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भारत से टीबी को समाप्त करने के लिए सेलिब्रिटी एवं सांसदों द्वारा ‘‘शून्य कलंक, शून्य असमानता’’ की शपथ

दूसरे दिन सांसद एवं सेलिब्रिटी "इंडिया बनाम टीबी" क्रिकेट मैच में हिस्सा लेंगे

5 Dariya News (विजयेन्दर शर्मा)

धर्मशाला 07-Apr-2017

टीबी (तपेदिक) उन्मूलन, 2017-25 के लिए एक राष्ट्रीय रणनीतिक योजना की घोषणा के समय टीबी-मुक्त भारत सम्मेलन में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों; सरकारी अधिकारियों; संसद के सदस्यों; कॉर्पोरेट क्षेत्र के प्रतिनिधियों; फाउंडेशन एवं ट्रस्ट; बॉलीवुड सेलिब्रेटीज़; तपेदिक रोगियों; एवं मीडिया के प्रतिनिधियों को दो दिनों के लिए एक साथ लाया जा रहा है, जिसमें साल 2025 तक टीबी को समाप्त करने के लिए किए जाने वाले उपायों पर चर्चा एवं विचार विमर्श किया जाएगा। इसमें भाग लेने वाले विशेषज्ञ एवं अतिथि भारत से टीबी (तपेदिक) को समाप्त करने के लिए सेलिब्रिटी एवं कॉर्पोरेट्स के समय, ऊर्जा एवं संसाधनों के निवेश की आवश्यकताओं पर चर्चा करेंगे। इस पहल को तीन बार सांसद रह चुके एवं बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष, श्री. अनुराग ठाकुर ने केंद्र स्वास्थ्य मंत्री, श्री. जे. पी. नड्डा के साथ परामर्श से विचार रूप दिया है, जोकि प्रधान मंत्री श्री. नरेंद्र मोदी के 2025 तक एक टीबी-मुक्त भारत बनाने के मिशन को आगे बढ़ा रहे है।टीबी समाप्त करने की रणनीति एवं शून्य तपेदिक रोग व शून्य तपेदिक रोगियों के संदर्भ में इस समय तपेदिक के कलंक से लडऩे के लिए वैश्विक स्तर पर मुहिम चल रही है। तपेदिक के साथ जुड़ा हुआ कलंक एवं भेदभाव अपने आप में एक कमज़ोरी की तरह विनाशकारी हो सकता है और तपेदिक का प्रतिकूल समाजिक प्रभाव सामाजिक अलगाव पैदा करने के साथ-साथ रोजग़ार एवं शिक्षा में बाधा पैदा कर सकता है तथा पारिवारिक रिश्तों में दरार उत्पन्न कर सकता है। 

ऐसा देखा गया है कि तपेदिक रोगी के परिवार को कभी प्राय: गलत नज़रिए से देखा जाता है। तपेदिक-मुक्त भारत सम्मेलन के पहले दिन विशेषज्ञों ने इस बात पर ज़ोर दिया कि निजी क्षेत्रों को किस तरह सामुदायिक हस्तक्षेप के लिए सरकार के साथ सहयोग करने की आवश्यकता है और इसके साथ ही सेलिब्रिटी किस तरह तपेदिक-मुक्त भारत अभियान के लिए आवाज़ उठाकर किस तरह इसे समर्थन दे सकते हैं।तपेदिक-मुक्त भारत अभियान के लिए केंद्रीय तपेदिक विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के नेतृत्व के अंतर्गत चलाए जा रहे कॉल फॉर एक्शन के एक भाग के तौर पर, इस सम्मेलन का आयोजन, हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ (एचपीसीए) एवं द इंटरनेशनल यूनियन एगेंस्ट ट्यूबरक्युलोसिस (टीबी) एंड लंग डिसीज़ (द युनियन) के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस सम्मेलन को चौलेंज टीबी (द फ्लैगशिप टीबी कंट्रोल प्रोग्राम ऑफ यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (एएसएआईडी), द ग्लोबल फंड एवं डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) से समर्थन मिला है।कल, केंद्र स्वास्थ्य मंत्री, श्री. जे. पी. नड्डा अन्य केंद्रीय मंत्रियों के साथ सांसदों, सरकारी अधिकारियों, यूएसएआईडी, इंटरनेशनल यूनियन अंगेस्ट ट्यूबरक्युलॉसिस एंड लंग डिसीज़, डब्ल्यूएचओ, द ग्लोबल फंड, एवं सेलिब्रेटिज़ इस सम्मेलन में भाग लेंगे तथा वे इंडिया बनाम टीबी टी20 क्रिकेट मैच को हरी झंडी दिखाएंगे। धर्मशाला के खुबसूरत एचपीसीए स्टेडियम में होने वाले इस मैच में एक ओर एमपी-ग्प् टीम में अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में सांसद रहेंगे तो दूसरी ओर मुंबई हीरोज़ टीम में बॉबी देओल के नेतृत्व में सेलीब्रिटी शिरकत करेंगे।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार, श्री. ए. के. झा ने कहा, "2025 तक भारत से टीबी (तपेदिक) को समाप्त करने का भारत का लक्ष्य एक आक्रामक योजना है, जोकि वैश्विक सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) के द्वारा निर्धारित लक्ष्य से पांच साल पूर्व का है। इसके कारण इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए निजी और सरकारी दोनों ही तरह के लोगों को भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता होगी। यह सम्मेलन सहयोग का एक प्रतीक है, जिसकी भारत को टीबी से लडऩे के लिए आवश्यकता होगी। यह क्रिकेट मैच टीबी के विरुद्ध लडऩे मे आम लोगों को जोडऩे और सहयोग करने में काफ़ी मदद करेगा।" इस क्रिकेट मैच में टीबी के खिलाफ लडऩे के लिए लोगों को जोडऩे में काफी मदद मिलेगी,सम्मेलन को संबोधित करते हुए, हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, कौल सिंह ठाकुर ने विविध कॉर्पोरेट के योगदानों की सराहना की और कहा, "यह सहयोगी प्रयास टीबी से लडऩे में हमारी सहायता करेगा और यह भी बताएगा कि सरकार, नागरिक समाज (सिविल सोसायटी), कॉर्पोरेट एवं व्यक्तिगत तौर पर इस खतरनाक रोग को समाप्त करने में किस तरह से भूमिका निभा सकते हैं। मुझे विश्वास है कि तपेदिक-मुक्त भारत सम्मेलन सभी आवश्यक साझीदारों को एक साथ लाया है और टीबी को एक राष्ट्रीय मुद्दा की तरह उभारने में सहयोगी रहा है।"

