5 Dariya News

वैज्ञानिकों व प्लास्टिक उद्योगों के बीच तालमेल जरूरी : अनंत कुमार

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नई दिल्ली 09-May-2017

केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक तथा संसदीय मामलों के मंत्री अनंत कुमार ने अच्छे उत्पादों को बनाने और पर्यावरण को मित्रवत बनाए रखने तथा एक ठोस एवं साफ-सुधरा भारत बनाने के सरकार के मिशन लिए वैज्ञानिकों एवं प्लास्टिक इंडस्ट्रीज के बीच अच्छा तालमेल होने की जरूरत पर जोर दिया। कुमार ने प्लास्टिक पर देश के सबसे बड़े शो 'प्लास्टीविजन 2019' की तैयारियों के शुरू होने के मौके पर यहां मंगलवार को यह बात कही।दिल्ली के प्रगति मैदान में 28 फरवरी से 4 मार्च 2019 के बीच 'प्लास्टीविजन इंडिया 2019' का आयोजन किया जाएगा। इसमें 30 देशों से 2000 से अधिक एक्जीविटर विश्व की नवीन प्रद्यौगिकी एवं नवीनताओं को प्रदर्शित करेंगे। साथ ही ट्रेडशो में सेमिनार, नवीनता पर कार्यशाला, पर्यावरण पर असर और प्रौद्योगिकी में हुई प्रगति की भी झलक पेश की जाएगी।

अनंत कुमार ने कहा, "अच्छे उत्पादों को बनाने और पर्यावरण को मित्रवत बनाए रखने तथा एक ठोस एवं साफ सुधरा भारत बनाने के सरकार के मिशन लिए वैज्ञानिकों एवं प्लास्टिक इंडस्ट्रीज के बीच अच्छा तालमेल होने की जरूरत है। भारत में प्लास्टिक मैन्युफैक्च रिंग बड़ी संख्या में एसएमई है, जिनके हितों को अच्छी नीति ढांचे के माध्यम से सुरक्षित रखने की जरूरत है।"सीआईपीईटी ने महानिदेशक ने इस मौके पर कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि प्लास्टिक इकाई के लाभ के लिए वैज्ञानिकों और अकादमिकांे का सक्रिय सहयोग विकासात्मक कार्यो में होना चाहिए। विश्वभर मंे प्लास्टिक में नई टेक्नोलॉजी तथा नवीनताओं पर बहुत कुछ हो रहा है। उद्योग को इन सभी से लाभ मिले इसकी जरूरत है।" 'प्लास्टीविजन इंडिया 2019' के अध्यक्ष अजय देसाई ने कहा, "उद्योग की एक जिम्मेदारी है। 

जब हम नए एजेंडे की पहल करते हैं, तब प्लास्टिक उद्योग द्वारा मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत अभियान, स्किल इंडिया, निर्यात इत्यादि पर जोर देने जैसे सरकार के मुख्य एजेंडे को ध्यान मंे रखते हैं। आर्थिक स्थिरता से विश्व भारत को उत्पादन आधार और मार्केटिंग दोनों नजरिए से देख रहा है।"ऑल इंडिया प्लास्टिक्स मैन्युफैक्च र्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरेन संघवी ने कहा, "प्लास्टीविजन इंडिया 2019 ग्यारहवां आयोजन होगा। इसके पहले के सभी दस आयोजन मुंबई में हुए थे। एआईपीएमए के बतौर सोचा गया कि इस बार इसका आयोजन दिल्ली में हो तो अच्छा होगा। हमारे पास भारत के उत्तरी भाग से बहुत सदस्य हैं, और दिल्ली में आयोजन करने से इस क्षेत्र में स्थित उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।"प्लास्टीविजन इंडिया 2019 प्रदर्शनी में प्लास्टिक एवं प्लास्टिक प्रॉडक्ट इंडस्ट्री में कच्चे माल, पोलिमर्स, रेजिंस एवं कम्पोनेंट प्रिंटिंग मशीनरी तथा उपकरण, मोल्ड एवं डाइज, प्लास्टिक टेक्नोलॉजी, न्यूमैटिक इक्विपमेंट तथा कम्पोनेंट, प्राइमरी प्रोसेसिंग मशीनरी इत्यादि जैसे उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा।