5 Dariya News

जस्टिस नारंग कमीशन द्वारा राणा गुरजीत को कालिन चिट्ट देने के रास्ते पड़ी कैप्टन सरकार -सुखपाल सिंह खहरा

रेत खढ्डों की बेनामी बोली में रमनजीत सिंह सिक्की और लाडी का भी पैसा लगा, रद्द हो सारी बोली प्रीक्रिया

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चंडीगड़ 01-Jun-2017

आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता और विधायक सुखपाल सिंह खहरा ने आरोप लगाया है कि बहु-करोड़ी माइनिंग स्कैंडल के सरगने और पंजाब के सिंचाई और बिजली मंत्री राणा गुरजीत सिंह को बर्खास्त करने की जगह कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार जस्टिस नारंग कमीशन के द्वारा कालिन चिट्ट देने के रास्ते चल पड़ी है।आज यहां पत्रकारों को संबोधन करते हुए सुखपाल सिंह खहरा ने कहा कि अपने रसोइया और नौकरों के नाम पर करोड़ों रुपए की बेनामी रेत बजरी के खढ्डे लेने के मामले में कैप्टन सरकार जांच के नाम पर भद्दा मजाक कर रही है। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार की तरफ से लोगों की आंखों में धूल झौंकने की इस कार्यवाही की आम आदमी पार्टी जोरदार निंदा करती है और जस्टिस नारंग कमीशन को रद्द करती है। उन्होंने राणा गुरजीत सिंह को पंजाब का उभरता हुआ ‘विजय मालीया ’ करार देते हुए राणा गुरजीत सिंह का पासपोर्ट जब्त करने और रेता बजरी के खढ्डों की हाल ही दौरान हुई समूची बोली प्रीक्रिया को रद्द करने और नये सिरे से माफिया मुक्त बोली करवाए जाने की मांग की।खहरा ने जस्टिस नारंग से अपील की है कि वह एक महीने की नौकरी का लालच त्याग कर जांच कमीशन की जिम्मेदारी से दूर हो जाना चाहिए क्योंकि उनके परिवार के राणा गुरजीत सिंह के साथ कलाइंट के तौर पर तथ्य जगजाहिर हो चुके हैं। इसके साथ ही पंजाब सरकार को यह जिम्मेदारी हाई कोर्ट के किसी भी मौजूदा जज को सौंप देनी चाहिए। 

खहरा ने कहा कि जस्टिस नारंग कमीशन की जांच के लिए जो शर्तों और नियम तय किये हैं वह सीधा सीधा राणा गुरजीत सिंह को कालिन चिट्ट देने का रास्ता है क्योंकि इन शर्तों और हवालों में यह नुक्ता शामिल नहीं किया गया कि राणा गुरजीत के मामूली वेतन लेने वाले रसोइया समेत दूसरे नौकरों के खातों में करोड़ों रुपए किस स्रोत में से आए हैं। उन्होंने कहा कि यह मनी लांडरींग और अन्य वित्तीय बेनियमों का सब से महत्त्वपूर्ण नुक्ता है परंतु जांच के घेरे से बाहर छोड़ दिया है। उन्होंने दावा किया कि यदि यह नुक्ते जांच के घेरे में न लाया गया तो जस्टिस नारंग कमीशन की तरफ से राणा गुरजीत सिंह उसी तरह कालिन चिट्ट तय है जिस तरह बादल सरकार ने समकालीन शिक्षा मंत्री सिकन्दर सिंह मलूका को बहु -करोडी किताब घोटाले में से जस्टिस जिन्दल कमीशन के द्वारा कालिन चिट्ट दी थी।सुखपाल सिंह खहरा ने यह भी आरोप लगाया कि रेता बजरी के खढ्डों की बोली में खडूर साहिब से कांग्रेसी विधायक रमनजीत सिंह सिक्की और शाहकोट के कांग्रेसी नेता लाडी समेत ओर भी सत्ताधारियों के बेनामी पैसे लगे हैं। उन्होंने कहा कि बादलों की तरह कांग्रेसी भी इस तरीके से कुदरती साधनों की लूट करने की ताक में हैं कि एक खढ्डा लो और पूरे दरिया को लूट लो। खहरा ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह को घेरते सवाल किया कि जिस राणा गुरजीत सिंह आगे पंजाब के मुख्य मंत्री बेबस हो गए हैं जब उसका रेत माफिया दरियाओं को लूटेगा तो पंजाब पुलिस और माइनिंग विभाग कैसे रोक सकेगा।खहरा ने ई -बोली पर बड़ा प्रश्न चिह्न लगाते हुए दस्तावेज दिखाऐ कि 17 खढ्डों पर सिर्फ इकलौता बोली कार है। इस लिए इन 17 खढ्डों की बोली की भी जांच होनी चाहिए।

विजय मालीया की तरह राणा गुरजीत भी बड़ा डफालटर  

सुखपाल सिंह खहरा ने कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह को पंजाब का विजय मालीया बताते हुए कहा कि राणा गुरजीत उतर प्रेदश के किसानों का बड़ा डफालटर है। उन्होंने उतर प्रेदश के गन्ना कमिशनर विपिन कुमार दिवेदी के बयान के आधार पर बताया कि राणा गुरजीत सिंह की करीमगन्द जिला समेत उन (शामली), बुलारी और बेलवाड़ा (मुरादाबाद) स्थित चार शुगर मीलों ने किसानों के 202 करोड़ रुपए देने हैं, जिस कारण इन पर मुकदमा दर्ज हो चुका है और पासपोर्ट जब्त करने के हुक्म भी हो चुके हैं इस लिए राना गुरजीत सिंह और उसके परिवार के पासपोर्ट तुरंत जब्त होने चाहिएं ताकि यह विजय मालीया की तरह देश छोड़ कर न भाग जाए।