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एसवाईएल, बिजली तथा पानी को लेकर इनेलो ने दिया धरना

प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री के नाम एडीसी को सौंपा ज्ञापन

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चंडीगढ़ 05-May-2017

जुलाना हलके के इनेलो कार्यकर्ताओं ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार एसवाईएल नहर का निर्माण करवाने, प्रदेश में बिजली तथा पानी की समस्या का समाधान करवाने की मांग को लेकर जींद स्थित लघु सचिवालय परिसर के बाहर धरना दिया। धरने पर पहुंची अतिरिक्त उपायुक्त आमना तस्नीम को इनेलो कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री के नाम मांगों का ज्ञापन सौंपा। धरने की अध्यक्षता इनेलो के जिला प्रधान कृष्ण राठी तथा इनेलो विधायक परमेंद्र सिंह ढुल ने की। धरने पर बैठे लोगों को संबोधित करते हुए इनेलो जिला प्रधान कृष्ण राठी ने कहा कि हरियाणा के अलग अस्तित्व में आने के बाद केंद्र सरकार ने पानी बंटवारे को लेकर एक कमेटी बनाई थी। कमेटी ने एसवाईएल नहर से हरियाणा को 3.78 एमएएफ पानी देने की सिफारिश की थी लेकिन केंद्र सरकार ने हरियाणा को केवल 3.5 एमएएफ पानी का हिस्सा दिया। तत्कालीन मुख्यमंत्री चौ. देवीलाल ने पंजाब सरकार को नहर के निर्माण के लिए एक करोड़ रुपए की राशि भी दी थी। 1981 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मौजूदगी में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में समझौते के अनुसार नहर का निर्माण 31 दिसंबर 1981 तक पूरा किया जाना था। तत्कालीन मुख्यमंत्री चौ. देवीलाल के कार्यकाल में 1987 से 90 तक नहर का 60 प्रतिशत निर्माण का कार्य पूरा हुआ था। माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने हरियाणा के पक्ष में फैसला देते हुए एक वर्ष में पंजाब सरकार को नहर का निर्माण पूरा करने का समय दिया था। लेकिन अब पंजाब सरकार ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए हरियाणा को पानी देने से मना कर दिया तथा पंजाब में नहर को बंद करवा दिया। 

इनेलो नेताओं ने कहा कि यह बेहद खेद की बात है कि पंजाब द्वारा अपने खिलाफ फैसला आ जाने के भय से 2016 में पंजाब सरकार ने विधानसभा बजट सत्र में एक कानून पारित किया कि राज्य में एसवाईएल नहर के लिए अधिग्रहण की गई जमीन को किसानों को वापिस कर दी जाए और ऐसा कदम पंजाब की सरकार द्वारा संघीय ढांचे पर फिर से एक प्रहार है। उन्होंने जल्द से जल्द एसवाईएल नहर के निर्माण कार्य को पूरा करवाने तथा हरियाणा को उसके हिस्से का पानी दिलाने की मांग की। धरने पर बैठे लोगों को संबोधित करते हुए विधायक परमेंद्र सिंह ढुल ने कहा कि प्रदेश में इस समय बिजली तथा पानी का संकट गहरा गया है। लाइन लोस के नाम पर 10-12 घंटे के बिजली के कट लगाए जा रहे हैं जो बहुत ही दुखद है। गर्मी के कारण लोगों का बुरा हाल है लेकिन सरकार को जनता की जरा सी भी चिंता नहीं है। इसी प्रकार नहरी पानी 60 दिन बाद नहरों में आता है। इस कारण जलघरों में पानी की किल्लत हो जाती है तथा किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है। परमेंद्र ढुल ने मुख्यमंत्री से मांग की कि बिजली के कटों को बंद करके जनता को 24 घंटे बिजली दी जाए तथा नहरी पानी की किल्लत को दूर करवाया जाए। इसके बाद धरने पर एडीसी आमना तस्नीम पहुंची तथा इनेलो नेताओं से ज्ञापन लिया। इस मौके पूर्व विधायक सूरजभान काजल, सुमित्रा देवी, डॉ. कृष्ण मिढ़ा, कृष्णा बधाना, कृष्ण ढांडा, आनंद लाठर, कुलबीर मलिक सहित सैकड़ों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।दलित-ए महापंचायत ने दिया इनेलो को समर्थन: धरने पर दलित-ए महापंचायत के प्रदेशाध्यक्ष देवीदास ने अपने शिष्टमंडल के साथ इनेलो के धरने पर पहुंचकर उनका समर्थन किया। इसी प्रकार इनेलो जिला प्रधान कृष्ण राठी तथा विधायक परमेंद्र सिंह ढुल ने अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ दलित-ए महापंचायत के धरने पर पहुंचकर उनकी मांगों को जायज ठहराते हुए उनका समर्थन करने की घोषणा की।