5 Dariya News

तेज गेंदबाज अनिकेत, नाथू और थंपी भविष्य के खिलाड़ी : अनिल कुंबले

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पुणे 21-Feb-2017

भारतीय टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने मंगलवार को कहा कि राजस्थान के तेज गेंदबाज अनिकेत चौधरी और नाथू सिंह के साथ-साथ केरल के बासिल थंपी टीम की भविष्य की रणनीति का हिस्सा हैं। कुंबले ने कहा है कि इन खिलाड़ियों में प्रतिभा है और इसी कारण इन खिलाड़ियों पर देश का भविष्य निर्भर करता है। कुंबले ने कहा, "हमारे पास अनिकेत चौधरी, थंपी, नाथू सिंह हैं जो हमारी भविष्य की रणनीति का हिस्सा हैं। न्यूजीलैंड दौरे से पहले जयंत यादव, कुलदीप यादव हमारे संयोजन का हिस्सा थे जिन्होंने हमें टेस्ट के लिए तैयार करने में मदद की।"उन्होंने कहा, "मुझे उनके साथ काम करने का मौका नहीं मिला। 

मुझे घरेलू गेंदबाजों के साथ काम करने का मौका नहीं मिलता है इसलिए मैं उनके साथ टेस्ट मैच से पहले समय बिताता हूं।"भारतीय टीम प्रबंधन इस समय टेस्ट टीम में तेज गेंदबाजों की अहमियत पर चर्चा कर रहा है। कुंबले ने कहा, "यह जरूरी नहीं है कि वह लोग भविष्य में टीम का हिस्सा हों, लेकिन आने वाली श्रृंखलाओं को देखते हुए इन सभी का टीम की रणनीति में शामिल होना और हमारे काम करने के तरीके को देखना अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफल होने के लिए जरूरी है।"उन्होंने कहा, "चेन्नई (इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट) में भारत के जीतने की उम्मीद ज्यादा लोगों को नहीं थी। मुंबई में भी हम टॉस हार गए थे लेकिन इसके बाद भी हम पारी से जीते।"पूर्व कप्तान ने कहा, "कोलकाता में भी न्यूजीलैंड के खिलाफ हमारे लिए मुश्किल हो रही थी लेकिन हमारे तेज गेंदबाजों ने हमें जीत दिलाई। 

हम पिच और परिस्थतियों को लेकर चिंतित नहीं होते हैं।"भारत को यहां गुरुवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच खेलना है। पिच पर कुंबले ने कहा कि यह अच्छी दिख रही है।कुंबले ने कहा, "यह अच्छी विकेट है। हम हर विपक्षी टीम का सम्मान करते हैं। हम इस समय तैयारी के सर्वश्रेष्ठ माहौल में हैं। परिणाम हमारे पक्ष में रहे हैं। हमारे सभी खिलाड़ियों ने बल्ले और गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया है।"कुंबले ने कहा कि खिलाड़ी अब आत्मनिर्भर बन गए हैं और मैदान तथा मैदान के बाहर चुनौतियों से अच्छी तरह निपट रहे हैं। उन्होंने कहा, "यह मेरी खुशनसीबी है कि मैं पिछले 10 महीनों से इस युवा टीम के साथ काम कर रहा हूं। 

इस टीम को उभरते हुए और हालात से वाकिफ होते देखना सुकून की बात है। आप चाहते हैं कि टीम आत्मनिर्भर बने और उसे हर बार सलह की जरुरत न पड़े। मैंने ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की जहां खिलाड़ी मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह खुद समस्या के समाधान निकालें।"कोच ने कहा, "कुछ खिलाड़ियों ने 40-45 टेस्ट खेले हैं। विराट ने 50 से ज्यादा टेस्ट मैच खेले हैं। सभी ने कुछ न कुछ हासिल किया है और अश्विन का टेस्ट इतिहास में सबसे तेज 250 विकेट लेना शानदार उपलब्धि है।"कुंबले ने कहा, "टीम में इस तरह के प्रदर्शन अच्छी बात है। मैं खुश हूं कि मुझे इन लोगों के साथ काम करने का मौका मिला।"