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कुशल राज्य प्रबंधन के लिए प्रभावी शिकायत निवारण केंद्र : तस्स्दुक मुफ्ती

सरकारी विभागों के प्रमुखों के साथ पहली बैठक की

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श्रीनगर 25-May-2017

प्रभावी शिकायत निवारण तंत्र राज्य में कुशल प्रबंधन प्रणाली स्थापित करने के लिए केंद्रित है जो सभी हितधारकों के लिए पारदर्शी और जवाबदेह है।मुख्य मंत्री शिकायत सेल के समन्वयक, तस्सदुक मुफ्ती ने सभी विभागों के प्रमुखों के साथ आज पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही। बैठक में लोगों के लिए सुशासन और उत्तरदायी प्रशासन प्रदान करने के लिए विभागीय और केंद्रीय शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करने के अलावा मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) की स्थापना के उद्देश्य से बैठक का आयोजन किया गया।बैठक में सरकार की इस पहल को प्रभावी ढंग से कार्यान्वित करने के लिए विभिन्न विभागों के प्रमुखों के साथ खुली चर्चा और सुझाव शामिल थे।तस्सदुक मुफ्ती ने अधिकारियों द्वारा दी गई जासनकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि शिकायत निवारण के लिए आंतरिक और साथ ही केंद्रीय तंत्र को मजबूत करने के साथ, हम लोगों को दो स्तरीय व्यवस्था उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखते हैं जिसमें अगर उनकी शिकायत को विभागीय स्तर पर हल नहीं किया जाता तो उपभोक्ताओं के पास एक अतिरिक्त विकल्प है और मुख्यमंत्री के केन्द्रीय मंच से संपर्क कर सकेत हैं।विभागों को आंतरिक मंच बनाने और सुव्यवस्थित करने के लिए आग्रह करते हुए तस्स्दुक ने कहा कि  समय पर शिकायत निवारण के प्रति प्रतिक्रिया उन्मुख दृष्टिकोण के लिए आईटी उपकरण का उपयोग कर युक्तिसंगत तंत्र बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी और उपभोक्ताओं को लोगों की शिकायतों का निवारण करने के लिए तत्काल उपाय करने के लिए संवेदनशील होना चाहिए।लोगों द्वारा दायर शिकायतों के समयबद्ध निवारण पर जोर देते हुए, उन्होंने कहा कि शिकायातों को मात्र निपटाने की बजाय उनको सही से हल करने पर ध्यान केंद्रित होना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि प्रतिक्रिया जमीनी स्तर पर दिखाई दे रही है।

तस्सदुक ने कहा कि गंभीर मामलों को प्राथमिकता पर लेना होगा और निर्धारित समय सीमा में निपटा जाना चाहिए, गंभीरता और समय पर कार्रवाई की कमी से असफल रहने की वजह के लिए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उपस्थित अधिकारियों को तत्काल, शिकायतों के महत्वपूर्ण और सामान्य प्रकृति के अनुसार जेकेजीजीसी के साथ दायर शिकायतों का जवाब देने के लिए कहा।बैठक में सूचित किया गया कि तुच्छ शिकायतों से निपटने के लिए, जेकेजीजीसी ने एक शोध विंग की स्थापना की है जो शिकायतों की वास्तविकता का पता लगाने के लिए काम करती है और उचित जांच के बाद संबंधित विभागों को आगे भेजती है। पूरी प्रक्रिया को कम करने के लिए, अनुसंधान शाखा शुरू में शिकायतों की छंटनी करता है और उन्हें अपनी प्रकृति के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में रखता है। लोग अपनी शिकायत जेकेजीजीसी के वेब पोर्टल, हेल्पलाइन नंबर, व्यक्तिगत और डाक सहित विभिन्न तरीकों से भेज सकते हैं।जेकेजीजीसी प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा उठाए गए मामलों का संज्ञान लेकर भी कार्रवाई करता है।बैठक में विभिन्न विभागों के पास पड़ी शिकायतों की स्थिति के बारे में भी सूचित किया गया। तस्सदुक मुफ्ती ने अधिकारियों से जिन शिकायतों को अभी तक निपटाया नहीं गया है, उन्हें जेकेजीजीसी से अनुस्मारक की प्रतीक्ा न करके समाधान सुनिश्चित करने के लिए कहा।