धर्मशाला में हो रहे इस सम्मेलन के दौरान पंजाब के राज्यपाल, श्री. वी. पी. सिंह बडनोर ने कहा, "साल 2015 तक टीबी को समाप्त करना वर्तमान केंद्र सरकार और हमारे प्रधानमंत्री का विजऩ है। टीबी को समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय, राज्य एवं सहयोगी प्रयास की आवश्यकता है। यह सम्मेलन भारत द्वारा 2015 तक तपेदिक को समाप्त करने के निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आवश्यक तत्वों की ज़रूरतों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करता है।"सांसद, अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘‘तपेदिक संभवत: देश का सबसे गंभीर स्वास्थ्य मुद्दा है। पिछले कुछ सालों में, हमने इस बीमारी को खत्म करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं, जिसमें शामिल हैं: तपेदिक के मामलों को दर्ज करना अनिवार्य बनाना, नैदानिक सेवाओं में सुधार लाना और दवा प्रतिरोध निगरानी को मज़बूत करना। लेकिन, और ज़्यादा प्रयास किए जाने की ज़रूरत है। लेकिन, इस बीमारी के कारण होने वाली भयानक पीड़ा और खत्म होने वाली जि़ंदगी पर रोक लगाने के लिए आइए हम सब मिलकर काम करें।’’

आज कई विशेषज्ञों ने सेलिब्रिटी और कॉर्पोरेट्स को संबोधित किया और तपेदिक एक राष्ट्रीय प्रासंगिकता का मुद्दा क्यों है एवं तपेदिक-मुक्त भारत सम्मेलन से जुडऩे वाले सभी लोग कैसे "शून्य कलंक, शून्य असमानता" के लिए कैसे योगदान कर सकते हैं, इस पर अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन, सेफेड, डीएलएफ फाउंडेशन, एस्सार फाउंडेशन, गेल इंडिया, आईएलएंडएफएस, जॉन्सन एंड जॉन्सन, जुबलिएंट भारतीय ग्रुप, लार्सन एंड टूब्रो, ओमकार फाउंडेशन, क्यूजेन, टाटा ट्रस्ट्स एंड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया सहित कॉर्पोरेट हाउसेज़ के प्रतिनिधियों ने सार्वजनिक-निजी भागीदारियों में तेज़ी लाने के लिए अपनी रणनीतियों और योजनाओं को दोहराया, जोकि साल 2025 तक देश से तपेदिक (टीबी) को खत्म करने में मदद करेंगी।यूएसएआईडी/इंडिया के मिशन निदेशक, मार्क व्हाइट ने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका टीबी (तपेदिक) की रोकथाम, चिकित्सा, अनुसंधान और उपचार पर सहयोग के एक लंबे इतिहास के साथ प्राकृतिक सहयोगी हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की वैश्विक तपेदिक रिपोर्ट, 2016 के अनुसार तपेदिक के कारण हर दिन करीब 1400 भारतीयों की जान जाती है। यह स्पष्ट है कि नए मामलों को कम करने, संचरण घटाने और बहुदवा-प्रतिरोधी टीबी के प्रभावी इलाज के लिए हमें अपने प्रयासों को बढ़ाना चाहिए।’’

