5 Dariya News

रोजाना जीवनयापन की गलतियों के कारण बच्चों से लेकर बूढ़े हो रहे हैं दिल के रोगों का शिकार

हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और शूगर के रोगों के कारण भारत हार्ट अटैक के मरीजों की राजधानी बन रहा है: डा ग्रोवार

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एस.ए.एस. नगर (मोहाली) 24-Feb-2017

रोजाना जीवन का तनाव, खराब हो रही जीवनशैली और खाने पीने की गलत आदतों के कारण आज भारत दिल के मरीजों की राजधानी बनता जा रहा है। उक्त बातें प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डा अनिल ग्रोवर द्वारा दिल के रोगों के कारणों और उससे बचाव संबंधी दिए गए सुझाव बारे लिखी एक पुस्तक के विमोचन समय व्यक्त कीं। मोहाली के सेक्टर 69 स्थित माईओ अस्पताल में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डा ग्रोवर ने दिल के रोगों संबंधी कई अहम बातें बताईं। पीजीआई के कार्डियोलाजी विभाग के पूर्व मुखी डा ग्रोवर ने बताया कि मोटापा, शूगर और हाई ब्लड प्रेशर ही हार्ट अटैक का मुख्य कारण हैं। जबकि इन तीनों बीमारियां मानवीय शरीर में धीरे धीरे घर बनाती हैं और आगे जाकर हार्ट अटैक के चलते मौत का कारण बनती हंै। डा ग्रोवर ने इन तीनों बीमारियों प्रति जागरुक करते हुए रोजाना संतुलित डाईट, सुसत जीवनशैली का त्याग कर नियमित योग और कसरत, नमक का कम सेवन, शराब की कम मात्रा, सिगरेटनोशी को बंद करना, बेहतरीन नींद लेते हुए इनसे बचा जा सकता है। 

उन्होंने आगे कहा कि अकसर देखने को मिलता है कि लोग मानसिक तनाव को दूर करने के लिए नींद की गोलियां, शराब, सिगरेट तथा अन्य कई तरह के नशों का सहारा लेते हैं। परंतु यह स्थाई हल न होकर दिल की बीमारियों की ओर बढ़ रहा एक और कदम होता है। डा ग्रोवर के अनुसार अगर आपको महसूस होता है कि ब्लड प्रेशर बढ़ रहा है तो इसे कभी भी अनदेखा न करें बल्कि जल्द से जल्द अपने डाक्टर से सलाह लें, नहीं तो बहुत देर हो सकती है।डा ग्रोवर ने दिल के रोगों पर लिखी पुस्तक संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि अंगे्रजी और हिन्दी दोनों भाषाओं में लिखी यह पुस्तक एक ओर जहां बेहतरीन जीवनशैली के तरीके सिखाती है वहीं दिल की बीमारियों से बचाव के तरीके भी बताती है। दूसरी ओर पहले से ही दिल के मरीजों को भी बचाव के तरीके बताते हुए रोजाना संतुलित डाईट चार्ट की जानकारी देते हुए पटडी से उतरी जिंदगी को दोबारा रास्ते पर लाने में सहायता करती है। काबिलेजिक्र है कि डा ग्रोवर को विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा समय समय पर उनकी समाज को देन के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है।