5 Dariya News

केन्द्रीय सुरक्षा मांगने या बढ़ाने का प्रश्र ही पैदा नही होता- कैप्टन अमरेन्द्र सिंह

खालिस्तान पक्षीय कैनेडियनों को पंजाब आने और सरकार का सामना करने की चुनौती

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चंडीगढ़ 25-May-2017

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने खुफिया रिपोर्टों और सरेआम धमकियों के मददेनजर सुरक्षा बढ़ाये जाने की मांग पर स्पष्ट रूप से इनकार करते हुये खालिस्तान पक्षीय केनेडियनों को अपनी इन धमकियों से पंजाब आने और सरकार का सामना करने की चुनौती दी।खालिस्तान पक्षीय तत्वों द्वारा उनको और लुधियाना से सांसद रवनीत बिटटू को वीडियो द्वारा दी गई धमकियों संबधी तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ऐसी कार्यवाहियों से डरने वाले नही है और राज्य के लोगों की रक्षा के लिए वह ऐसी शक्तियों का पूरी तरह से सामना करने के लिए तैयार है। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि यह तत्व पंजाब में कड़े प्रयत्नों से पैदा की गई शांति और सदभावना को ठेस पहुंचाने के लिए कोशिश कर रहे है और इनके घिनौने कारनामों को असफल करने के लिए वह हर कदम उठाएगें। उन्होने कहा कि यदि उनमें हिम्मत है तो वह पंजाब आए और मेरी सरकार यह यकीनी बनाने के लिए उचित कदम उठाएगी कि अपनी बुजदिली वाली धमकिया देने और राज्य में आंतकवाद को बहाल करने के नापाक इरादे रखने वालों को मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।मुख्यमंत्री ने अपने और बिटटू के लिए केन्द्र से जैड प्लस सुरक्षा मांगी जाने की रिपोर्टो को रदद करते हुये कहा कि राज्य पुलिस कांग्रेसी नेताओं सहित के लोगों को सुरक्षा उपलब्ध करवाने के लिए पूरी तरह समर्थ है उन्होने कहा कि सुरक्षा बढ़ाने के लिए केन्द्र के पास सिफारिश करने का कोई प्रश्र ही पैदा नही होता। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब पुलिस की योग्यता पर उनको पूरा विश्वास है जोकि अपनी बढिय़ा भूमिका निभा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्वयं और उनकी सरकार ऐसे डरपोक लोगों की गिदड धमकियों से डरने वाली नही जिनका पंजाब आकर उनका सामना करने की भी हिम्मत नही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में अमन शांति और सदभावना को यकीनी बनाने के लिए ऐसी धमकियों का उचित जवाब देगी और किसी भी कीमत पर शांतमयी माहौल में विध्र नही पडऩे दिया जाएगा।मुख्यमंत्री कार्यालय के एक सरकारी प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि खालिस्तानी पक्षीय द्वारा कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को हाल ही में दी धमकियों के कारण वह ओर सुरक्षा नही ले रहे है। मुख्यमँत्री ने अपने केबिनेट साथियों और अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में कहा कि वीडियो द्वारा दी धमकियों के मददेनजर उनका सुरक्षा घेरा बढ़ाने के लिए कोई कदम नही उठाया जाना चाहिए।प्रवक्ता ने अफसोस जाहिर किया कि सिक्खज फार जस्टिस जो धमकियों वाली वीडियो सोशल मीडिया पर डालने के पीछे शामिल है को केैनेडियन संसद में भारतीय मूल के कुछ सदस्यों द्वारा भी समर्थन दिया जा रहा है मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका दृढ विचार है कि ऐसी संस्थाए और तत्व जो कैनेडा की सिक्ख आबादी में बहुत थोड़ी संख्या में है के साथ बिना किसी ढील के से आड़े हाथों निपटने की जरूरत है उन्होने कहा कि इन तत्वों द्वारा एनआरआई सिक्ख भाईचारे पर कलंक लगाया जा रहा है और कनाडा सहित अन्य देशों के विकास और उन्नति में डाले योगदान को घटाया जा रहा है।