5 Dariya News

शशिकला तमिलनाडु की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनेंगी

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चेन्नई 05-Feb-2017

तमिलनाडु में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के विधायकों द्वारा रविवार को पार्टी महासचिव वी.के.शशिकला को विधायक दल का नेता चुनने के बाद उनके राज्य की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है।पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मौजूदा मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम ने एआईएडीएमके विधायकों की बैठक में शशिकला का नाम प्रस्तावित किया और विधायकों ने एकमत से शशिकला के चुनाव का फैसला किया।शशिकला (59) ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम ने उनसे सरकार का नेतृत्व करने का आग्रह किया।उन्होंने कहा कि पन्नीरसेल्वम ने ही उनसे पहले एआईएडीएमके प्रमुख बनने का आग्रह किया था।पार्टी सूत्रों ने कहा कि दो बार कार्यकारी मुख्यमंत्री रह चुके पन्नीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा शशिकला को भेज दिया है।जयललिता के दिसंबर में निधन के बाद पन्नीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री पद संभाला था।राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) ने कहा कि एआईएडीएमके ने प्रशासनिक अनुभव न रखने वाली शशिकला को देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के रूप में चुना। डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एम.के.स्टालिन ने कहा, "लोगों ने शशिकला के लिए मतदान नहीं किया था।

" डीएमके ने कहा कि रविवार का दिन तमिलनाडु के लिए 'काला दिन' है।शशिकला ने कहा, "चूंकि सभी ने इस बात पर जोर दिया कि एक ही शख्स को दोनों पद -पार्टी महासचिव और मुख्यमंत्री- संभालना चाहिए, लिहाजा मैंने यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया।"एआईएडीएमके के सूत्रों के मुताबिक, पन्नीरसेल्वम ने शशिकला के नाम का प्रस्ताव किया, जिसके बाद पार्टी के अन्य विधायकों ने एकमत से उनके नाम का समर्थन किया।शशिकला ने स्पष्ट किया कि तमिलनाडु सरकार जयललिता के पद्चिह्नों पर चलेगी।वह थेवर समुदाय से हैं, जिसकी पार्टी में अच्छी पकड़ है।इस बीच, तमिलनाडु भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अध्यक्ष तमिलिसाई सौंदरराजन ने संवाददाताओं से कहा कि शशिकला को चुनना एआईएडीएमके विधायकों का अधिकार है, लेकिन इसकी इतनी जल्दी क्या थी।जयललिता की करीबी होने के बावजूद शशिकला सार्वजनिक जीवन में कम ही सक्रिय रहीं, लेकिन वह पार्टी के मामलों में सक्रिय रहीं।चेन्नई से लगभग 330 किलोमीटर दूर तिरुतुरैपुंडी में 1957 में जन्मी शशिकला का तमिलनाडु सरकार में जनसंपर्क अधिकारी रहे एम.नटराजन से विवाह हुआ।1980 के दौर में नटराजन ने तत्कालीन दक्षिण अर्काट जिले की कलक्टर वी.एस.चंद्रलेखा से शशिकला की मुलाकात जयललिता से करवाने का आग्रह किया। जयललिता उस समय पार्टी की प्रोपेगैंडा सचिव थीं।नटराजन ने कहा कि शशिकला, जयललिता के कार्यक्रमों की वीडियो रिकॉर्डिग में मदद करेंगी।जयललिता को शशिकला का काम संतोषजनक लगा। वे इसके बाद दोस्त बन गए। कुछ समय बाद शशिकला चेन्नई में जयललिता के निवास स्थान पोएस गार्डन में रहने के लिए आ गईं।

शशिकला ने धीरे-धीरे अपने विश्वासपात्रों को लाकर पोएस गार्डन में अपनी पैठ बना ली।जयललिता जहां भी जातीं, शशिकला उनके साथ होती थीं। वह आमतौर पर जयललिता के पीछे वाली सीट पर बैठती थीं।जयललिता ने सार्वजनिक तौर पर भी शशिकला को बहन बताया था।दोनों के बीच संबंध 2011 में बिगड़ गए और जयललिता ने शशिकला और उनके परिवार के सदस्यों को अपने निवास स्थान से बाहर का रास्ता दिखा दिया। लेकिन बाद में दोनों के बीच सुलह हो गई, और एआईएडीएमके में शशिकला की वापसी हुई।शशिकला के समर्थक बताते हैं कि पार्टी के मामलों में उनकी अहम भूमिका होती थी और वह जयललिता के कठिन समय में भी उनके साथ रहीं।इससे पहले, पन्नीरसेल्वम और अन्य मंत्रियों ने जयललिता के निवास स्थान पोएस गार्डन में शशिकला से मुलाकात की। शशिकला यहीं रहती हैं।

विधायकों की बैठक संक्षिप्त सूचना पर बुलाई गई थी। एक दिन पहले ही शशिकला ने कई पूर्व मंत्रियों और अन्य को पार्टी के विभिन्न पदों पर नियुक्त किया था, जिन्हें जयललिता ने कभी हटा दिया था।एआईएडीएमके विधायकों की बैठक के बाद दुग्ध एवं डेयरी विकास मंत्री के.टी.राजेंद्र भालाजी ने संवाददाताओं को बताया, "अब एक साहसी तमिल महिला मुख्यमंत्री बनेगी। क्या एक तमिल महिला मुख्यमंत्री नहीं बन सकती?"उन्होंने कहा कि शशिकला की लोकप्रियता लोगों के बीच बढ़ेगी।जयललिता के निधन के बाद पार्टी के पास ऐसा कोई करिश्माई नेता नहीं दिख रहा था, जो वोट बटोर सके और पार्टी को एकजुट रख सके।राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री जानकी रामचंद्रन थीं। हालांकि, शशिकला के लिए यह राह आसान नहीं होगी, क्योंकि सर्वोच्च न्यायालय में उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा है और यदि फैसला शशिकला के विरुद्ध आता है तो यह उनके और पार्टी के लिए बड़ा झटका हो सकता है।