5 Dariya News

कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा नशों, भ्रष्टाचार और माफिया खिलाफ कड़े हाथों निपटने का एलान

नकामी के लिये सीनियर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की जवाबदेही होगी

5 Dariya News

चंडीगढ़ 20-Mar-2017

नशे और भ्रष्टाचार खिलाफ कड़ा रूख अख्तियार करते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य प्रशासन की प्रथम बैठक के दौरान भ्रष्टाचार, नशे और अपराध से मुक्त समाज बनाने के लिये जिला पुलिस मुखियों और उपायुक्तों की जिम्मेवारी तय करते हुये बड़े नशा तस्करों, गैंगस्टरों और अन्य अपराधियों को काबू करने के आदेश दिये।पंजाब मंत्रीमंडल की बैठक में नशें, भ्रष्टाचार और अन्य माफिया खिलाफ कड़े हाथों निपटने के  लिये फैसले से दो-दिन बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जिला प्रशासन और जिला पुलिस अधिकारियों को यह स्पष्ट कर दिया कि नशे, भ्रष्टाचार, माफिया को किसी भी सूरत में सहन नही किया जायेगा। प्रशासनिक सुधारों संबंधी अधिकारियों से अपनी पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुये मुख्यमंत्री ने इस मामले पर कोई भी ढील इस्तेमाल किये जाने की ताडऩा की।बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार, गैर-कानूनी खनन, गैर कानूनी आवाजाही, झूठे केस दर्ज करने, एफ आई आर दर्ज ना करने, यातायात नियमों की उल्लंघना, गुंडागर्दी तथा शराब के नाजायज व्यापार के मामलों में जिला प्रशासन के उच्च अधिकारी सीधे- तौर पर जिम्मेवार होंगे और इसमें लापरवाही की कोई गुंजाइश नही होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को हिदायत की कि आगामी चार सप्ताह में नशा तस्करों तथा गैर-कानूनी खनन करने वाले माफिया की जड़ से उखाडऩे के लिये वह कमांड सीधे तौर पर अपने हाथों में लेने और अपनी सीधी निगरानी अधीन छापेमारी और अन्य उचित कार्रवाई को अंजाम दें। 

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नशों के मामले पर पुलिस को कठोर ताडऩा करते हुये कहा कि पुलिस आयुक्तों, जिला पुलिस मुखियों, डी एस पी तथा थाना मुखियों को स्पष्ट किया कि उनके अधिकार क्षेत्र में नशे की सप्लाई एवं बिक्री के लिये उनकी सीधी जवाबदेही की जायेगी। उन्होंने कहा कि गत् समय में नशों के मामले से निपटने वाले डीएसपी एवं एस एच औ सहित विभिन्न रैंकों के फील्ड पुलिस अधिकारियों विरूद्ध भ्रष्टाचार की शिकायतों संबंधी उनको निजी तौर पर जानकारी है और यह पूरी तरह ना माफी योग्य है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में ऐसा कोई मामला सामने आया तो वह तुरंत तौर पर कठोर सजा देने को यकीनी बनायेंगे।कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ड्रग माफिया तथा नशों के कंट्रोल के संपूर्ण खात्मे के लिये अपनी वचनबद्धता व्यक्त करते हुये इसको सरकार की पहली प्राथमिकता बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नशा तस्करों एवं नशा सप्लाई करने वालों को किसी भी सूरत में सहन नही किया जायेगा। उन्होंने कठोर चेतावनी देते हुये कहा कि जिला प्रशासन में सिविल/पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ सरकारी विभागों के किसी अधिकारी विरूद्ध भ्रष्टाचार, नापाक गठजोड़ और किसी किस्म की लापरवाही की कोई शिकायत सामने आई तो इसको पूरी गंभीरता से लेकर कठोर कार्रवाई की जायेगी। 

आंतकवादी कार्रवाईयों की रोकथाम को अपनी सरकार की एक और मुख्य प्राथमिकता बताते हुये कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पुलिस आयुक्तों और जिला पुलिस मुखियों को गत् समय में घटित आंतकवादी घटनाओं के मामलो की जांच के लिये ठोस प्रयास करने के आदेश दिये। इन मामलों में मौड़ बंम धमाका (31 जनवरी) और जालंधर, लुधियाना तथा खन्ना में आर एस एस और अन्य संस्थानों/वर्गो के नेताओं की हत्याओं की घटनांए शामिल हैं। राज्य में संप्रदायिक सद्भावना को कायम रखने तथा किसी भी जगह बेअदबी को रोकने के लिये अपनी सरकार की वचनबद्धता व्यक्त करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि उपायुक्तों तथा पुलिस आयुक्तों एवं जिला पुलिस मुखियों को अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसी घटनाओं के लिये जिम्मेवार ठहराया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत की कि जहां भी अभी तक सी सी टी वी कैमरे नही लगाये गये, उन स्थानों पर लोगों की भागेदारी द्वारा तुरंत सीसीटीवी कैमरे लगाये जायें और पवित्र धार्मिक ग्रंथों की निगरानी को भी सुनिश्चित किया जाये।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य में सक्रिय गैंगस्टरों के संगठित अपराध को रोकने के लिये उचित कदम उठाये जायें। उन्होंने ऐसे गुंडा तत्वों खिलाफ बिना किसी विलंब से कठोर कार्रवाई को अंजाम देने का आदेश दिया।गत् सरकार दौरान दर्ज हुये झूठे मामले एवं एफ आई आरज़ का जिक्र करते हुये कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि इस संबंध में मंत्रीमंडल द्वारा जांच आयोग बनाने का निर्णय लिया गया है जो अपना कार्य करेगा परंतु इसके साथ वह अधिकारियों से भी उम्मीद रखते हैं कि झूठे मामले दर्ज ना होने को यकीनी बनायेंगे और पूरी जांच पश्चात ही मामला दर्ज करेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी किस्म की बदलाखोरी नही होगी और इसको तुरंत समाप्त किया जायेगा।पंजाब की सुरक्षा और सलामती को विश्वसनीय बनाने के लिये अपनी सरकार के पूर्ण सहयोग का भरोसा देते हुये कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्पष्ट किया कि वह अधिकारियों से सार्वजनिक व्यवहार, मर्यादा, समय का पालन तथा अनुशासन के उच्च स्तर पर पहरा देने की उम्मीद करते हुये इन अधिकारियों को उत्साही एवं बेहतरीन नवयुवकों की टीम करार दिया।