द यूनियन के कार्यकारी निदेशक, जोस लूईस कास्ट्रो ने टिप्पणी की, ‘‘दुनिया से टीबी तब तक नहीं मिटाया जा सकता जब तक हम भारत में टीबी को खत्म नहीं कर देते। यह अत्यावश्यक है कि टीबी को समाप्त करने के लिए हमारी प्रगति में तेज़ी लाने हेतु सरकार और कॉर्पोरेट एक साथ मिलकर सहयोग करें। लाखों जि़ंदगियाँ इस नेतृत्व के भरोसा कर रही हैं।’’सम्मेमल में मौजूद कई सांसदों और सरकार के प्रतिनिधियों ने तपेदिक को लेकर जागरूकता बढ़ाने और सभी स्तरों पर कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए बहु-हितधारक सम्मिलित करने की ज़रूरत पर ध्यान केंद्रित किया। सरकारी स्वास्थ्य प्रणाली, निजी स्वास्थ्य क्षेत्र, कॉर्पोरेट क्षेत्र, अनुसंधान एवं शैक्षणिक संस्थानों, नागरिक समाज, मीडिया, सेलिब्रिटीज़ और रोगियों को प्रभावी रूप से सम्मिलित करना राष्ट्रीय अभियान का उद्देश्य रहा है - तपेदिक-मुक्त भारत के लिए कार्रवाई की मांग - स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, जे. पी. नड्डा द्वारा अप्रैल 2015 में शुरू किया गया।बॉलिवुड स्टार बॉबी देओल ने कहा, ‘‘टीबी का अंत करने की एक ही प्रतिबद्धता के साथ, इस तरह के एक विविध समूह के लोगों को देखना बहुत अच्छा लग रहा है। मैं टीबी को मिटाने के इस अभियान को अपना सहयोग देकर बहुत खुश हूँ। मैं चाहता हूँ कि पूरे भारत में और ज़्यादा लोग यह बात जानें कि टीबी का इलाज किया जा सकता है - महत्वपूर्ण बात तो यह है कि लोगों में बीमारी का जल्दी पता लगाया जाता है और पूरा इलाज किया जाता है।’’ बॉबी देओल क्रिकेटर्स की मुंबई सेलिब्रिटी टीम की अगुवाई करेंगे, जोकि 20-20 में सांसदों की ग्प् टीम से टक्कर लेगी रुभारत बनाम टीबी क्रिकेट मैच कल होगा। यह क्रिकेट मैच हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में होगा, प्रशंसक इस मैच को स्टेडियम में लाइव देखने आ सकते हैं या शाम 4 बजे से डीडी नेशनल पर देख सकते हैं।

चैलेंज टीबी के बारे में: टीबी-मुक्त भारत के लिए कॉल टू ऐक्शन

चैलेंज टीबी यूएस एजेंसी फ़ॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) का एक प्रमुख टीबी नियंत्रण कार्यक्रम है। इंटरनेशनल यूनियन अगेन्स्ट ट्यूबरक्युलॉसिस एंड लंग डिसीज़़ (दि यूनियन) को नई दिल्ली में अपने यूनियन साउथ-ईस्ट एशिया कार्यालय के ज़रिए दि चैलेंज टीबी परियोजना के कार्यान्वयन की जि़म्मेदारी दी गई है। 1920 में, इसकी स्थापना से लेकर यूनियन ने गरीबी में जीवनयापन कर रहे लोगों को प्रभावित कर रही सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों के उन्नत सामधानों में श्रेष्ठ वैज्ञानिक प्रमाण और विशेषज्ञता तैयार की है।

कॉल टू ऐक्शन फॉर ए टीबी-फ्री इंडिया

दि कॉल टू एक्शन फ़ॉर ए टीबी-फ्री इंडिया भारत में टीबी को समाप्त करने के लिए जागरूकता बढ़ाकर और घरेलू संसाधनों में वृद्धि करके नवाचार नीतियों और नई रणनीतियों के ज़रिए टीबी नियंत्रण के लिए बृहद प्रयासों का आह्वान करता है। श्री. जे. पी. नड्डा, माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, भारत सरकार, ने 23 अप्रैल, 2015 को कॉल टु एक्शन फॉर ए टीबी-फ्री इंडिया की शुरुआत की थी। कॉल टु एक्शन का लक्ष्य भारत में टीबी को समाप्त करने के लिए टीबी की दृश्यता बढ़ाना और घरेलू संसाधनों की एकजुटता और प्रतिबद्धता के लिए कदम उठाना है।हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) भारत की बेहतरीन क्रिकेट एसोसिएशन में से एक है और शक्तिशाली धौलाधार पहाड़ों की पृष्ठभूमि के बीच समुद्र तल से 14,000 मीटर (लगभग) ऊपर दुनिया का सबसे मनोरम क्रिकेट स्टेडियम होने पर गर्व करता है। इसने कई खेल के कई ऐतिहासिक क्षणों और इंडियन प्रीमियर लीग के तीन सीजऩ की मेज़बानी की है। एचपीसीए ने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट और वन डे मैचों की भी मेज़बानी की है, जिनमें दुनिया भर से हज़ारों प्रशंसकों और क्रिकेट के दिग्गज इक_े हुए थे। एचपीसीए ने ‘स्वच्छ हिमाचल - स्वच्छ हिमाचल अभियान’ जैसी सामाजिक पहलों की शुरुआत की है और ब्रिटेन के सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के दौरे के दौरान उनकी मेज़बानी भी की है।