5 Dariya News

शराबबंदी न हुई तो ठेकों में तालाबंदी होगी : लाल मिर्ची

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बांदा (उत्तर प्रदेश) 01-Jan-2017

उत्तर प्रदेश के हिस्से वाले बुंदेलखंड में 'लाल मिर्ची' के नाम से चर्चित वर्षा भारतीय ने रविवार को कहा कि उनका संगठन शराबबंदी की मांग को लेकर नए साल में एक बड़ा आंदोलन शुरू करने की रणनीति बना रहा है। महिलाएं अब शराब ठेकों पर धावा बोलकर तालाबंदी कर अपनी ताकत दिखाएंगी। बुंदेलखंड में लोग नारी इंसाफ सेना (एनआईएस) को 'मिर्ची गैंग' और उसकी प्रमुख वर्षा भारतीय को 'लाल मिर्ची' के नाम से जानते हैं। वर्षा ने विशेष बातचीत में कहा कि पूर्ण शराबबंदी की मांग को लेकर महिलाएं बुंदेलखंड के बांदा, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर, जालौन, झांसी और ललितपुर जिला मुख्यालयों में जिलाधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर उत्तर प्रदेश सरकार पर बिहार की तर्ज पर पूर्ण शराबबंदी कानून बनाने का दबाव बनाएंगी।उन्होंने कहा कि यदि सरकार उनकी मांग अनसुनी कर देती है, तो एक अप्रैल के बाद सभी देशी और विदेशी शराब ठेकों पर धावा बोलकर वहां तालाबंदी की जाएगी।

लाल मिर्ची ने कहा, "राज्य सरकार राजस्व के मुनाफे की बात तो करती है, लेकिन शराब की वजह से महिलाओं का कितना उत्पीड़न होता है, इसका मूल्यांकन नहीं करती।"उनका मानना है कि शराब के लती पुरुष वर्ग आए दिन घर-आंगन से लेकर सड़क तक महिलाओं और बच्चियों का शोषण करते हैं। कई जगह तो शराबी पतियों द्वारा पत्नियों को जिंदा जलाने की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि हर साल की भांति इस साल भी 31 मार्च तक राज्य सरकार शराब ठेकों की बोली या नीलामी करेगी। सरकार ऐसा न कर सके, इसके लिए महिलाएं एक मार्च से 31 मार्च तक धरना-प्रदर्शन कर विरोध जताएंगी और एक अप्रैल के बाद शराब ठेकों पर धावा बोलकर तालाबंदी करेंगी। लाल मिर्ची ने कहा कि ठेका मालिक, दुकान के कर्मचारी और ठेकों में शराब पीते शराबी यदि महिलाओं से टकराने की कोशिश करेंगे तो उनकी आंखों में 'मिर्च पाउडर डालो' अभियान भी शुरू किया जाएगा।नारी इंसाफ सेना यानी 'मिर्ची गैंग' में शामिल महिलाओं के पास मिर्च पाउडर रहता है, जिसे वे अपने बचाव के लिए हथियार के रूप में इस्तेमाल करती हैं।