5 Dariya News

हैंडलूम खास है, इसलिए महंगा है : डिजाइनर राकेश ठाकुर

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नई दिल्ली 30-Mar-2017

कई लोग हैंडलूम की ज्यादा कीमत होने की बात कहते हुए इसकी कम ही खरीदारी करते हैं। उनका मानना है कि इसके कपड़े की कीमत इसके लुक के हिसाब से उचित नहीं मालूम पड़ती है, लेकिन डिजाइनर राकेश ठाकुर इसके लिए लोगों में हैंडलूम के प्रति कम जानकारी होने को जिम्मेदार मानते हैं। उनका कहना है कि कई लोगों को पता ही नहीं हैं कि हैंडलूम कैसे बनता है। ठाकुर की जोड़ी डेविड अब्राहम के साथ 'अब्राहम-ठाकुर' के रूप में मशहूर है। डिजाइनर ने आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में बताया, "पावरलूम से इतर हैंडलूम अपनी संख्या के मामले में विशेष है। हैंडलूम की अहमियत को समझना बहुत जरूरी है क्योंकि यह बहुत खास है। ज्यादा मात्रा में उत्पादन संभव नहीं है। हर साड़ी की बनावट उसके कपड़े और रंग पर निर्भर करती है। यह एक असाधारण कौशल है जिसे हम हैंडलूम के जरिए पा सकते हैं। "डिजाइनर कहते हैं, "यह इस बात पर निर्भर करता है कि किस तरह उत्पाद को आप बाजार में उतारते हैं, हर कोई इसे महंगा समझता है, क्योंकि यह खास है। 

लोग जिस तरह से इसे बनाते हैं, हमें उसकी प्रशंसा करनी चाहिए। मुझे लगता है कि कई मायनों में लोगों में इसके बारे में समझ कम है।"डिजाइनर के मुताबिक, लोगों का कहना है कि यह बहुत साधारण दिखता है, तो फिर इसकी कीमत ज्यादा क्यों है? उन्हें इस बारे में खुद को शिक्षित करने की जरूरत है। यह अब मुश्किल से मिलता है..उचित कीमत नहीं मिलने से कई बुनकर अब हैंडलूम का काम नहीं करना चाहते हैं। इस महीने की शुरुआत में अपने पार्टनर डेविड अब्राहम के साथ अमेजन इंडिया फैशन वीक ऑटम/विंटर 2017 में ठाकुर ने 'बैक टू वर्क' नाम से अपना परिधान संग्रह पेश किया था। डिजाइनर का कहना है कि गर्मियों में हथकरघे की बुनाई वाले कपड़े में सहूलियत रहती है। यह पसीने को आसानी से अवशोषित कर लेता है और शरीर से चिपकता नहीं है। उन्होंने कहा कि 45 डिग्री सेल्सियस के तापमान में पोलिएस्टर के कपड़े में सांस लेना मुश्किल होता है और काफी असहज महसूस होता है वहीं हैंडलूम के कपड़े इस मामले में काफी आरामदेह होते हैं।