5 Dariya News

जननी जने तो संत जने नहीं जननी बांज रहे - जगतगुरु पंचानंद गिरी

श्री ब्रह्मर्षि कुमार स्वामी जी करोड़ों लोगों का बीज मंत्र के माध्यम से कर रहे है भला,जगतगुरु पंचानंद गिरी ने लाखों लोगों को दिया आशीर्वाद,रामयाण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल ने लिया जगतगुरु का पांव धोकर किया स्वागत

5 Dariya News

पटियाला 23-Jan-2017

देश की प्रदूषित हो रही संस्कृति को संत ही बचा सकते है और जननी जने तो संत जने नहीं जननी बांज रहे उपरोक्त शब्द श्री हिन्दू तख़्त के धर्माधीश जगतगुरु महामंडलेश्वर अनंत विभूषित पंचानंद गिरी जी महाराज ने श्री ब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामी जी के ज्योति दिवस के अवसर पर समागम में लाखों लोगों को संबोधित करते हुए कहे l जगतगुरु पंचानंद गिरी का रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल ने पांव धोकर व पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया l इस अवसर पर उनके संपूर्णानंद ब्रह्मचारी,डॉ. सर्वजीत,कन्हैया गिरी,आवाज़-ए-हिंदुस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं श्री हिन्दू तख़्त के प्रचारक वीरेश शांडिल्य,आवाज़-ए-हिंदुस्तान के पंजाब के प्रधान लखविन्द्र सिंह साधापुर,तरसेम सैनी,आचार्य बलवान भारद्वाज आदि मौजूद थे l मंच पर जगतगुरु पंचानंद गिरी जी के आगमन से पूर्व ब्रह्मऋषि कुमार स्वामी ने जगतगुरु पंचानंद गिरी से आशीर्वाद लिया और मंच पर श्री ब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामी जी व उनकी पत्नी ने पंचानंद गिरी का स्वागत किया l 

लाखों श्रधालुओं को संबोधित करते हुए जगतगुरु पंचानंद गिरी ने कहा की हमारा भारत गुरुओं-पीरों-फकीरों-ऋषि-मुनियों व संतों की धरती है उन्होंने कुमार स्वामी को एक महान संत बताया और उनके लिए लाखों श्रधालुओं की मौजूदगी में टिपण्णी करते हुए कहा की "जननी जने तो संत जने या दाता या सुर नहीं तो कोख से वंज रहे काहे गंवाए नूर" l वही उन्होंने ब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामी जी की जननी को कोटि-कोटि प्रणाम किया l गिरी ने कहा आज कुमार स्वामी के बीज मन्त्रों से करोड़ों लोग ना केवल निरोग हो रहे है बल्कि जो लोग पथभ्रमित थे वह मुख्याधरा में आए इसके लिए उन्होंने कुमार स्वामी की सोच को नमन किया और उन्हें हजारों साल जीने का आशीर्वाद दिया l जगतगुरु महामंडलेश्वर पंचानंद गिरी ने कहा की आज एक बात का संकल्प लें की आपसी भाईचारे को मजबूत रखें और छूआछूत को उखाड़ फैंके l उन्होंने कहा की कुमार स्वामी सभी धर्मों का आदर करते है यही एक संत की सोच होनी चाहिए l जगतगुरु पंचानंद गिरी ने आह्वान किया की धर्म,समाज,गौ,नारी की रक्षा के लिए जब शास्त्र की जरूरत पड़ें तो शास्त्र जब शस्त्र की जरूरत हो तो शस्त्र उठाना चाहिए l यह जानकारी श्री हिन्दू तख़्त के राष्ट्रीय मुख्यालय से जारी प्रेस ब्यान में दी गई l