5 Dariya News

एसवाईएल मुद्दे पर कांग्रेस के 41 विधायकों का इस्तीफा सिर्फ नाटक-हिम्मत सिंह शेरगिल

आम आदमी पार्टी की सरकार उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करेगी, जिन्होंने अकाली सांसद बलविन्द सिंह भून्दड़ के इशारा पर लोगों की मारपीट की

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अमृतसर 03-Jan-2017

आम आदमी पार्टी (आप) के पंजाब लीगल सैल के इंचार्ज और मजीठा से पार्टी उम्मीदवार हिम्मत सिंह शेरगिल ने एसवाईएल मुद्दे पर कांग्रेसियों के इस्तीफों को केवल एक नाटक इकरार देते सवाल किया कि वह स्पीकर के समक्ष पेश क्यों नहीं हुए, जबकि उनको पता था कि यह उनके लिए बहुत जरूरी था।यहां पत्रकारों के साथ बातचीत करते हिम्मत सिंह शेरगिल ने कहा कि कांग्रेसी विधायकों को स्पीकर की तरफ से 20-22 दिसंबर और 3 जनवरी को पेश होने के लिए कहा गया था, जिससे वह पुष्टि कर सकें कि यह इस्तीफे उन्होंने अपनी मर्जी से दिए थे, परन्तु उनकी तरफ से पेश न होना इस्तीफे के बारे में गंभीर न होने का शक जताता है।शेरगिल ने कहा कि कांग्रेस की ऐसी गतिविधियों के साथ उनका एसवाईएल के बारे में स्टैंड जनतक हो गया है।शेरगिल ने कहा कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रधान ने लोक सभा स्पीकर को इस्तीफे का पत्र भेज कर नाटक रचा है, जबकि यह सब को अच्छी तरह पता है कि नियम के मुताबिक इस्तीफा एक लाईन वाला होना चाहिए। आखिरकार उनको विरोधी पार्टियों के दबाव के कारण इस्तीफा देना पड़ा, जिस कारण उनके ड्रामे को जनतक किया गया।बठिंडा में घटी घटना, जिस में अकाली सांसद बलविन्दर सिंह भून्दड़ के गुंडों ने दो व्यक्तियों की मारपीट की थी, जिन्होंने उससे कोई सवाल पूछा था, उस बारे में अपना प्रतीकर्म देते शेरगिल ने कहा कि अकालियों में निराशा का स्तर इतना अधिक हो गया है कि वह जनता को कोई स्पष्ट जवाब देने को तैयार नहीं हैं। 

घटना संबंधी जानकारी देते शेरगिल ने कहा कि एक मीटिंग में जब भून्दड़ की तरफ से ग्रांटों के चैक बांटे जा रहे थे, तो कुछ वर्करों ने जायज वेतन की मांग की तो उनकी बात सुनने की बजाए, भून्दड़ के गुंडों की तरफ से उनकी बुरी तरह मारपीट की गई।शेरगिल ने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार के गठन के बाद इस घटना के दोषियों को सख्त सजा दी जोगी।अकाली मंत्री सिकन्दर सिंह मलूका के बर्तन घोटाले का जिक्र करते शेरगिल ने कहा कि सूबा सरकार इस घोटाले को दबाना चाहती है। इस संबंधी और ज्यादा जानकारी देते शेरगिल ने कहा कि 22,500 किटें खरीदने के लिए 90 करोड़ रुपए के टैंडर को सिर्फ इस लिए रद्द कर दिया गया, ताकि संगरूर की एक कंपनी क्वालीफाई कर सके। कंपनी की तरफ से 8000 रुपए प्रति किट का रेट निर्धारित किया गया, जो कि सूबा सरकार की अधिकारित समिति के मुलांकन से कहीं ज़्यादा था।शेरगिल ने कहा कि ग्रामीण विकास मंत्री सिकन्दर सिंह मलूका ने खुद माना है कि टैंडर रद्द किया गया है। यहां खास बात यह है कि संगरूर आधारित जिस ‘मित्तल ट्रेडरस ’ कंपनी को ठेका दिया गया है, यह कंपनी बहुचर्चित किताब घोटाले में शामिल थी और इस किताब घोटाले ने 2013 में पूरे सूबे को हिला दिया था। शेरगिल ने कहा कि इस घोटाले में मलूका भी शामिल था।शेरगिल ने कहा कि सूबे में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद यह केस फिर खोला जोगा और दोषी पाए जाने पर घोटाला के माहिर मलूका समेत सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।