर वकर्स की जगह पर हुए नजायज कब्जे संबंधी विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में स्थानीय सरकार बारे मंत्री श्री सिद्घू ने माना कि अबोहर वाटर वकर्स की जमीन पर कुछ लोगों की ओर से कब्जा किया गया है। विधायक की ओर से कब्जा करने वालों के नाम तथा उनके खिलाफ कार्रवाई करने संबंधी पूछे जाने पर खुलासा करते हुए श्री सिद्घू ने कहा कि अबोहर में 1931 में बनें वाटर वकर्स की समर्था को बढ़ाने के लिए 1961 मेें  9.25 एकड़ जगह एक्वायर की गई थी और जिन लोगों की यह जमीन एक्वायर की गई थी उन लोगों को उस समय बनता मुआवजा  भी दे दिया गया था जिस का रिकार्ड फिरोजपुर के रिकार्ड रुम में सुरक्षित है। 2007 में अकाली भाजपा सरकार के गठन के बाद अकाली दल के कुछ नेताओं ने सरकारी रिकार्ड से छेड़छाड़ करके कुछ जगह की रजिस्ट्रयों को अपने नाम करवा लिया। तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर ने बिना रिकार्ड देखे इन लोगों को करोड़ों रुपये की जगह पर काबज करने के लिए निशानदेही के हुकम कर दिए। इतना ही नहीं काबज लोगों ने राजिस्ट्री से अधिक अगले खसरा नंबर पर कब्जा कर लिया। 

श्री सिद्घू ने कहा कि जिन लोगों के नाम रजिस्ट्रयां है उन के नाम पमरजीत सिंह उर्फ लाली बादल (साबका उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल का चाचा), गुरदित सिंह, महिंदर प्रताप, राम दियाल, वरिंदर पाल सिंह तथा अशोक कुमार है।श्री सिद्घू ने विधायक की मांग से सहमत होते हुए मुख्यमंत्री जी से मांग रखी कि जिन लोगों ने नजायज कब्जे किए है उनकी विजीलैंस से जांच करवा के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस के बाद मुखयमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले की जांच करवाने की घोष्णा की।विधान सभा सैशन की समाप्ति के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री सिद्घू ने कहा कि अकाली दल की ओर से अपने कार्यकाल दौरान किए गए घपलों के कारण अब वे सदन से बाहर लोगों तथा सदन के भीतर सरकार का सामना नहीं कर सकते जिस के कारण अकाली दल के विधायक बिना किसी मुद्दे पर बहाना बना कर सदन से वाक आउट कर रहे है। उन्होंने कहा कि साबका उपमुख्यमंत्री को पता था कि आज अबोहर वाटर वकर्स की जगह पर उनके रिश्तेदार की ओर से कब्जे संबंधी विधान सभा में सवाल लगा है इस लिए वे आज जानबूझ कर गैर हाजर रहे।