5 Dariya News

नरेंद्र मोदी ने शराबबंदी को लेकर की नीतीश कुमार की तारीफ

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पटना (बिहार) 05-Jan-2017

सिखपंथ के 10वें गुरु, गुरु गोविंद सिंह की जन्मस्थली पटना में 350वें प्रकाशोत्सव में भाग लेने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां गुरुवार को कहा कि बिहार में प्रकाश पर्व का उत्साह देश के लिए न केवल प्रेरणा है, बल्कि यह उत्सव देश की एकता का प्रतीक भी है। उन्होंने बिहार में शराबबंदी और प्रकाशोत्सव की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की। प्रकाशोत्सव के मौके पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार विशेष प्रयास कर रही है कि न केवल हिंदुस्तान में, बल्कि पूरे विश्व को इस बात का अहसास हो कि गुरु गोविंद सिंह जी जैसी दिव्य आत्मा का जन्म बिहार में हुआ।

प्रकाशोत्सव के सफल आयोजन को लेकर नीतीश की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, "नीतीश जी ने काफी मेहनत से इस आयोजन को सफल बनाया है। पटना में प्रकाश पर्व की विशेष अहमियत है।" मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार स्वयं आयोजन की एक-एक छोटी-छोटी चीजों अैार तैयारियों को देखते रहे। चंपारण सत्याग्रह के संबंध में प्रस्तावित आयोजन के लिए भी मोदी ने नीतीश का आभार प्रकट किया।प्रधानमंत्री ने बिहार सरकार द्वारा राज्य में की गई शराबबंदी की तारीफ करते हुए लोगों को इसमें सहयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नशामुक्ति अभियान केवल सरकार का काम नहीं है, बल्कि आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए यह जन-जन का काम है। 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "समाज परिवर्तन का काम बहुत कठिन होता है। उसे हाथ लगाने का काम भी बहुत साहसपूर्ण होता है, लेकिन नीतीश कुमार ने शराबबंदी का काम किया।" उन्होंने कहा आगे कहा, "जिस प्रकार बिहार में नशामुक्ति का अभियान चलाया है, उसके लिए मैं उनका अभिनंदन करता हूं। उन्हें (नीतीश कुमार) बधाई देता हूं। मैं बिहार की जनता और सभी राजनीतिक दलों से गुजारिश करता हूं कि यह सिर्फ नीतीश कुमार का काम नहीं है। यह जन जन का काम है। यदि इसे सफल बनाएंगे तो बिहार मिसाल बनेगा। मुझे विश्वास है कि बिहार देश की अनमोल शक्ति बनेगा।"बिहार में पिछले साल अप्रैल से ही शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। 

मोदी ने कहा, "प्रकाशोत्सव पर्व हमें सही रास्ते पर चलना सिखाता है। गुरु गोविंद सिंह जी त्याग की प्रतिमूर्ति थे। त्याग की पराकाष्ठा थे। उन्होंने अपनी आंखों के सामने पिता का बलिदान देखा, तो पुत्रों को भी सच्चाई के लिए बलि चढ़ते देखा। गुरु गोविंद सिंह जी की जिदंगी और उनके त्याग हमेशा इस दुनिया को जीने का तरीका बताते रहे हैं।"उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में पंजाबी भाषा में पंज प्यारे का जिक्र करते हुए कहा, "पंज प्यारे ने भारत को एकता के सूत्र में बांधने का काम किया। आज के समय में हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम उनके आदर्शो से सीखते हुए देश को एकता के सूत्र में बांधने का काम करें।"इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने गांधी मैदान में बने अस्थायी गुरुद्वारे में मत्था टेका और गुरुवाणी सुनी। वह हवाईअड्डे से सीधे यहां पहुंचे। पटना हवाईअड्डे पर बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका स्वागत किया।