भाजपा ने अपने शासन में उत्तर प्रदेश को क्यों नहीं बनाया उत्तम प्रदेश : मायावती
5 Dariya News
कुशीनगर (उत्तर प्रदेश) 27-Feb-2017
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को कहा कि वह भाजपा एंड कंपनी से पूछना चाहती हैं कि जब यहां उनकी सरकार थी तो उन्होंने उप्र को देश का नंबर एक उत्तम प्रदेश क्यों नहीं बनाया। मायावती ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "अमित शाह कहते हैं कि उप्र में गाय, बैल, सांड़ की खून की नदियां बहती हैं। मैं इन दोनों गुरु और चेले से यह पूछना चाहती हूं कि केंद्र में आज आपकी सरकार है, लेकिन उप्र में पूर्व में छह वर्षो तक भाजपा की सरकार रही है।" उन्होंने कहा, "मैं भाजपा एंड कंपनी से पूछना चाहती हूं कि जब यहां भाजपा की सरकार थी तो उसने यहां उप्र को देश का नंबर एक उत्तम प्रदेश क्यों नहीं बना दिया, यहां क्यों नहीं दूध और घी की नदियां बहाई।
"बसपा अध्यक्ष ने कहा, "भाजपा वाले जब सत्ता में होते हैं तो सत्ता के नशे में इतने चूर होते हैं कि सबकुछ भूल जाते हैं।
सत्ता में आ जाते हैं तो ये इंसान को इंसान नहीं समझते, गरीब को गरीब नहीं समझते हैं।" मायावती ने भाजपा को आरक्षण मुद्दे पर घेरने की कोशिश की, वहीं सपा-कांग्रेस गठबंधन पर बदहाल कानून-व्यवस्था को लेकर हमले किए। मुलायम सिंह पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मुलायम ने पुत्रमोह में शिवपाल सिंह यादव को अपमानित किया। इसलिए सपा के दोनों खेमे अंदर ही अंदर एक-दूसरे को हराएंगे। सपा का बेस वोट ही बंटकर रह जाएगा। मायावती ने कहा, "प्रदेश की जनता में सपा, भाजपा के खिलाफ नाराजगी है। भाजपा तो मुख्यमंत्री पद का चेहरा तक नहीं पेश कर पा रही है। मुझे विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि भाजपा अगर उप्र में सत्ता में आ गई तो आरएसएस का एजेंडा लागू कर देगी और आरक्षण समाप्त कर देगी।
"मायावती ने मुसलमानों के लिए कहा, "मुस्लिम सपा को अपने वोट देकर उसे बर्बाद न करें। वोट खराब होने से भाजपा को फायदा मिलेगा। मुस्लिम अपनी पार्टी बसपा को वोट दें।"उन्होंने कहा, "सपा और कांग्रेस गठबंधन के दागी चेहरों को वोट न दें। बसपा को वोट देकर कानून द्वारा कानून का राज लाएं। सपा सरकार में अराजक, सांप्रदायिक और जंगल राज रहा, चोरी, डकैती, गुंडागर्दी, जमीनों पर अवैध कब्जे बढ़े। सपा सरकार में आधे अधूरे विकास कार्य किए गए, जिनके प्रचार में ही करोड़ों रुपया खर्च कर दिया गया। यही नहीं बसपा की कई योजनाओं को ही सपा आगे बढ़ा रही है, उसने चालाकी से इन योजनाओं का बस नाम बदल दिया।"उन्होंने कहा कि सपा सरकार में सरकारी अधिकारी थोक के भाव में बदलते रहे।