5 Dariya News

मुख्यमंत्री द्वारा बराबरी वाले समाज की सृजना के लिये श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के दर्शाये मार्ग पर चलने की अपील

गुरू गोबिंद सिंह जी के जीवन का प्रत्येक पल हमारे लिये प्रकाश पुंज, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, हरसिमरत कौर बादल तथा मजीठिया तख्त श्री पटना साहिब में नतमस्तक हुये

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गांधी मैदान (पटना साहिब) 05-Jan-2017

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने आज यहां दशमेश पिता श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व अवसर नतमस्तक होने आई लाखों की संख्या में संगत को जाति, रंग एवं नस्ल रहित समाज सृजन के लिये गुरू साहिब जी द्वारा दर्शाये मार्ग पर चलने की अपील की। आज यहां धार्मिक समारोह दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्य मंत्री नितिश कुमार की हाजरी में संगत के विशाल एकत्रता को संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरू गोबिंद सिंह जी समाजवाद, मानव अधिकार और धार्मिक आज़ादी के सही मायनों में रक्षक थे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि श्री गुरू गोबिंद सिंह जी ने सभी धर्मो का सत्कार करने की जोरदार समर्थन किया था और जबरी धर्म परिवर्तन करवाने विरूद्ध अपने पिता श्री गुरू तेग बहादर जी को कुर्बानी देने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि जुल्म विरूद्ध संर्घष के लिये दसवें गुरू ने खालसा पंथ की सृजना की जिस से उन्होंने गरीबों और लताड़े हुये लोगों को मुगलों के अन्याय और अत्याचार विरूद्ध संघर्ष करने के लिये शक्तिवान किया। जाति, रंग तथा नस्ल के आधार पर भेदभाव को समाप्त करने के लिये श्री गुरू गोबिंद सिंह जी द्वारा दिये गये महान संदेश को याद करते हुये स. बादल ने कहा कि गुरू जी ने एक बाटे में से अमृत छकाकर बराबरी वाले समाज की शिक्षा दी। उन्होंने कहा कि गुरू जी ने सदा ही एक परमात्मा और मानवता के लिये प्रेम का संदेश दिया। स. बादल ने लोगों को मानवता की चड़दीकला के लिये महान गुरू जी द्वारा दिखाये मार्ग पर चलने की अपील की। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के बेमिसाल बलिदान विश्व इतिहास के लिये प्रकाश पुंज साबित होगी जिन्होंने दबे-कुचले लोगों को मुगल हकुमत के जुल्म, दमन और अन्याय भरे शासन विरूद्ध संघर्ष करने का राह दिखाया। स. बादल ने कहा कि श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के महान जीवन का प्रत्येक पल हमारे लिये प्रकाश पुंज हैं जिन्होंने धर्म निरपेक्षता की सदियों पुरानी रिवायतों को कायम रखने के अतिरिक्त मानव अधिकारों और धर्म की स्वतंत्रता की रक्षा के लिये बेमिसाल योगदान डाला। यहां तक कि इसकी खातिर उन्होंने अपना सरबंस तक कुर्बान कर दिया।मुख्यमंत्री ने कहा कि हम बहुत भाग्यशाली हैं जिनको अपने जीवन के दौरान ऐसा यादगारी समागम पूरे धार्मिक उत्साह से मनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है जो देश में अमन-शांति, संप्रदायिक सद्भावना, भाईचारक सांझ और एकता की गांठों को और मज़बूत करने के लिये एक साधारण सा प्रयास है। उन्होंने कहा कि श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व को विश्वभर में धार्मिक उत्साह, सम्र्पण भावना तथा श्रद्धा से मनाया जा रहा है। 

मुख्यमंत्री ने गुरू साहिब के पवित्र जन्म स्थान पटना साहिब में प्रकाश पर्व मनाने के बड़े स्तर पर इंतजाम करने में दिखाई निजी दिलचस्पी के लिये अपने हम रूतबा श्री नितिश कुमार की सराहना की। उन्होंने कहा कि श्री नितिश कुमार की फ्राख दिली एवं दूर दृष्टि के लिये विश्वभर से समूचा सिख भाईचारा सदा उनका ऋणी रहेगा। इस पश्चात प्रधानमंत्री ने स. बादल के और अन्य प्रमुख नेताओं के साथ इस पवित्र अवसर पर यादगारी डाक टिकट जारी की। इससे पूर्व मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री स. सुखबीर सिंह बादल, केंद्रीय खाद्य प्र्रसंस्करण मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल और कै बिनेट मंत्री स. बिक्रम सिहं मजीठिया तख्त श्री हरमंदिर साहिब जी पटना साहिब में नतमस्तक हुये जहां उनको सिरोपा भेंट किया गया। इस अवसर पर  मुख्यमंत्री स. सुखबीर सिंह बादल, केंद्रीय खाद्य प्र्रसंस्करण मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल और कै बिनेट मंत्री स. बिक्रम सिहं मजीठिया, डॉ. दलजीत सिंह चीमा तथा जत्थेदार तोता सिंह, सांसद प्रौ. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, राज्यसभा सदस्य स. सुखदेव सिंह ढींडसा, प्रधान सचिव पर्यटन श्री हुस्न लाल, मुख्यमंत्री के विशेष प्रधान सचिव श्री के जे एस चीमा तथा प्रधान सचिव आम प्रशासन श्री के ए पी सिन्हा उपस्थित थे।