5 Dariya News

एसवाईएल के निर्माण को लेकर पटौदी हलके के कार्यकर्ताओं ने दिया जंतर-मंतर पर धरना

केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ इनेलो कार्यकर्ताओं ने की जमकर नारेबाजी

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नई दिल्ली 12-Apr-2017

इनेलो की ओर से एसवाईएल के अधूरे निर्माण को पूरा करवाए जाने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर शुरू किए गए अनिश्चितकालीन धरने के अंतर्गत आज गुडग़ांव जिले के पटौदी विस क्षेत्र के इनेलो कार्यकर्ताओं ने धरना दिया ओर सरकार से एसवाईएल को जल्द मुकम्मल करवाए जाने की मांग की। धरने का नेतृत्व राज्यसभा सांसद डॉ. रामकुमार कश्यप, नलवा के विधायक रणबीर गंगवा व पूर्व विधायक गंगाराम पटौदी ने किया। इनेलो नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और भाजपा पर हरियाणा के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। धरने में पार्टी के कार्यालय सचिव एनएस मल्हान, महेश चौहान हलका प्रधान, कुणाल गहलावत, ईश्वर सिंह पूर्व चेयरमैन, मानसिंह, बीपी जांगड़ा, सुनील, मान सिंह गुलिया, सुखबीर सिंह तंवर, सूबे सिंह, महिपत नूरपुर, दलीप सरपंच, राजू खान, मोंटी मंडल, आशीष सहित अनेक प्रमुख नेता व इनेलो कार्यकर्ता मौजूद थे। 

इनेलो नेताओं ने कहा कि कांग्रेस व भाजपा एसवाईएल निर्माण के लिए कोई गम्भीर प्रयास करने की बजाय मात्र अखबारी बयानबाजी करके मात्र सुर्खियों में रहने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर दोनों दलों के नेता इस मामले में वास्तव में गम्भीर है तो उन्हें इनेलो कार्यकर्ताओं के साथ धरने में शामिल होना चाहिए। इनेलो नेताओं ने कहा कि आज सर्वोच्च न्यायालय का फैसला हरियाणा के पक्ष में आने के बावजूद नहर का निर्माण न होना न सिर्फ सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना है बल्कि संविधान की मर्यादा को भी लांघने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि अलग राज्य बनने के बावजूद हरियाणा को 50 सालों तक अपने हिस्से का पानी न मिलना इससे ज्यादा कोई दुखद बात हो नहीं सकती। उन्होंने कहा कि एसवाईएल के निर्माण से न सिर्फ हरियाणा की सूखी धरती की प्यास बुझेगी बल्कि दक्षिणी हरियाणा में लोगों के लिए पीने के पानी की आ रही दिक्कत भी दूर होगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा पानी पर अपना हिस्सा मांग रहा है और किसी अन्य राज्य से खैरात नहीं मांगी जा रही। उन्होंने कहा कि इनेलो इस मुद्दे पर बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने से भी पीछे नहीं हटेगी और जब तक एसवाईएल का निर्माण पूरा नहीं हो जाता तब तक पार्टी का आंदोलन जारी रहेगा।

इनेलो नेताओं ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस व भाजपा के नेता एसवाईएल को लेकर अलग भाषा बोलते हैं और हरियाणा में आकर उनकी भाषा एकदम अलग हो जाती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के दोनों दलों के राष्ट्रीय नेतृत्व को एसवाईएल पर पार्टी का राष्ट्रीय स्तर पर लिए जाने वाला स्टेंड स्पष्ट करना चाहिए ताकि दोहरी भाषा बोलने वाले इन राजनेताओं की वास्तविकता का प्रदेशवासियों को पता चल सके। इनेलो नेताओं ने कहा कि एसवाईएल के मुद्दे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री पिछले करीब साढ़े चार महीनों से प्रधानमंत्री से अभी तक मिलने का समय नहीं ले पाए हैं जिससे साफ है कि भाजपा के लिए एसवाईएल जैसे अहम मुद्दे की भी कोई गम्भीरता नहीं है।  उन्होंने कहा कि एसवाईएल का निर्माण कार्य सबसे पहले चौधरी देवीलाल ने हरियाणा का मुख्यमंत्री रहते हुए पंजाब सरकार से जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी करवाकर और इसके लिए पैसों की अदायगी करके शुरू करवाई थी और सबसे ज्यादा निर्माण कार्य भी चौधरी देवीलाल के कार्यकाल में ही हुआ था। इनेलो नेताओं ने कहा कि इनेलो प्रमुख चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने प्रदेश का मुख्यमंत्री रहते हुए एसवाईएल को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में जोरदार पैरवी की जिसके परिणामस्वरूप अदालत का फैसला हरियाणा के पक्ष में आया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस मामले में हमेशा अड़चनें खड़ा करने का काम किया है और अब भी कांग्रेस किसी न किसी बहाने इस मामले में अड़ंगे लगाने में लगी हुई है।