5 Dariya News

बिहार : नरेंद्र मोदी-नीतीश कुमार तारीफ पर अटकबाजी शुरू

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पटना (बिहार) 06-Jan-2017

बिहार की राजधानी में 350वें प्रकाशोत्सव के मौके पर एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक-दूसरे की तारीफ किए जाने के अगले दिन शुक्रवार को बिहार में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है और कयासों का बाजार गर्म है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के किसी नेता को मोदी-नतीश के मंच पर जगह नहीं मिलने से राजद नेताओं में नाराजगी भी देखी जा रही है। वहीं केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह को भाजपा और जद (यू) के बीच नजदीकी बढ़ती लग रही है। उन्होंने कहा, "मैं कोई ज्योतिषी नहीं हूं, लेकिन राजनीति में कब क्या हो जाए, यह मालूम नहीं।" 

मोदी विरोधियों को पाकिस्तान भेजने की धमकी देने के इनाम में मोदी सरकार में राज्यमंत्री का पद पाने वाले गिरिराज ने नीतीश पर तंज कसते हुए यह भी कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में प्रधानमंत्री पद की कोई 'वैकेंसी' नहीं है। उन्होंने कहा कि 'प्रधानमंत्री बनने की चाहत में नीतीश कुमार ने बिहार का विकास रोक दिया है।' उनके इस बयान का हालांकि कोई मतलब नहीं निकलता। इधर, बिहार के मंत्री अब्दुल गफूर ने कहा कि राजनीति में कोई स्थायी दुश्मन नहीं होता। उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, "जब बाप और बेटे अलग हो सकते हैं, तो कुछ भी हो सकता है।" 

मंत्री ने सवालिया लहजे में कहा कि जद (यू) और राजद के संबंध पर भाजपा को पेट में दर्द क्यों हो रहा है? प्रकाशोत्सव के मंच पर राजद के किसी नेता को जगह नहीं मिलने से नाराज राजद के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा, "लालू प्रसाद को मंच से नीचे बैठे देखकर लोग चौंक गए। स्थानीय लोग या बाहर से आए लोगों को यह बात बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगी।" उन्होंने बिहार में महागठबंधन में सहयोगी दलों पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा, "बिहार में किसी एक पार्टी की सरकार नहीं है। गठबंधन की सरकार है। ऐसे में सभी दलों के लोगों को मंच पर होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।" 

जद (यू) के प्रवक्ता संजय सिंह ने भाजपा और जद (यू) में किसी भी तरह की नजदीकी को नकारते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। यह सब मीडिया में उड़ाई खबर है। उन्होंने कहा, "भाजपा के साथ जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता।" रघुवंश के बयान पर उन्होंने कहा, "राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद को दर्शक दीर्घा में बैठने से कोई फर्क नहीं पड़ा, तो रघुवंश बाबू को पेट में दर्द क्यों हो रहा है?"उल्लेखनीय है कि गुरुवार को पटना में प्रकाशोत्सव के मौके पर आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री ने नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की थी और गुजरात में शराबबंदी को लेकर नीतीश ने भी मोदी की प्रशंसा की थी। जब लालू से पूछा गया कि मोदी ने नीतीश की तारीफ की मगर आपकी क्यों नहीं, तब उन्होंने कहा था, "नीतीश महागठबंधन और सरकार के हेड हैं, हरेक का नाम थोड़े ही लिया जाएगा!"गौरतलब है कि जद (यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार की नोटबंदी का भी समर्थन किया था।