5 Dariya News

एसवाईएल के बारे पंचायतों व स्थानीय निकायों से भी एकत्रित किए जा रहे हैं प्रस्ताव : अभय सिंह चौटाला

नहर निर्माण को लेकर प्रधानमंत्री को सौंपे जाएंगे सभी प्रस्ताव: नेता प्रतिपक्ष

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ऐलनाबाद 09-Feb-2017

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं ऐलनाबाद के विधायक चौधरी अभय सिंह चौटाला का कहना है कि एसवाईएल नहर मामले को लेकर वे अब तक राज्य के सभी जिलों में दो दफा जनसम्पर्क अभियान चला चुके हैं। हरियाणा के किसानों के  लिए एसवाईएल नहर का पानी लेना उनका संवैधानिक  व कानूनी अधिकार है और ये अधिकार हरियाणा के किसान लेकर रहेंगे। इस मसले पर 10 फरवरी तक विशेष अभियान चलाकर ग्राम पंचायतों, ब्लॉक समिति, जिला परिषद, नगरपरिषद एवं नगरपालिकाओं के प्रस्ताव लिए जा रहे हैं। राज्य की करीब पौने सात हजार पंचायतों के प्रस्ताव एकत्रित कर ये सभी प्रस्ताव प्रधानमंत्री को सौंपे जाएंगे। अभय सिंह चौटाला आज ऐलनाबाद हलके के विभिन्न गांवों में जनसम्पर्क अभियान के दौरान गांव ढूकड़ा में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
इस मौके पर उनके साथ पूर्व मंत्री भागीराम, धर्मवीर नैन, महेंद्र बाना सहित पार्टी के अनेक कार्यकत्र्ता मौजूद थे।इनेलो नेता ने कहा कि एसवाईएल पर पिछले वर्ष के अंत में हरियाणा के हक में आए फैसले के बाद हरियाणा के लोगों में एक उम्मीद की किरण जगी थी। सत्तासीन भाजपा और कांग्रेस की अनदेखी के चलते यह उम्मीद की किरण मायूसी में बदल गई। अब पिछले करीब डेढ़ माह से विपक्ष की भूमिका को शिद्दत से निभाते हुए इनेलो ने इस मसले पर पूरे राज्य में जनजागरण अभियान चलाया और 23 फरवरी को नहर की खुदाई का ऐलान कर लोगों की मायूसी को उम्मीद में बदल दिया है। लोगों में जबरदस्त उत्साह है और उनके उत्साह को देखते हुए ही इनेलो ने 23 फरवरी को अम्बाला  शहर की नई सब्जी मंडी में इक_े होने और वहां से एसवाईएल की खुदाई के लिए पंजाब-हरियाणा सीमा पर स्थित इस्माइलपुर व कर्पूरी के बीच वाली जगह से नहर खुदाई करने का निर्णय लिया है।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में भरोसा देने के बावजूद अभी तक प्रधानमंत्री से इस अहम मसले पर मुलाकात का समय नहीं लिया है। यह जाहिर करता है कि प्रदेश की भाजपा सरकार इस मसले पर संजीदा नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री से लेकर सभी विधायकों को इस अहम मसले पर एकत्रित होकर संघर्ष करने को लेकर चि_ी भी लिखी, लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। अब इनेलो अकेले इस मुद्दे को लेकर जनता के दरबार में जा रही है। हरियाणा के लिए काफी मायने रखने वाली इस नहर की खुदाई को लेकर जन-जन में उत्साह व उम्मीद का आलम है। उन्होंने कहा कि इससे पहले चौधरी देवीलाल ने ही हरियाणा के गठन में अहम भूमिका निभाई और अब फिर से लोकदल जलयुद्ध को मंजिल तक लेकर जाएगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि एसवाईएल हरियाणा हक है और देश के सर्वोच्च न्यायालय ने भी हरियाणा के पक्ष में निर्णय दिया है। अब केंद्र एवं राज्य में भाजपा की सरकार है। ऐसे में केंद्र सरकार को तुरंत इस नहर का निर्माण करवाना चाहिए। पर हमेशा से इस मुद्दे पर राजनीतिक रोटियां सेंकने वाले भाजपा और कांग्रेस के नेता इस अहम मसले पर उचित स्टैंड नहीं ले रहे हैं।
जाट आरक्षण आंदोलन के फिर से शुरू होने की वजह सत्तासीन भाजपा को बताते हुए अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इससे पहले दो बार प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री ने वार्तालाप कर मांगों को पूरा करने का वादा किया। विधानसभा में भी मुख्यमंत्री ने मांगों को पूरा किए जाने की बात दोहराई, पर मांगें पूरी नहीं की। यही वजह है कि मजबूरी में जाटों को आंदोलन की राह पकडऩी पड़ी। अब इस अहम मसले पर सरकार पांच सदस्यीय कमेटी का राग अलाप रही है जबकि एक दिन पहले ही भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला अनर्गल बयानबाजी करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा में तो मुख्यमंत्री की भाषा कुछ और है, उनके प्रदेशाध्यक्ष की कुछ और जबकि मंत्रियों के विचार कुछ और हैं। प्रदेश नेताओं की भाषा और विचार जिस पार्टी में मेल न खाते हो वो प्रदेश का कैसे भला करेगी? इस अवसर पर पूर्वमंत्री भागीराम, सरपंच नन्दलाल, दिनेश बैनीवाल, महेन्द्र बाना, सुभाष हंजीरा, महावीर शर्मा सहित अनेक इनेलो कार्यकर्ता मौजूद थे।