5 Dariya News

जोरा सिंह आयोग ने बहबल कलां में सिखों पर पुलिस फायरिंग के लिए राज्य सरकार को दोषी ठहराया- अरविंद केजरीवाल

आयोग ने स्पष्ट रूप से कहा कि कुछ बड़े लोग शामिल थे, पीडि़तों पर पास से गोलियां चलाई गई- एच.एस. फूलका

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चंडीगढ़ 02-Feb-2017

आम आदमी पार्टी (आप) ने आज जोरा सिंह आयोग की रिपोर्ट जारी की जिसे फरीदकोट जिले के बहबल कलां गांव में 14 अक्टूबर को पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब के बेअदबी के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले सिखों पर पुलिस फायरिंग में दो सिखों की हत्या की जांच के लिए गठित किया गया था। पुलिस कार्रवाई की सख्त आलोचना करने वाली इस रिपोर्ट को पंजाब सरकार द्वारा ही छुपाकर रखा गया था।आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दाखा से पार्टी उम्मीदवार व सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील एच.एस. फूलका ने रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि जोरा सिंह आयोग ने अकाली-भाजपा सरकार के गंभीर कलंक को जाहिर किया था जिस कारण इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया।केजरीवाल ने कहा कि आयोग ने स्पष्ट रूप से बादल सरकार को दोषी ठहराया था और पंजाब में हिंसा का प्रसार करने के लिए एक प्रमुख साजिश के बारे में संकेत दिया था। 

उन्होंने कहा कि गृह मंत्री सुखबीर बादल ने राज्य की शांति भंग करने के लिए  यह जानकर कि उनकी पार्टी सत्ता में वापसी नहीं आने वाली,  शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करने वाले सिखों पर गोली चलाने के लिए पुलिस को आदेश दिया था। केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती हैं। फूलका ने आयोग की रिपोर्ट का ब्यौरा देते हुए कहा कि आयोग की रिपोर्ट के अनुसार जैसे कि पुलिस ने दावा किया है दो युवक आपसी गोलीबारी में नहीं मारे गए थे। आयोग ने स्पष्ट रूप से कहा है कि पीडि़त आराम से बैठे हुए थे और उन पर एक गज की करीबी रेंज से गोली चलाई गई थी। आयोग ने यह भी कहा है कि गोलीबारी बिल्कुल अनुचित थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि प्रदर्शन कर हे सिखों को पास कोई हथियार नहीं थे और उन पर बिना चेतावनी दिए गोली चलाने का आदेश दिया गया था।आयोग के सामने सबसे बड़ा सवाल यह था कि क्या पुलिस की आत्मरक्षा में पुलिस ने फायरिंग की थी? फूलका ने कहा कि जोरा सिंह आयोग ने इस सवाल का जवाब नकारात्मक दिया है जिसका मतलब है कि गोलीबारी अकारण थी। 

उन्होंने कहा कि किसी भी सरकार के द्वारा इससे अधिक गंभीर अभियोग नहीं हो सकता।फूलका ने खुलासा किया कि जोरा सिंह आयोग ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि बेअदबी के मामलों की ठीक से जांच नहीं की गई और कुछ बड़े लोग इसमें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सरकार में बड़े लोग मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ही थे। उन्होंने कहा कि यह श्री गुरु ग्रंथ साहिब के बेअदबी और उसके बाद पुलिस फायरिंग में बादल की शमूलियत का स्पष्ट सबूत था।केजरीवाल ने कहा कि सुखबीर बादल एक अपराधी था और यह पंजाब के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह उप मुख्यमंत्री बने। उन्होंने बादल की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की और आश्वासन दिया कि आम आदमी पार्टी की सरकार बेअदबी की घटनाओं और पुलिस फायरिंग की उच्च स्तरीय जांच करेगी। उन्होंने सुखबीर बादल से पूछा कि जोरा सिंह आयोग उनकी अपनी ही सरकार द्वारा स्थापित किया गया था और क्या कारण है कि आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि मकसद स्पष्ट था कि आयोग ने बादल सरकार के खिलाफ निंदा पारित की थी।