5 Dariya News

कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा पंजाब में से नशों के खात्मे के लिये एस टी एफ को दिन-रात एक करने के निर्देश

एस टी एफ के मुखी सिद्धू ने चार्ज संभाला , मुख्यमंत्री द्वारा नशों को जड़ से खत्म करने के लिए सिद्धू को पूर्ण छूट

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चंडीगढ़ 27-Mar-2017

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने एडीजीपी श्री हरप्रीत सिद्धू की अध्यक्षता में नव गठित की विशेष टास्क फोर्स(एसटीएफ ) को राज्य से नशों को पूरी तरह सफाया करने के लिए सभी अथक यत्न करने के आदेश देने के अतिरिक्त इस कार्य को चार सप्ताह के निर्धारित समय में अंजाम तक पहुंचाने के लिए कहा है। उन्होने श्री सिद्धू को नशे के व्यापार में लगे किसी भी व्यक्ति को ना बख्शने के निर्देश भी जारी किये है।श्री सिद्धू द्वारा विशेष टॉस्क फोर्स का चार्ज संभालने से पहले पहली बैठक दौरान मुख्यमंत्री ने इस घातक बुराई को राज्य में से खत्म करने के लिये सभी आवश्यक कदम उठाने के लिये श्री सिद्धू को खुली छुट्टी दी है क्यों कि बादल सरकार के कार्यकाल अधीन नशों ने पंजाब की नौजवान पीढ़ी को बर्बाद करके रख दिया है।उन्होंने कहा कि वह प्रति दिन के आधार पर स्वयं गठित एस टी एफ की कार्य प्रगति पर निगरानी रखेंगे ताकि उनकी सरकार चार सप्ताह के निर्धारित समय में नशों के पूरी तरह सफाया करने के अपने वायदे को पूरा कर सकें।पंजाब में नशों के खिलाफ विशेष टॉस्क फोर्स के मुखी बनाये जाने से पहले 1992 बैच के आई पी एस अधिकारी श्री सिद्धू छत्तीसगढ़ में नक्सलीयों विरूद्ध कार्रवाई में हिस्सा ले रहे थे और वही वह सी आर पी एफ में डैपूटेशन पर थे। उन्होंने वर्ष 2003 में शानदार सेवाएं प्रदान करने के लिये राष्ट्रपति मैडल प्राप्त किया। 

मुख्यमंत्री ने इस खतरनाक बुराई को राज्य से समाप्त करने के लिए सभी योग्य कदम उठाने हेतू विशेष टास्क फोर्स को खुली छूट दी है क्योकि स. बादल के शासन अधीन नशों ने पंजाब की पूरी युवा पीढ़ी को तबाह कर दिया था । उन्होने कहा कि वह दैनिक आधार पर स्वयं एसटीएफ की प्रगति पर निगरानी रखेगें ताकि उनकी सरकार चार सप्ताह के निर्धारित समय में नशों के पूरी तरह सफाया करने के अपने वायदे को पूरा कर सके।सरकार का वायदा पूरा करने के लिए श्री सिद्धू ने सोमवार को विशेष टास्क फोर्स का चार्ज रस्मी तौर पर संभाल लिया है। पंजाब से नशों विरूद्ध विशेष टास्क फोर्स का मुख्य बनाये जाने से पहले 1992 बैच को यह आईपीएस अधिकारी छत्तीसगढ़ में नक्सलियों विरूद्ध कार्यवाही में हिस्सा ले रहा था और वहां सीआरपीएफ में डैपुटेशन पर था। उन्होने वर्ष 2003 में शानदार सेवाओं के लिए राष्ट्रपति मेैडल प्राप्त किया।विशेष टास्क फोर्स को राज्य से नशों विशेषकर चिटटे के व्यापार और खपत को रोकने के लिए कदम उठाने और इस संबंधी उठाये गये  और उठाये जाने वाले कदमो पर दैनिक आधार पर निगरानी रखने का कार्य सौंपा है।नशों की खतरनाक बीमारी से निपटने का निर्देश देते हुये मुख्यमंत्री ने सिद्धू की अध्यक्षता में उच्च पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक दौरान बताया कि सरकार नशों की समस्या चार सप्ताह में खत्म करने के अपने चुनाव वायदे को पूरा करने के लिए वचनबद्ध है और इस संबध में काई ढील सहन नही की जाएगी।

एक सरकारी प्रवक्ता अनुसार मुख्यमंत्री ने विशेष टास्क फोर्स को राज्य में नशों के व्यापारियों और तस्करों को काबू करने व उनक ा पता लगाने के लिए लोगों की सहायता लेने के निर्देश दिये है। इस संबध में एक 24 घंटे चलने वाली हैल्प लाईन भी तेयार की गई है और कोई भी व्यक्ति 181 पर फोन करके नशों से संबधित किसी भी घटना की जानकारी दे सकता है और उसकी पहचान संबधी उसकी पूरी सुरक्षा की जाएगी।किसी भी प्रकार की ढील ना प्रयोग किये जाने के बिना नशों के व्यापारियों को मिसाली सजा दिलाने का जिक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने नशा माफिया, नशे के व्यापारियों /डीलरों की किसी भी ढँग से सहायता करने वाले किसी भी दोषी विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के भी विशेष टास्क फोर्स को निर्देश दिये है।विशेष टास्क फोर्स के गठन का फैसला कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने अपनी पहली मंत्रीमंडल की बैठक दौरान लिया था। मंत्रीमंडल ने नशे के तस्करों की संपति की कुरकी करने के लिए एक आर्डीनैंस जारी करने हेतू मंत्रीमंडल की अगली बैठक में राज्य के गृह विभाग को एक प्रस्ताव लाने के लिए भी निर्देश दिये थे क्योकि कांग्रेस ने ऐसा करने का वायदा अपने चुनाव मैनीफैस्टो में किया था।मंत्रीमंडल ने नशे के तस्करो व व्यापारियों विरूद्ध कड़ी व मिसाली कार्यवाही करने के साथ साथ नशों की बुराई में लगे लोगों के ईलाज व पुर्नावास का भी फैसला किया था।