5 Dariya News

एस.वाई.एल मुद्दे पर स्थिति को संभालने के लिए सशस्त्र बलों की तैनाती करे केन्द्र : कैप्टन अमरेन्द्र

पंजाब के सीमा उल्लंघन को रोकने हेतु अभय चौटाला व अन्य इनेलो नेताओं को गिरफ्तार किया जाए

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चंडीगढ़ 21-Feb-2017

पंजाब कांगे्रस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने इनेलो द्वारा खुलेआम कानून को ललकारने व खुफिया तंत्र की एस.वाई.एल मुद्दे पर आतंकवाद दोबारा खड़े होने के खतरे संबंधी रिपोर्टों के मद्देनजर 23 फरवरी को किसी भी अप्रिय घटना से बचने हेतु सशस्त्र बलों को तैनात किए जाने की मांग की है, जिस दिन चौटाला की पार्टी ने विवादित नहर को खोदने हेतु जबरदस्ती पंजाब में घुसने की योजना बनाई गई है।कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि वह खुद बार-बार चेतावनी देते रहे हैं कि एस.वाई.एल मुद्दे से पंजाब में दोबारा आतंकवाद फैलाने की आशंका है। इस क्रम में, खुफिया तंत्र की रिपोर्टस उनकी आशंकाओं का समर्थन कर रही हैं, जो हालात हाथ से निकलने से पहले इनेलो व इसके नेताओं पर कार्रवाई की आवश्यकता को मजबूत कर देती हैं।इस क्रम में, उन्होंने हालातों को नियंत्रण करने हेतु सुरक्षात्मक उपायों के तहत इनेलो नेता अभय चौटाला को गिरफ्तार किए जाने व पार्टी सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला की पेरोल रद्द करने की मांग की है, जिन्होंने हालातों को गंभीर स्थिति में पहुंचा दिया है। कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि उक्त मुद्दे पर अभय का अडिय़लपन, और उनके द्वारा सेना बुलाए जाने के बावजूद एस.वाई.एल पर आगे बढऩे की धमकी, सुरक्षा के नजरिए से उन्हें हिरासत में लिए जाने के लिए काफी है।

कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि इनेलो द्वारा धमकी के मद्देनजर केन्द्र सरकार को तुरंत बड़े स्तर पर सशस्त्र बलों की तैनाती करने संबंधी आदेश देने चाहिएं। उन्होंने कहा कि अभय चौटाला द्वारा ललकारने व भड़काऊ बयान जारी करने का, पंजाब की शांति पर दीर्घकालीन प्रभाव पड़ सकता है।यहां जारी एक बयान में, प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष ने कहा कि एक सीमावर्ती राज्य होने के नाते मौजूदा परिवर्तनशील हालातों से निपटने के लिए पंजाब को उसके बलबूते पर नहीं छोड़ा जा सकता है, और खासकर तब, जब राज्य में चुनाव हो चुके हैं और विधानसभा चुनाव के नतीजों का इंतजार किया जा रहा है व प्रदेश के हितों की रक्षा हेतु कोई भी सरकार शासन में नहीं है। जिस पर, उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ बादलों ने चुनाव में तय हार के चलते अपनी जिम्मेदारी को त्याग किया है और ऐसे में पंजाब में कानून व व्यवस्था बनाए रखने के लिए केन्द्र सरकार की दखल आवश्यक हो चली है।पंजाब कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार ने पंजाब के बुरे हालातों को और बिगडऩे से रोकने हेतु प्रधानमंत्री व केन्द्रीय गृह मंत्री से बगैर देरी मध्यस्ता करने को कहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान पंजाब के हालात नाजुक रहे थे, और मतदान से सिर्फ कुछ दिन पहले राज्य को एक आतंकी बम बलास्ट का सामना करना पड़ा था।

कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि वास्तव में पंजाब बारूद पर बैठा हुआ है, जिस संबंध में खुफिया रिपोर्टस का सुझाव है कि स्लीपर आतंकी सैल एक बार फिर से अपना सिर उठाने को तैयार हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हालातों को ऐसे ही बने रहने दिया गया, तो ये आतंकवादी संगठन अपने भारत-विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए खराब हालातों का फायदा उठा सकते हैं।इसी तरह, अंबाला में संदिग्ध इनेलो वर्करों द्वारा खड्ढे खोदे जाने की खबरों पर चिंता व्यक्त करते हुए, जहां से इनकी पार्टी ने निकलने की योजना बनाई है, कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि हरियाणा सरकार खतरे को शुरूआत में ही दबाने के प्रति गंभीर नहीं है। जिस पर, उन्होंने कहा कि इनेलो नेतृत्व को रोकने हेतु सुरक्षा के नजरिए से सिर्फ सशस्त्र बलों की तैनाती ही पंजाब की सीमाओं का उल्लंघन करने संबंधी किसी भी कोशिश को नाकाम कर सकती है।कैप्टन अमरेन्द्र ने चेतावनी देते हुए कहा कि केन्द्र द्वारा मामले में कार्रवाई न करते हुए, सुरक्षात्मक कदम उठाने में विफल रहना, न सिर्फ पंजाब को वापिस आतंकवाद के काले दिनों में धकेलेगा, बल्कि देश के लिए इसके खतरनाक नतीजे निकल सकते हैं, जो बीते कई दशकों से सीमापार आतंकवाद के साथ जूझ रहा है।कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि आतंकवाद के चलते पंजाब हजारों मासूम जानों को खो चुका है। जिस पर, उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि किस रूप में आतंकवाद दोबारा सिर उठाएगा, इसकी कल्पना नहीं की जा सकती है।