5 Dariya News

सिक्ख नौजवान की ओर से बेअदबी की घटनाओं संबंधी सवाल पूछने पर अकाली दल के वर्करों द्वारा की गई मारपीट की आम आदमी पार्टी ने की निन्दा

डा. दलजीत चीमा ने रोपड़ में रैली दौरान भीड़ को नौजवान पर हमला करने के लिए उकसाया- गुरप्रीत सिंह वड़ैच

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चंडीगढ़ 14-Jan-2017

आम आदमी पार्टी (आप) ने सिक्ख नौजवान की रोपड़ जिला के गांव लोधीमाजरा में शिरोमणी अकाली दल के वर्करों की तरफ से बुरी तरह मारपीट करने की कड़ी निंदा की है, क्योंकि उसने शिक्षा मंत्री डा. दलजीत सिंह चीमा को श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के बारे में सवाल पूछा था।स्थानीय जारी एक ब्यान में आज आम आदमी पार्टी के पंजाब कनवीनर गुरप्रीत सिंह वड़ैच ने कहा कि डा. दलजीत सिंह चीमा उस समय भडक़ गए, जब एक नौजवान हरमीत सिंह ने उसको पूछा कि अकाली-भाजपा सरकार श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटना के दोषियों को अब तक क्यों नहीं पकड़ सकी। यह बहुत मन्दभागा है कि दलजीत सिंह चीमा जो कि रोपड़ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, उन्होंने अकाली वर्करों को नौजवान की मारपीट करने का इशारा किया। हरमीत सिंह ने इस बारे में रोपड़ के जिला रिटर्निंग अफसर से शिकायत भी की है।वड़ैच ने कहा कि पूरे सूबे में बेअदबी की 100 से अधिक घटी घटनाओं के साथ उन लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है, जिन की श्री गुरु ग्रंथ साहिब में अथाह श्रद्धा है। उन्होंने कहा कि यह बहुत हैरान करने वाली बात है कि पंथक कहलवाने वाले शिरोमणी अकाली दल की सरकार एक भी दोषी को गिरफ्तार करने में असफल रही है। उन्होंने कहा कि बेअदबी की घटनाएं सुखबीर सिंह बादल की तरफ से सूबे में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए एक सोची-समझी चाल के अंतर्गत की गई हैं। 

आप कनवीनर ने कहा कि यह पंजाब के लोगों का अकाली नेताओं से पूछने का अधिकार है कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब और कुरान शरीफ की घटनाओं की साजिश किसने रची और पुलिस दोषियों को अब तक क्यों नहीं पकड़ सकी। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल ने मलेरकोटला घटना के पीछे आम आदमी पार्टी के विधायक को फसाने की कोशिश की, परन्तु उसकी साजिश के मुख्य दोषी विजय कुमार ने बेनकाब कर दिया।उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार बेअदबी की सभी घटनाओं के असली दोषियों को पकड़ कर सख्त सजा देगी। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल पर पत्थरबाजी की घटना और मुख्य मंत्री बादल पर जूता फेंकने की घटना में आम आदमी पार्टी का कोई वर्कर शामिल नहीं था।उन्होंने आगे कहा कि सुखबीर बादल पैसा कमाने की लालसा में सत्ता हासिल करने के लिए हताश हैं। उन्होंने कहा कि यह बात हर किसी की समझ से दूर है कि 10 सालों में इकठ्ठे किए पैसों के ढेर का सुखबीर बादल आखिरकार क्या करेंगे।