5 Dariya News

ईजराईल के राजदूत द्वारा पंजाब के मुख्यमंत्री को सिंतबर में अपने देश आने का निमंत्रण

रक्षा, कृषि, बागवानी व जल संभाल में सहयोग संबधी विचार विमर्श

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चंडीगढ़ 13-Jun-2017

भारत में ईजराईल के राजदूत डैनियल कैरमन ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को रक्षा, कृषि, बागबानी व जल संभाल सहित विभिंन विषय में बारे में विस्तृत विचार विमर्श व सहयोग के लिए सिंतबर महीने अपने देश आने का निमंत्रण दिया है। ईजराईल के भारत में राजदूत डैनियल कैरमन के मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री से मिलने के बाद एक सरकारी प्रवक्ता ने इस संबधी जानकारी दी। प्रवक्ता अनुसार दोनों पक्षों ने अनेकों क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाने की संभावनाओं का पता लगाया जो पंजाब के विकास व प्रगति के लिए बहुत अहम हेै मुख्यमंत्री ने ईजराईल जाने वाले उनके प्रतिनिधिमंडल में कुछ विकासमयी किसान भी शामिल करने का सुझाव दिया है। ईजराईल के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि वह मुख्यमंत्री के दौरे का इंतजार कर रहे है जो भारत के प्रधानमंत्री के दौरे के बाद होगा। उन्होने लगातार असरदार विचार विमर्श को यकीनी बनाने के लिए एक विशेष एजेडा तैयार करने की भी पेशकश की। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के ईजराईल में होने वाले जल टैक्रोलोजी और वातावरण नियंत्रण समागम के अवसर पर दौरा करने को निमंत्रण दिया इस दौरान 12 से 14 सिंतबर तक तेल अवीव में अंतराष्ट्रीय प्रोफैशनल प्रदर्शनी लगाई जाएगी जिस दौरान जल और वातावरण संबधी अति आधुनिक टैक्रलोजी को प्रर्दिर्शत किया जाएगा। प्रवक्ता अनुसार ईजराईल और पंजाब के बीच सहयोग की मुख्य प्राथमिकता रक्षा के क्षेत्र को निश्चित किया गया है। मुख्यमंत्री ने राज्य में बागवानी डेयरी फार्मिंग, शहद और मक्खी पालन, सिंचाई और जल संभाल को बढ़ावा देने के लिए ईजराईल के अनुभव का प्रयोग करने के लिए भी दिलचस्पी दिखाई इसके अतिरिक्त जल संभाल, बागवानी, डेयरी फार्मिंग और कृषि में रणनीतिक संझेदारी के लिए भी दोनों पक्षों ने सामूहिक कार्य ग्रुप स्थापित करने का फैसला किया।

कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में पद संभालने के बाद ईजराईल के राजदूत के साथ यह दूसरी बैठक थी। अप्रैल में हुई पिछली बैठक दौरान दोनों पक्ष भारत सरकार की सहमति के लिए द्विपक्षीय हितों के  मुददो पर लगातार विचार विमर्श करने के लिए पंजाब/ईजराईल कार्य ग्रुप स्थापित करने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए सहमत हुये थे। प्रवक्ता अनुसार आज की बैठक दौरान दोनों पक्षों ने कार्य ग्रुप के स्थापति के लिए एक रूप रेखा पेश की।ईजराईल के राजदूत ने करतारपुर और होशियारपुर में दो मौजूदा संैटर आफ एक्सीलेंस की बड़ी सफलता के बाद राज्य में कृषि विभिंन्नता को प्रोत्साहन देने के लिए एक अन्य सैंटर आफ एक्सीलेस स्थापित करने के लिए दिलचस्पी दिखाई। उन्होने कहा कि यह केन्द्र फलों व सब्जियों को अधिक झाड़ देने वाली किस्मे तैयार करने , नियंत्रित हालातों में नये कृषि अमला, नेट फार्मिंग, तुपका और फुव्वारा सिंचाई लागू करने के लिए साधन बने है। कैरमन ने मुख्यमंत्री को बताया कि राज्य में फूलोंं और शहद की मक्खियों के पालन को बढ़ावा देने के लिए दो अन्य ऐसे केन्द्र स्थापित किये जा रहे है। उन्होने इन प्रोजैक्टों में तेजी लाने के लिए विदेश मामले मंत्रालय के समक्ष मुददा उठाने के लिए कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के निजी दखल की मांग की।दोनों पक्षों ने ऐेसे प्रोजैक्टों में प्राइवेट कंपनियों को सांझेदार बनाने की जरूरत पर सहमति प्रगटाई। मुख्यमंत्री ने सरकार की कोशिशों में शामिल होने के लिए भारतीय निजी कंपनियों को प्रेरित करने के लिए अपनी टैक्रोलोजी प्रदर्शित करने के लिए ईजराईल के प्रतिनिधिमंडल को अपील की। एक पायलट प्रोजैक्ट संबधी कार्य करने के लिए शुरू में निजी कंपनियों की सेवाएं प्राप्त की जा सकती हे ऐसे प्रोजैक्ट उच्च स्तर पर शमुलियत और फंडों के लिए राह मजबूत किया जा सकता है। 

कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कृषि के विकास में टैक्रोलोजी की ओर अधिक जरूरत पर जोर दिया।उन्होने महिन्द्रा, अंबानीज और आईटीसी जैसी प्रमुख एग्री टैक कंपनियों को इसमें शामिल करने के लिए अपने मुख्य प्रमुख सचिव को कहा ताकि कृषि उत्पादों से अन्य वस्तुएं बनाकर किसानों की आय बढाई जा सके क्योकि राज्य के किसान कृषि से लाभ कम होने के कारण भारी वित्तीय संकट का सामना कर रहे है। भूजल का स्तर लगातार गिर जाने पर चिंता प्रकट करते हुये मुख्यमंत्री ने पानी की समस्या से निपटने के लिए तुपका सिंचाई और हाइड्रोफोनिक्स नवीनतम तकनीके किसानों द्वारा अपनाये जाने के संबध में ईजराईल के सहयोग की मांग की।  उन्होने कहा कि किसानों में जागरूकता पैदा करने के लिए माडल फार्म  बनाये जाए। सब्जी और फूलों के मंडीकरण को प्रोत्साहन देने की जरूरत पर जोर देते हुये उन्होने कहा कि इससे कृषि आय में वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री ने मंडीबोर्ड की ईमारत को मार्किंट में तबदील करने की संभावनाओं का पता लगाने का भी सुझाव दिया ताकि किसानों को उत्पादन के लिए बिना किसी समस्या से मंडीकरण उपलब्ध करवाया जा सके।अंतराष्ट्रीय विकास सहयोग कार्यक्रम के संबध में दौरे पर आये राजदूत की विनति के जवाब में मुख्यमंत्री ने समर्था निर्माण कार्यक्रम में बढ़ोतरी करने के अतिरिक्त मानवीय संसाधन के विकास पर और जोर देने के लिए ईजराईल सरकार की थोड़ी अवधि के विभिंन कोर्सो के प्रशिक्षण संबधी की पेशकश के बारे में कार्य योजना तैयार करने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए मुख्य सचिव को कहा है।बैठक में शामिल अन्य में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रमुख सचिव सुरेश कुमार मुख्य सचिव करन अवतार सिंह, प्रमुख सचिव/ मुख्यमंत्री तेजवीर सिंह , अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास सतीश चंद्रा, प्रमुख सचिव उद्योग व वाणिज्य डीपी रेडडी और सीईओ इंवेैस्ट पंजाब डीके तिवाड़ी उपस्थित थे।