5 Dariya News

इलैक्शन कमीशन से की मांग सीएमडी के.डी. चौधरी के खिलाफ लिया जाए सख्त नोटिस

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद के.डी जौधरी अकाली दल के नेताओं की कर रहे हैं सहायता- चंद्र सुता डोगरा

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चंडीगड़ 11-Jan-2017

आम आदमी पार्टी ने इलैक्शन कमीशन से मांग की है कि पंजाब स्टेट पावर निगम लिमिटेड के सीएमडी के.डी. चौधरी के खिलाफ सख्त नोटिस लिया जाए क्योंकि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद वह सत्ताधारी पक्ष अकाली दल के नेताओं जैसे मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल और बिक्रम मजीठिया की हिमायत कर रहे हैं। इस संबंधी जानकारी देते आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता चंद्र सुता डोगरा ने कहा कि के.डी. चौधरी शायद भारत के ऐसे अकेले सरकारी अधिकारी हैं, जिनकी रिटायरमैंट उम्र बडा कर 20 दिसंबर को 67 साल की गई, जबकि संविधानिक पद पर तैनात व्यक्ति 65 साल से ऊपर काम नहीं कर सकता । उन्होंने कहा कि चौधरी के कार्यकाल में विस्तार सिर्फ इस लिए किया गया है, तांकि वह चुनाव के समय अकाली दल की सहायता कर सके। के.डी. चौधरी को 3-6-2010 को पीएसपीसीएल का एक साल के लिए सीएमडी लगाया गया था। एक साल का समय पूरा होने से पहले ही उनके कार्यकाल में तीन साल का विस्तार या 62 साल उम्र जो भी पहले हो, बडा दिया गया। जैसे ही वह 62 साल के होने वाले थे, 8-2-2014 को सेवामुक्त उम्र 62 साल से 65 साल की गई और एक साल का ओर विस्तार किया गया। 8-2-2015 का समय पूरा होने के बाद उनको अगले हुक्मों तक मौजूदा पद पर रहने की इजाजत दे दी गई। 

इस 8-2-2017 को 65 साल की उम्र में उनकी सेवामुक्त होना था। यह तारीख आदर्श आचार संहिता के अधीन पड़ती थी और सरकार इस समय दौरान कुछ नहीं कर सकती थी परन्तु असूलों को दरकिनार करते 20.12.2016 को उनका कार्यकाल 67 साल की उम्र तक कर दिया गया। श्रीमती डोगरा ने कहा कि सरकार के इस अहसान का बदला चुकाने के लिए उन्होंने अकाली दल की सहायता के लिए पूरी कोशिश लगाई हुई है। उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार ने सीएमडी कोटा दोगुना कर दिया, जिससे वह सुखबीर बादल और मजीठिया के हलके में अकाली दल की सहायता कर सकें। उन्होंने कहा कि ट्यूबवैल के क्नैक्शन अकाली उम्मीदवारों, जत्थेदारों और हलका इंचार्जों की सिफारिशों पर दिए जाते हैं और किसानों से आम की अपेक्षा तीन गुणा ज़्यादा कीमत वसूली जाती है। 

2016-17 की पालिसी मुताबिक एक लाख क्नैक्शन दिए जाने थे। इनमें से सिर्फ 10 हजार क्नैक्शन जनरल कैटागिरी को दिए गए, जबकि 50 हजार कनैक्शन चेयरमैन कोटे अधीन दिए गए। सबसे ज़्यादा कनैक्शन मजीठा और जलालाबाद में बांटे गए। मजीठा में 2300 और जलालाबाद में 1500 क्नैक्शन दिए गए। तलवंडी साबो में 2 हजार, बठिंडा देहाती में 1500, मानसा में एक हजार, मौड़ में 900 और नकोदर में 800 कनैक्शन आचार संहिता की उलंघन करके बांटे गए। मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते उन्होंने कहा कि आचार संहिता लागू होने से एक दिन पहले चेयरमैन कोटे में अचानक विस्तार किया गया और अगले दिन 4 जनवरी को आचार संहिता वाले दिन 3 हजार कनैक्शन बांटे गए, परन्तु दिखाए पिछली तारीख में गए। उन्होंने कहा कि 4 जनवरी को आचार संहिता पूरी तरह से लग गया था, परन्तु के.डी. चौधरी की तरफ से 150 व्यक्तियों को पीएसपीसीएल में हैल्पर के तौर पर भर्ती किया गया, जिन में ज़्यादातर मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल लम्बी हलके और उप मुख्य मंत्री सुखबीर सिंह बादल के जलालाबाद हलके से सम्बन्धित हैं।